शहीदे आजम हजरत इमाम हुसैन 
शहीदे कर्बला की याद में निकला जुलूस
कानपुर । मोहर्रम के चलते रहमतुलिल आलमीन के नवासे शहीदे आजम हजरत हुसैन शहीदे कर्बला की शहादत की याद में अलम का जुलूस निकला। नई सड़क से निकाले गये 136 साल पुराना जुलूस में दर्जनों अलम, सैकड़ों हरे, लाल परचम और दर्जनों ऊंट के साथ हजारों की संख्या में मोहर्रमी रंग में डूबे हुए थे। इस दौरान जुलूस में शामिल लोग नारे हुसैनी, नारे रिसालत और नारे हैदरी के गगनभेदी नारे लगा रहे थे। देर शाम जुलूस अपने कदीमी रास्तों से होकर नई सड़क सुनहरी मस्जिद पहुंचकर समाप्त हुआ। वहीं दूसरी तरह नगर के पांच हजार इमामबाड़ों में शिया और सुन्नी अकीदमंदों की ओर से शहीदे आजम हजरत इमाम हुसैन की कुर्बानी की याद में मजलिसों मातम का सिलसिला देर रात तक चलता रहा। मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में जगह-जगह इमाम चौक पर शहदतनामे होते रहे। हजरत इमाम हुसैन और कर्बला के 72 शहीदों का खिराजे अकीदत पेश किया जाता रहा। हजरत हुसैन की बेटी जिनको इमाम मदीने में छोड़ आये थे, जनाबे सुगरा के नाम के हजारों कासिदे पैक व कासिदे हुसैन पांच मोहर्रम शहर में नंगे पांच कमर बांधे इमामबाड़ों, कर्बलाओं में हाजिरी दे रहे थे। जुलूस के साथ भारी पुलिस बल निगरानी करता हुआ साथ रहा।
दहकते हुए अंगारों से गुजर मनाया मातम - छोटी कर्बला ग्वालटोली में देर रात 12 बजे से मातम होगा। हुसैनी फैडरेशन के मीडिया प्रभारी डा0 जुल्फिकार अली रिजवी ने अंजुमन मोहम्मदी के महामंत्री मिर्जा निशात हुसैन के हवाले से बातया कि अंजुमन मोहम्मदी मुइनुल अजा मकबरा के तत्वाधान में रात 11ः45 बजे जामा मजिस्द मकबरा में मजलिसे अजा बरपा होगी। जिसे आली जनबा मौलाना जहीर अब्बास लखनऊ किया जाएगा। मजलिस ठीक 12 बजे खत्म होगी, यहीं से हजरत अब्बास के अलम के साथ शहर के कोने-कोने से इमाम हुसैन के चहाने वाले और शीआने हैदरे कर्रार इस जुलूस में शामिल होंगे। जुलूस के छोटी कर्बला पहुचने पर आग क दहकते अंगारों पर मातम शुरू होगा। जो करीब एक घंटे तक चलेगा।

मोहर्रम की सातवी पर पलंग के मिलाप के साथ छूरी का हुआ मातम 
अकीदतमन्दों  की उमडी भीड़, मुस्तैद रहे पुलिस के जवान 

फतेहपुर। मोहर्रम की सात तारीख पर गुरूवार को हजरत कासिम (अलै,) की याद में शहर के विभिन्न इलाकों से पलंग के तीन जूलूस उठे। इन जुलूसों का दिन में लगभग ढाई बजे पीलू तले तिराहे पर मिलाप हुआ। तत्पश्चात सभी पलंग के जुलूस लाला बाजार, सैय्यदवाड़ा मुहल्ले होते हुए मुस्लिम इण्टर कालेज कूण्ड़ तालाब पहुंचे। जहां रात नौ बजे सभी पलंग जुलूस समाप्त हो गये। जुलूस की समाप्ति पर सभी पलंग अपने-अपने इमामबाड़ों को लौट गये। उमड़ी भीड़ को नियंत्रित करने के लिये बड़े पैमाने पर पुलिस के जवान मुस्तैद रहे। पूर्व में सैय्यदवाड़ा से उठे पलंग के आगे-आगे शिया समुदाय के लोग पहले हाथ से मातम करते रहे। फिर हाथों में ब्लेड और छूरी लेकर मातम किया। जिससे उनके सीने जहां लहुलूहान रहे। वहीं खून की छिटटीयां उड़ती रही। पिछले वर्ष को अपेक्षा इस वर्ष अकीदतमंदों की भीड़ काफी अधिक रही। सात मोहर्रम पर शहर के सैय्यदवाड़ा मोहल्ले से दी तथा अमरजई से एक पलंग का जुलूस उठा। पलंग की बिनाई का काम भोर चार बजे ही शुरू हो गया था। तीनों पलंग पर श्रद्धालुओं की भीड़ भोर से ही उमड़ने लगी थी। लोगों ने पलंगों पर फूल व प्रसाद चढ़ाकर श्रद्वा सुमन अर्पित किये। सैय्यदवाड़ा मोहल्ले से उठने वाले पलंग के जुलूस में शिया समुदाय की ओर से नौहा ख्वानी के बीच बच्चे बूढ़े व नौजवानों ने जंजीर कमा का मातम किया। जंजीर व कमा का मातम करने वाले लहूलुहान हो गये। खून की बहती धार देख लोगों ने दांतों तले उंगली दबा ली। तत्पश्चात दो पलंगों का जूलूस महाजरी मुहल्ले की गलियों से होता हुआ पीलू तले तिराहे पर पहुंचा। जहां अमरजई मुहल्ले के पलंग से मिलाप हुआ। तीनों पलंगों का जुलूस एक साथ होकर निर्धारित रास्तों से मुस्लिम इण्टर कालेज के समीप पहुंचा। जहां रात लगभग नौ बजे पुनः मिलाप के साथ जुलूस समाप्त हो गया। पलंगों के आगे दर्जनभर से ज्यादा अलम साथ-साथ चल रहे थे। दिनभर चले पलंग जुलूस के दौरान पलंग जुलूस के दौरान पलंग जुलूस देखने के लिए उमड़ी भीड़ में महिला और बच्चे लाला बाजार में सजी घरेलू समान की दुकानों एवं खिलौना आदि की दुकानों से जहां खरीददारी की। यह खरीददारी का सिलसिला भी सारा दिन चलता रहा। वहीं दूर-दराज से पलंग जुलूस देखने आये लोगों ने लाला बाजार में लगी सब्जी और लुचूई एवं कवाब-समोसे की दुकानों से यह खाद्य सामग्री खरीदकर आनन्द लेते रहे। साथ ही लाला बाजार में विभिन्न प्रकार के लगे झूलों का भी महिलाओं एवं बच्चों ने लुत्फ उठाया जिसमे छोटे झूले जहां बच्चों के आकर्षण का केन्द्र बने हुए है ंवहीं ऊंचे और बड़े झूले महिलाओ एवं किशोरियों के लिए आकर्षण का केन्द्र है सुबह से लेकर देर शाम तक पलंग जुलूस के साथ सुरक्षा व्यवस्था के तहत जहां पुलिस बल तैनात रहा। वहीं प्रशासनिक अधिकारी भी बीच-बीच में जायजा लेते रहे। उधर शिया समुदाय में मजलिसों व नौहा ख्वानी का सिलसिला जारी रहा। 


माॅर्निंग वाकर्स के लिए आफत बने आवारा कुत्ते
कानपुर। शहर के हर चैराहे, रास्ते, गलियों के साथ पार्को में बडी संख्या में आवारा कुत्तों ने लोगो का चैन छीन लिया है। नगर निगम के अधिकारियों की अनदेखी का खामयाजा शहरवासी भोग रहे है। आवारा पशुओं को पकडने, कुत्तो के बाध्यकरण आदि की योजनाये बनाने वाले सिर्फ कागज के आंकडो को दुरूस्त करने में लगे रहते है उन्हे वास्तविकता से कोई लेना देना नही। आज शहर की हर पार्क में जहां मार्निंग वाकर्स सुबह टहने के लिए आते है उनके लिए यह कुत्ते किसी खौफ से कम नही है।
          शहर में आवारा कुत्तो का आतंक लगातार बढता जा रहा है दिन भर जहां सडक पर राहगीर इन कुत्तो से परेशान रहते है तो रात में यही कुत्ते आक्रामक हो जाते है। इसके साथ ही कुत्तो के खौफ के कारण पार्को व सडकों पर सुबह टहलने वाले लोगों की भी संख्या कम होती जा रही है। यह सच्चाई भी है। सुबह टहलने वालो में एक भी व्यक्ति ऐसा नही था जिसने कुत्तो की बढती तादात और सुबह सन्नाटे में उनके द्वारा काटे जाने के भय से इंकार न किया हो। एक ओर शहर को स्मार्ट बनाने के लिए अरबो रू0 खर्च करने की योजनाये तैयार है तो वहंी इन आवारा जानवरो को नही पकडने की प्रक्रिया बंद पडी है, जबकि लाखों रू0 इसी मद में नगर निगम खर्च कर रहा है। बताते चले कि फूलबाग कम्पनी बाग, ग्रीनपार्क, वीआईपी रोड, कं0 बाग नवाबगंज, मोतीझील आदि अन्य स्ािानों पर सुबह माॅर्निग वाकर्स टहलने आते है जिसमें वृद्ध महिलाये पुरूषो के साथ लगभग हर उम्र के लोग भी होते है। सुबह घर से लेकर पार्क तक कुत्तो की फौज अब माॅर्निंग वार्कस को डराने लगी है। नगर निगम अधिकारियों के कानों में जूं नही रेंग रही। इस मद का पैसा कहां जा रहा है, काम हो रहा या नही इससे किसी को कोई सरोकार नही। जहां रोजारा कुत्तो के काटने व अन्य आवारा पशुओं से लोग परेशान हो रहे है तो वहीं कई लोग अभी तक अपनी जान भी गंवा चुके है। नगर आयुक्त विनाश सिंह ने कुछ समय पूर्व कहा था कि कुत्तो को हटाने के लिए टीम लगाई जायेगी, लेकिन अभी तक न ही कुत्ते पकडने की टीम का गठन हुआ है और जो मौजूदा कर्मचारी है वह भी आवारा जानवरो को नही पकड रहे है और यह बडी लापरवाही आये दिन सडक पर चलने वालो के लिए जानलेवा साबित होती जा रही है।
फीस जमा न होने पर छात्र को जमकर पीटा 
3  अध्यापकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज 
 

कानपुर । फीस समय से न जमा होने पर एक छात्र को स्कूल के तीन अध्यापकों ने मिलकर पिटाई कर दी। जिससे उसको अब चलने फिरने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। तो वहीं परिजनों ने अध्यापकों के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज कराई है।
महाराजपुर थाना क्षेत्र में नेशनल हाइवे टू के किनारे आरके एजुकेशन इंटर कालेज है। यह कालेज फतेहपुर जनपद के बार्डर के करीब है। यहां पर मूल रूप से फतेहपुर जनपद के औंग में रहने वाले उमेश कुमार का बेटा अखिल सिंह पढ़ता है जो कक्षा आठ का छात्र है। उमेश कुमार का लखनऊ में कंप्यूटर इंस्टीटयूट है और वह वहीं पर रहता है। परिवार में पत्नी बबिता अपने एकलौते बेटे अखिल सिंह के साथ औंग में रहती है। अखिल ने बताया कि बीते बुधवार को सुबह जब मै स्कूल पंहुचा तो मेरी क्लास टीचर प्रिंयका मैडम ने मुझसे फ़ीस जमा करने के लिए कहा। मैंने कहा मैडम पापा को समय नहीं मिला आया इस लिए वह नहीं आये है मैं गुरुवार को पापा के साथ आऊंगा और 10 हजार 500 रुपये जमा कर दूंगा। बस इतनी सी बात पर उन्होंने मुझे बाहर निकाला और डंडे से मुझे पीटने लगी। इसके बाद दूसरे सेक्शन के टीचर अतुल और धर्मेद्र ने भी मुझे जमकर पीटा। जब मैंने यह बात प्रिंसिपल को बताया तो उन्होंने भी कोई रिस्पांस नहीं दिया। इसके बाद मै पूरे दिन दर्द से क्लास में करहाता रहा जब मै घर पंहुचा तो यह बात अपनी मां को बताया गुरुवार को जब पापा के साथ स्कूल गया तो उन्होंने पापा के साथ भी बदसलूकी की। बच्चे के पिता उमेश के मुताबिक बच्चे की स्कूल फीस और उसके ट्रेवल को मिलकर साल भर 25 हजार रुपये फ़ीस थी। जिसमें से हमने 15 हजार रुपये फीस जमा कर दी थी, बाकि के 10 हजार 500 रूपये जमा करने थे। लेकिन मैं किसी कारणवश  स्कूल में फ़ीस जमा करने के लिए नहीं पहुंच पाया। इतनी बड़ी रकम देकर बच्चे को स्कूल भेजना नहीं चाहता था इतनी जरा सी बात पर बच्चे को इतनी बेरहमी से नहीं पीटना चाहिए था। बताया कि महाराजपुर थाने में एफआईआर दर्ज करा दी गई है। एसओ ने बताया कि पीड़ित अभिभावक की ओर एफआईआर स्कूल के तीन अध्यापकों के खिलाफ की गई है। जिसकी जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बी.बी.ए. छात्रों हेतु (Personality Development & Employability) व्यक्तित्व
विकास एवं रोजगार परकता विषय पर 30 दिवसीय कार्यशाला का आरम्भ

आज दिनांक 20.09.2017 को छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय के व्यवसाय प्रबन्धन संस्थान में बी0बी0ए0 छात्रों हेतु (Personality Development & Employability व्यक्तित्व विकास एवं रोजगार परकता विषय पर 30 दिवसीय कार्यशाला का आरम्भ किया गया। संस्थान के बी0बी0ए0 के छात्रों हेतु कार्यक्रम आयोजित किया गया है। मुख्य अतिथि के रूप में संस्थान के निदेशक प्रो0 संजय कुमार श्रीवास्तव जी ने कहा कि वर्तमान समय में छात्रों की शिक्षा का उद्देश्य उनकी रोजगार प्राप्त करने की क्षमता को बढ़ाना है। शिक्षा को समाज के लिए उपयोगी होना चाहिए, इसके लिए छात्रों को अपने व्यैक्तित्व के विकास पर एवं समाज में होने वाले परिवर्तनों को जानना जरूरी है। शिक्षा संस्थानों का औद्योगिक संस्थानों एवं उनके कार्यकलापों से समागम होना आवश्यक है। 
इस अवसर पर संकाय सदस्य प्रो0 मुकेश रंगा ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम युवा छात्रों की क्षमताओं एवं प्रतिभाओं को बढ़ाते है। 
इस अवसर पर आई0बी0एम0 संकाय सदस्य सुश्री अर्पणा कटियार एवं शाह मोहम्मद ने छात्रों को भविष्य की चुनौतियों का सक्षम तरीके से समग्र विकास के द्वारा सामना करने की प्रेरणा दी।
मेधा फाउण्डेशन के श्री अफहाॅन हारिश ने मेधा संस्थान के कार्यकलापों से और व्यैक्तित्व विकास की जानकारी छात्रों को दी। कार्यक्रम का संचालन श्री अफहाॅन हारिश ने किया।
कार्यक्रम में आई0बी0एम0 के संकाय सदस्य श्री राजीव कुमार, श्रीमती सारिका गुप्ता, मेधा संस्थान के एरिया मैनेजर मोहम्मद दानिश, टेªनर स्मृति सिंह एवं आलोक उपाध्याय और आई0बी0एम0 के बी0बी0ए0 के छात्रों ने प्रतिभाग किया। 
किसानों  को धोखा देकर उड़ाया गया उनका मजाक- जयन्त चैधरी

कानपुर नगर, कानुपर में जाजमऊ गंगा पुल पर राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चैधरी का कानपुर के रालोद नेताओं व कार्यकर्ताओं द्वारा भव्य स्वागत किया गया। इस दोरान जयंत चैधरी ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि बीजेपी सरकार ने सार्वजनिक तौर पर किसानों का मजाक उडाया है। कर्ज माफी के नाम पर किसानों को धोखा दिया गया। मोदी सरकार ने किसानों को राहत देने के बजाय उनके घावों में नमक लगाने का काम किया है। गरीब किसानों को एक एक पैसे के चेक देकर उनका मजाक उडाया गया है। कहा अगर उन्हे कर्ज माफी ही करनी थी तो उकने खातों में पैसा डलवाते ऐसे आयोजन करने की क्या जरूरत थी। बताया कि इस सम्बन्ध में प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ से कहा गया है कि ऐसे आयोजनों को बंद किया जाये, जबकि जिन राज्यों में सूखा पडा है सरकार द्वारा उन राज्यों को सूखाग्रस्त घोषित नही किया जा रहा है।
          जयंत चैधरी ने बीजेपी सरकार की सभी नीतियों को जनविरोधी बताते हुए कहा कि प्रदेश में योगी  सरकार ने अपने 6 माह के कार्यकाल में कोई भी विकास कार्य नही किया है। उन्होने विकास के मुददे पर चुनाव लडा था और कहा था कि प्रदेश में हम नया आयाम स्थापित करेंगे। वहीं बुलेट ट्रेन के बारे में कहा कि 3 लाख 80 हजाार करोड की बुलेट ट्रेन की योजना बनाई गयी है, जिसका एक तिहाई हिस्सा जितना ये खर्च कर रहे है वह यूपी जैसे बडे राज्य का बजट होता है। यह सब निरर्थक साबित हो जायेगा, क्योंकि सरकार का मूलभूत सुविधाओं की ओर ध्यान नही है। उन्होने कहा कि इस सरकार में कोई काम नही हुआ है केवल ये औरंगजेब और अकबर के चक्कर में पडे हुऐ है। 6 माह में सरकार ने जो श्वेतपत्र जारी किया है वो बेमतलब है श्वेत पत्र का मतलब होता है कि चुनौती और चुनौत का अप्रोच क्या है। आप 6 माह के बाद यह कह रहे हो कि इस बीत इस सरकार में घोटाला हुआ है उस सरकार में घोटाला हुआ है जबकि अब तो आपके ही मंत्री, विधायक प्रतिनिधी है आपकी पार्टी क्या कर रही है। वहीं उनके साथ आये प्रदेश अध्यक्ष डा0 मसूद अहमद ने कहा कि मौजूदा प्रदेश की सरकार बुरी तरह विफल है। जहां एक ओर शिक्षा मित्रो को भाजपा द्वारा चुनाव आश्वासन दिया गया वह भी मिथ्या साबित हुई है। श्वेत पत्र को बताकर पिछली सरकारों की कमियां दिखाकर अपनी निष्क्रियता पर पर्दा डालने का काम किया गया है। इस अवसर पर सुरेश गुप्ता, मो0 उस्मान, सुरेश अग्रहरि, प्रमोद यादव, विमलेश पाठक, प्रदेश सचिव सुरेश अग्रहरी,  मो0 असलम, लतीफ लतीफ बाबा, सत्येन्द्र खन्ना, राकेश दीक्षत, संजय शाह आदि लोग मौजूद रहे।
नकल न मिलने पर नर्सिंग छात्रों ने मचाया उत्पात, पुलिस पर किया पथराव
कैम्पस में घूम-घूमकर की तोड़फोड़, भागकर टीचरों व स्टॉफ कर्मियों ने बचाई जान

कानपुर । जनपद के बिठूर थाना क्षेत्र स्थित रामा मेडिकल यूनिवर्सिटी में एएनएम परीक्षा देने आए नर्सिंग स्टूडेंट नकल न मिलने से भड़क गये। नारेबाजी के बाद गुस्साएं छात्र-छात्राओं ने यूनिवर्सिटी में तोड़फोड़ शुरू कर दी। समझाने आए पुलिस कर्मियों को देख आक्रोशित स्टूडेंटों ने पथराव शुरू करते हुए कैम्पस में घंटों उत्पात मचाया। बवाल की जानकारी की कई थानों का फोर्स सर्किल सीओ, एसपी समेत डीआईजी मौके पर पहुची और बल प्रयोग करते हुए स्टूडेंटों को हिरासत में ले लिया। 
मंधना स्थित रामा मेडिकल यूनिवर्सिटी में एएनएम कोर्स की परीक्षा उत्तर प्रदेश ट्रेट मेडिकल फैकल्टी द्वारा आयोजित की गई थी। 10.30 बजे से नर्सिंग की परीक्षा होनी थी। मंगलवार को परीक्षा देने भारी संख्या में छात्र-छात्राएं पहुंचे और नकल की पर्ची ले जाने लगे। परीक्षा ड्यूटी पर तैनात टीचरों ने नकल ले जाने से मना कर दिया। इस पर स्टूडेंटों ने नाराजगी जताते हुए रामा मेडिकल कालेज प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू की दी। इस बीच प्रबंधन की ओर से छात्रों को परीक्षा से नाम काटने की धमकी दी गई। जिससे नाराज छात्र-छात्राओं ने कैम्पस में प्रिंसिपल रूम, कम्प्यूटर रूम के साथ पूरे परिसर में घूम-घूम कर तोड़फोड़ की और उत्पात मचाया। छात्रों को गुस्सा देख मौजूद टीचर अपनी जान बचा कर मौके से भाग खड़े हुए।  
हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने छात्र-छात्राओं को समझने का प्रयास किया, लेकिन  उत्तेजित स्टूडेंटों ने एक ना सुनी। बल्कि पुलिस के ऊपर ही हमला करते हुए पथराव शुरू कर दिया। इस दौरान पुलिस और छात्रों में जमकर बवाल हुआ। बवाल बढ़ने पर डीआईजी सोनिया सिंह, एसपी पश्चिम डा. गौरव बंशवाल, सीओ रजनीश वर्मा कई थानों का फोर्स के साथ पहुंचे और छात्रों को खदेड़ते हुए लाठियां चटकाई। दोनों ओर से पथराव व लाठीचार्ज में कई छात्र-छत्राओं के साथ पुलिस कर्मी भी घायल हो गये। घंटों की मशक्कत के बाद डीआईजी के नेतृत्व में पुलिस फोर्स हालात काबू करने में सफल हुए। 
स्टूडेंटों का आरोप
सारिका नर्सिंग द्वितीय वर्ष की छात्रा ने बताया कि हम लोगों से कालेज प्रशासन ने नकल कराने के लिए 10-10 हजार रूपए लिए थे। बोला था कि, कालेज में परीक्षा के दौरान आप लोग नकल कर सकते है। जब परीक्षा देने के लिए हम नकल लेकर पहुंचे तो टीचरों ने नकल कराने से मना कर दिया। नर्सिंग छात्रा का कहना है कि हमें अगर नकल नहीं करानी थी तो हम लोगां से रूपए क्यों लिये गये। 
प्रबंधन की सफाई 
एडमिन डिपार्टमेंट की व्यवस्थापक टीचर बेबी कमल ने बताया, आज एएनएम और जेएनएम का प्रथम पेपर होना था। जिसमें छात्र-छात्राये नकल लेकर पहुंचे थे। हम लोगों ने मना किया, तो छात्र-छात्रायें उग्र हो गए और टीचरों के ऊपर हमला बोल दिया। हम लोगों ने किसी तरह भाग कर अपनी जान बचाई। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में छात्र-छात्राआें ने कालेज में जमकर तोड़फोड़ भी की है।
मांगी गई थी परीक्षा की सीसीटीवी फुटैज
कॉलेज प्रबंधन ने बताया कि, परीक्षा आयोजक उ0प्र0 ट्रेड मेडिकल फैकल्टी की ओर से आदेशित किया गया था परीक्षा सीसीटीवी कैमरों में होगी। जिसको देखते हुए केन्द्र में बनाये गये सभी परीक्षा रूमों में कैमरे लगवा दिये थे। यहीं ने फैकल्टी द्वारा परीक्षा पूर्ण होने पर उसकी रिकार्डिंग भी मांगी गई है। छात्रों का नकल कराने के लिए रूपये देने का आरोप पूरी तरह से निराधार है। 
स्टूडेंटों पर होगी कार्यवाही 
डीआईजी सोनिया सिंह ने बताया कि नकल को लेकर कालेज में छात्र-छत्राओं ने जमकर हंगामा कर तोड़फोड़ की गई है। हंगामे की सूचना पर आए पुलिस बल पर पथराव किया। स्टूडेंटों के आरोप को लेकर कॉलेज प्रशासन से भी बात की जा रही। वहीं कानून व्यवस्था को हाथ में लेने वाले दोषी छात्र-छात्राओं को हिरासत में लेकर उनके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
जब तक दुनिया में कुरान और अहले बैत बाकी हैं, इस्लाम के वजूद को कोई भी मिटा नहीं सकता - मौलाना गुलाम रसूल बलियावी
बर्मा में नरसंहार पर संयुक्त राष्ट्र इस पर दखल देकर वहां के मजलूमों को इंसाफ दिलायें
अंजुमन निस्बते ताजुश्शरिया या के बैनर तले बेकनगंज में शाने अहलेबैत मुस्तफा कांफ्रेंस का आयोजन

कानपुर 17 सितंबर।
अंजुमन निस्बते ताजुश्शरिया  के जेरे ऐहतेमाम बेकनगंज मछली तिराहा पर शाने अहलेबैत मुस्तफा कांफ्रेंस आयोजित हुई। जिसमें काफी तादाद में गुलामाने मुस्तफा ने शिरकत किया। जलसे को खिताब फरमाने के लिए पटना (बिहार) से आये पूर्व सांसद व एमएलसी हजरत अल्लामा मौलाना गुलाम रसूल बलियावी सदर कौमी इत्तेहाद मोर्चा ने खिताब फरमाते हुए कहा कि हिदायत के लिए कुरान और अहलेबैत हैं। अहले बैत को समझना हो तो कुरान से समझें और कुरान को समझना हो तो अहले बैत से समझें और इन दोनों को जिसने समझ कर पूरी दुनिया को समझाया, उस शख्सियत को आला हजरत इमाम अहमद रजा खां कहते हैं। उन्होंने आला हजरत का एक शेर पढ़ा (तेरी नस्ले पाक में है बच्चा बच्चा नूर का, तू है एैने नूर तेरा सब घराना नूर का) वैवाहिक विवादों व दौलत के गुरूर का खात्मा अगर मकसूद है और अगर औलादों को नेक और सालेह बनाने का अगर सही जज्बह है तो मुसलमान अपनी बेटियों को तारीखे सैयदा फातिमा पढ़ा दें। बिना किसी वसाइल (संसाधन) के जंग जीतने का इरादा हो तो अपनी नस्लों को तारीखे कर्बला पढ़ा दो। इसारों इखलास के साथ फाका में बादषाहत का न मिटने वाला अगर कोई नक्षो निशान देखना हो तो सैयदना इमाम हुसैन रजि. की सीरते करीमाना का मुतालआ (अध्ययन) कर लो। जान लो जब तक दुनिया में कुरान और अहलेबैत बाकी हैं इस्लाम के वजूद (अस्तित्व) को कोई मिटा नहीं सकता। उन्होंने बर्मा को लेकर बयान में कहा कि भारत की विदेश नीति को रोजे अव्वल से ही मजलूमों की हिमायत (समर्थन) में रही। दुनिया में कहीं भी कुदरती आफत, मरने वालों के प्रति संसद के दोनों सदनों से लेकर सड़क तक हर भारतीय अपनी हमदर्दी का इजहार का ऐलान करता है और यह हमारे देश की विश्वस्तर पर मुनफरद पहचान रही। पड़ोस के नेपाल और देश के अधिकांश क्षेत्रों में जो हाल ही में भूकंप आया था तो एक बड़ी राशि नेपाल के बुनियादी ढांचे को खड़ा करने के लिए भारत ने दिया। ऐसे अनगिनत उदाहरण हैं। बांग्लादेश में पिछले पांच साल पहले एक सैलाब आया आया था वहां भी ने इंसानी हमदर्दी का मुजाहरा करते हुये इमदाद भेजी थी। बरमा भी इंसानों का कत्ले आम हो रहा है। हैरत इस बात की है कि सेना और वहाँ के मजहबी दहशतगर्द दोनों एक हो चुके हैं और यह फर्क करना मुश्किल हो रहा है कि सेना कौन है और दहशतगर्द कौन है? बालाये सितम ये है कि आलमी सतह पर हुकूके इंसानी (मानवाधिकार) को इदारा (संस्था) और बड़ी अदालत है वह संयुक्त राष्ट्र है और पूरी दुनिया के देश इसके सदस्य हैं। यदि किसी देश का नागरिक धार्मिक, व्यक्तिगत, जातीय शोषण का शिकार हो या जुल्म व सितम से दो चार हो तो संयुक्त राष्ट्र अपने पावर का उपयोग करते हुए हस्तक्षेप करती है, लेकिन फिलिस्तीन में बरसों से नरसंहार का सिलसिला जारी है। बरमा में इलक-ए-वार नस्लकुषी का दौर शुरू है और संयुक्त राष्ट्र को पूरी दुनिया की इंसानियत चीख चीख कर आवाज दे रही है, लेकिन संयुक्त राष्ट्र सुन क्यों नहीं रहा? हमारे देश की विदेश नीति उस समय से जालिमों के हामी हो गई जब भारत के पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव ने इसराइल से सिफारिती ताल्लुक कायम किए। मौजूदा प्रधान मंत्री ने विदेशों के दौरे तो बहुत किये लेकिन अच्छे संबंध स्थापित करने में सफल नहीं हुए। उन्होंने आगे कहा कि बंगला जबान बोलने की बुनियाद पर बर्मा या रोहिंगया का नागरिक नहीं माना जा सकता है। इस समय जो यह कहकर हायतौबा मचाने की कोशिश हो रही है कि बर्मा के बहुत से लोग भारत में शरणार्थी हैं। हम केंद्र सरकार से जानना चाहते हैं कि तिब्बत के कितने लोग मुकीम हैं और उन्हें भारत सरकार से क्या क्या सुविधायें दी गई हैं और अगर दी गई हैं तो किस आधार पर? मानवीय आधार पर या धर्म के आधार पर। इसका खुलासा भी देश की जनता के सामने आना चाहिए। 
जलसे को मौलाना मोहम्मद शहाबुद्दीन रजवी ने भी संबोधित किया। जलसे की सरपरस्ती सुन्नी जमीअत उलेमा उत्तर प्रदेश के सदर हजरत अल्लामा मुफ्ती मोहम्मद इलियास खां नूरी, सदारत सैयद मोहम्मद अमीन मियां काजमी और निजामत वारिस रजा चिश्ती ने की। इससे पहले जलसे का आगाज तिलावते कुरान पाक से कारी अमीर हमजा नूरी ने किया। जनाब साजिद रजा सुल्तानपुरी, कलीम दानिश, जैनुल आबेदीन और मोहम्मद शोएब अजहरी ने बारगाहे रिसालत में नात पाक का नजराना पेश किया। जलसा सलातो सलाम और दुआ के साथ खत्म हुआ।
तंजीम बरेलवी उलेमाए अहले सुन्नत के सदर व जलसे के मीडिया इंचार्ज हाफिज व कारी सैयद मोहम्मद फैसल जाफरी ने आए हुए मेहमानों का शुक्रिया अदा किया। इस मौके पर मौलाना मोहम्मद उमर कादरी, मुफ्ती शब्बीर अहमद रजवी, कारी तैयब अली कादरी, मौलाना मुशाहिद रजा कादरी, मौलाना नौशाद रजा अजहरी, हाफिज मोहम्मद तारिक अजहरी मौलाना अख्तर रजा खां, मौलाना आफताब आलम अजहरी, कारी अकील अहमद अजहरी, हाफिज मोहम्मद आमिर अजहरी, मोहम्मद शादाब रजा, मोहम्मद दानिश, मोहम्मद सरताज, मोहम्मद इरशाद, मोहम्मद आमिर, मोहम्मद शानू, मोहम्मद सुहैल, मोहम्मद रईस खां, जियाउद्दीन अजहरी आदि लोग मौजूद थे।

होप संस्था के द्वारा वृद्जनों के लिए निःशुल्क स्वास्थय शिविर 

कानपुर।  परम पूज्य यज्ञ सम्राट महामंडलेश्वर स्वामी श्री प्रखर जी महाराज द्वारा वरिष्ठ नागरिकोें की सेवा में संकल्पित ‘‘होप’’ संस्था का प्रीमियर इंस्टीट्यूट आॅफ पैरामेडिकल साइंसेज के सहयोग से वृद्वजनों के लिए निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर आज 17 सितंबर 2017, रविवार सायं 3 बजे से 5 बजे तक कानपुर गौशाला सोसायटी, शाखा भौंती, कानपुर में लगाया गया। 
शिविर का उद्घाटन श्री राम जी त्रिपाठी, गंगा प्रहरी ने किया। उद्घाटन के उपरान्त श्री त्रिपाठी ने कहा कि स्वामी श्री प्रखर जी महाराज द्वारा जो भी प्रकल्प चलाए जा रहे हैं वह बहुत सराहनीय है और उन्होंने वहां पर उपस्थित लोगों से कहा कि हम लोगों भी उनके प्रकल्पों के साथ जुड़कर समाज के हित लिए सदैव तत्पर रहना होगा तभी इस देश की तरक्की संभव है। हमारी जहां भी आवश्यकता होगी मैं तन, मन, धन से इस संस्था के लिए तैयार हूं। मुझे यह नहीं लगता ऐसी संस्थाओं को कहीं भी कोई परेशानियां आती है यदि कोई परेशानी आएगी भी तो मैं सदैव तत्पर हूं। होप संस्था का नाम मैं बहुत वर्षों से सुन रहा था कि यह संस्था वृद्धों एवं गरीबों के बीच में अच्छा कार्य रही है। आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि उक्त संस्था सदैव गरीबों और वृद्धों के बीच कार्य करती रहेगी और उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि गंभीर बीमारियों पर जो वृद्धजन होंगे उनके इलाज वास्ते जो भी पैसा उनके इलाज में लगेगा वह मैं स्वयं अथवा शासन से दिलवाऊंगा।
शिविर में 137 लोगों का ने परीक्षण का लाभ उठाया। शिविर में फिजियोथेरेपी, नेत्र रोगों का परीक्षण कर दवाइयां दी गईं। शिविर में डाॅ0 अजीत सचान, नेत्र रोग विशेषज्ञ एवं डाॅ0 ओम्मा बेगम, फिजियोथेरेपिस्ट ने उक्त शिविर में आई.एम.ए. के अध्यक्ष डाॅ0 प्रवीण कटियार, सचिव राहुल मिश्रा, पूर्व मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ0 वी0सी0 रस्तोगी की भी गौरवमयी उपस्थिति रही। 
श्री विजय पाण्डेय महामंत्री ने युवाओं से अनुरोध किया कि आप लोग वृद्धजनों को अगले स्वास्थ्य शिविर में लाएंगे तो संस्था आपका सम्मान करेगी।
श्री विश्वनाथ कानोडिया आए हुए वृद्धजनों एवं आभार प्रकट किया।
शिविर में प्रमुख रुप से सर्वश्री, सुरेश गुप्ता, कु0 प्रियंका कानोडिया, कु0 स्वाति कानोडिया, कु0 स्निग्धा अग्रवाल, नवीन अग्रवाल, विशाल अग्रवाल, शिवम् त्रिपाठी, प्रदीप गुप्ता, मुरारी लाल सर्राफ, नरेन्द्र शर्मा, कर्नल के0एल0 कौशल, सत्यनारायन नेवटिया, अशोक जौहरी, योगेश नारायन बाजपेई, राजेन्द्र कुमार द्विवेदी आदि लोग मौजूद रहे।
हिन्दी उर्दू साहित्य अवार्ड कमेटी की 
निदा फाजली के व्यक्तित्व-कृतित्व पर संगोष्ठी
सहज शब्दों में जज्बात की बयानगी ने दी शायरी को रवानगी

लखनऊ, 16 सितम्बर। सहज सरल शब्दों में शायरी करना निदा फाजली की खासियत थी। वे खालिस भारतीय और पक्के देशभक्त थे। मंच पर उनका विराट व्यक्तित्व था तो पत्र-पत्रिकाओं में नज्मों के साथ ही गम्भीर लेखों ने उन्हें चिंतनशील विचारक की पहचान दिलाई। बेहतरीन शायरी के लिए उन्हें हमेशा याद रखा जाएगा।  हिन्दी-उर्दू साहित्य अवार्ड कमेटी की ओर से ये विचार यहां प्रेस क्लब में निदा फाजली के व्यक्तित्व और कृतित्व पर आयोजित संगोष्ठी में विद्वानों ने व्यक्त किए। यहां अमेरिका, कनाडा, मिस्र, दुबई के विद्वान भी लेख पढ़ने के लिए आमंत्रित थे। अध्यक्षीय वक्तव्य में डा.शारिब रुदौलवी ने कहा कि जज्बात को आसान हर्फों में बयां करने की पकड़ निदा की खासियत थी। घर से मस्जिद है बहुत दूर चलो यूँ कर लें, किसी रोते हुए बच्चे को हँसाया जाएजैसे शेर उनके जैसा शायर ही लिख सकता है। ऐसी शायरी मिटाने की हजार कोशिशों के बावजूद नहीं मिट सकती। 
डा.साबरा हबीब के संचालन में चली संगोष्ठी में इससे पहले कमेटी के महासचिव अतहर नबी ने अतिथियों और वक्ताओं का स्वागत करते हुए कमेटी की गतिविधियों से परिचित कराया और कहा कि कमेटी निदा फाजली के व्यक्तित्व और कृतित्व को जल्द ही किताब की शक्ल में ढालकर लाने का प्रयत्न करेगी। शायर हसन कमाल ने कहा कि निदा फाजली को आम आदमी भले ही उनको दुनिया जिसे कहते हैं, मिट्टी का खिलौना है’, ‘होश वालों को खबर क्या, बेखुदी क्या चीज है’, ‘कभी किसी को मुकम्मल जहाँ नहीं मिलता....जैसे गीतों से पहचानता हो पर उनकी गज़लें कड़वी सच्चाईयों से निकली और जिंदगी का पूरा फलसफा सामने रखने वाली हैं। उर्दू-फारसी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डा.अनीस अंसारी ने उन्हें एक सुलझा हुआ शायर बताने के साथ कहा कि दंगों से तंग आ कर उनके माता-पिता जरूर पाकिस्तान जाकर बस गए थे मगर वे नहीं गए। उनकी शायरी बहुत बेतकल्लुफ और ऐसे चुनिंदा शब्दों में है कि जहां कोई और शब्द उतना सटीक नहीं हो सकता। डा.अब्बास नय्यर ने उनके साहित्यिक सफर का जिक्र करते हुए बताया कि उनका जन्म 1938 में 12 अक्तूबर दिल्ली में हुआ और उनका असल नाम मुक्तदा हसन था। भावों को पढ़ने का शायराना अंदाज उनको विरासत में मिला था। पिता मुर्तुजा हसन खुद शायर थे। बचपन में वह जांनिसार खां अख्तर के शहर ग्वालियर में रहे। वहीं से पीजी किया। शायर जांनिसार अख्तर उनकी शायरी से प्रभावित थे और अख्तर के इंतकाल के बाद उनकी बदौलत ही उन्हें कमाल अमरोही की फिल्म रजिया सुल्तान में गीत लिखने का मौका मिला। तेरा हिज्र मेरा नसीब है....और आई जंजीर की झन्कार....जैसे गीत सामने आते ही हर जुबान पर आम हो गए। फैयाज रिफअत ने बताया कि उस समय मुंबई हिन्दी-उर्दू साहित्य का केन्द्र माना जाता था। वहाँ से धर्मयुग, सारिका जैसी प्रतिष्ठित लोकप्रिय पत्रिकाएँ निकलती थीं। निदा काम की तलाश में वहाँ गए और धर्मयुग, ब्लिट्ज जैसी पत्रिकाओं व समाचार पत्रों के लिए लिखने लगे। उनकी सरल और प्रभावकारी लेखनशैली ने उन्हें सम्मान और लोकप्रियता दिलाई। उर्दू कविता का उनका पहला संग्रह 1969 में शाया हुआ। फिर फिल्मी सफर शुरू हुआ। डा.निर्मल दर्शन ने बताया कि निदा फाजली को आसान भाषा में लिखे दोहों के लिए खास तौर पर याद किया जाएगा। उनके दोहों और गजलों को जगजीत सिंह की आवाज ने चार चांद लगाकर और लोकप्रिय बनाया। अमेरिका के जैक्सन अलेक्स, ने बताया कि निदा फाजली ने कबीरदास, तुलसीदास, बाबा फरीद इत्यादि कई अन्य कवियों को पढ़ा और गुना। तभी उन्होंने सीधे दो-टूक भाषा को चुना। आठ फरवरी 2016 को निधन हो गया। संगोष्ठी में इसके अलावा दुबई के डा.अल्तमश, मिस्र के गलाल इटेवाफी, कनाडा के डा.इकबाल हैदर, डा.शाकिर हाशमी, डा.अनवर जलालपुरी, शायर मनीष शुक्ला, शाहनवाज कुरैशी, सुहैल काकोरवी, सिराज मेंहदी, हसन काजमी, डा.मसीहुद्दीन, डा.सुधीर मिश्रा, संतोष बाल्मीकि व डा.साबिहा अनवर ने भी विचार रखे। 
प्रशिक्षण कार्यक्रम की हुई शुरूआत

कानपुर नगर, पांच दिवसीय अगरबत्ती, धूपबत्ती, हवन सामग्री एवं सुगन्धी निर्माण पर प्रशिक्षण कार्यक्रम की शनिवार को विसतार इकाई, सुगन्ध एवं सुरस विकास केन्द्र फजलगंज में शुरूआत हुई। इस पशिक्षण कार्यक्रम की शुरूआत तिरंगा अगरबत्ती के नरेन्द्र शर्मा तथा कार्यक्रम के संयोजक डा0 भक्ति विजय शुक्ला सहायक निदेशक विस्तार इकाई सुगन्ध एवं सुरस विकास केन्द्र के द्वारा दीप प्रज्जवलन के साथ हुई।
           इस अवसर पर उन्होने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में देश के विभिन्न स्थानो से 20 प्रतिभागी आकर भाग ले रहे है। 20 सितम्बर तक चलने वाले इस शिविर में प्रतिदिन अगरबत्ती, धूपबत्ती, हवन सामग्री एवं सुगन्धी निर्माण से सम्बन्धित विषयों पर प्रतिदिन व्याख्यान एवं कार्यशाला का आयोजन होगा। डा0 भक्ति विजय शुक्ला ने केन्द्र की कार्यप्रणाली एवं इसके द्वारा कन्नौज एवं देश के अन्य शहरों में चलाये जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से बताया।। इस दौरान नितिन सेहजी का व्याख्यान हुआ जिसमें उन्होने हाथेां द्वारा बनायी जाने वाली अगरबत्ती और कलर कोटेड अगरबत्ती को प्रयोगात्मक ढंस से समझाया तथा उसमें प्रयोग किये जाने वाले कच्चे माल की जानकारी थी। इस अवसर पर मयंक कुमार, रामनरेश यादव, अविनाश कुमार सैनी, शिवदीप यादव, डा0 प्रीति सिंह, मंजू वर्मा, कमलेश चन्द्र, निखिल खन्ना, निधि शुक्ला आदि उपस्थित रहे।
 छात्राओं ने वार्षिक अधिवेशन में बांधा शमां

कानपुर नगर, आचार्य नरेन्द्र देव नगर निगम महिला महाविधालय में पूर्व छात्राओं की संस्था एल्मुनियम एसो0 के वार्षिक अधिवेशन में मुख्य अतिथि कुमकुम स्वरूप उपस्थि रही। इस अवसर पर पूर्व छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। इस कार्यक्रम के दौरान मनीषा एण्ड ग्रुप और निष्ठा एण्ड ग्रुप द्वारा समूह नृत्य प्रस्तुत किया गया, जिसमें छात्राओं ने अपनी कला को नृत्य के माध्यम से प्रदर्शित किया। वहीं छात्राओं ने कजरी गायन गाकर उस्थित लोगों को तालिया बनाजे पर मजबूर कर दिया। कार्यक्रम के दौरान मौजूद छात्राये झूमकर नाचती हुई दिखाई दी। प्राचार्या नीरा नागरत ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी एल्मुनियम एसो0 के वार्षिक अधिवेशन का आयोजन किया गया है जिसमें छात्राओं ने बढ चढ कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम में अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किये गये। इस अवसर पर डा0 मंजू भारती, डा0 विमलेश शर्मा, डा0 प्रीति त्रिवेदी, डा0 शीला मिश्रा, डा0 नीलम चैहार, उा0 अंजू रानी, डा0 दीप्ति गुप्ता आदि उपस्थित रहीं।








जमीअत उलमा कानपुर दो दर्जन घरों का निर्माण कराएगी:- मुफ्ती इज़हार मुकर्रम कासमी
700 परिवारों की आवष्यकताओं पर लाखों रुपये खर्च करने और 5 लाख रुपये नकद जमा करने के फिलहाल में 3 घरों का निर्माण कार्य शुरू

मौलाना इज़हार मुकर्रम क़ासमी ने बतलाया कि मौलाना क़ारी सैयद मुहम्मद उस्मान मन्सूरपुरी अध्यक्ष जमीअत उलमा ए हिन्द व मौलाना सैयद महमूद मदनी महासचिव जमीअत उलमा ए हिन्द के निर्देश पर भारतीय मुसलमानों की सबसे बड़ी संस्था जमीअत उलमा ए हिन्द और जमीअत उलमा ए बिहार के जिम्मेदार और कार्यकर्ता बिहार व सीमांचल के विभिन्न क्षेत्रों में पूरी तरह से सक्रिय हैं, जमीअत की केंद्रीय और प्रांतीय टीमें पिछले एक महीने से सभी प्रभावित जिलों विषेषकर सर्वाधिक प्रभावित किशनगंज, अररिया, पूर्णिया और कटिहार जैसे बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत के कामों में व्यस्त है, जमीअत उलमा ने अब तक तीस हजार से अधिक परिवारों को खाने-पीने और आवश्यकताओं से संबंधित महत्वपूर्ण सामग्री वितरण की हैं, दर्जनों स्थानों पर निः शुल्क चिकित्सा सुविधा के लिये मेडिकल कैंप लगाए गए हैं, ईदुल अज़हा(बकरीद) के अवसर पर लगभग 699 बड़े जानवरों और कुछ छोटे जानवरों की कुर्बानी की गयी है , जमीअत उलमा ए हिन्द से बाढ़ पीड़ितों की उक्त सहायता के साथ उनके स्थायी पुनर्वास के लिए अब तक सौ से अधिक घरों की नींव रखी जा चुकी है जिसमें अब 3 घरों जमीअत उलमा नगर कानपुर की तरफ से तैयार करवाए जा रहे हैं। उन्होंने बतलाया कि बाढ़ से हजारों नहीं बल्कि लाखों लोग बेघर हो चुके हैं जो खुले आसमान के नीचे जीवन व्यतीत करने के लिए मजबूर हैं, उनका कोई हाल खबर लेने वाला नहीं है, सरकारी स्तर पर जो मदद की उम्मीद थी वह अब तक नजर नहीं आ रही है। जमीअत उलमा नगर कानपुर से पीड़ितों के लिए लाखों रूपयों की आवश्यक वस्तुओं, खाने-पीने और बच्चों के दूध वगैरह की किट, रहने के लिए प्लास्टिक, बांस और रस्सी के घरों के अलावा ज्यादा प्रभावितों को नकदी भी दी हैं और अब दो दर्जन घरों को बनवाने का फैसला लिया गया है जिन में तीन घरों का निर्माण शुरू हो चुका है।
जमीअत उलमा उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष मौलाना मुहम्मद मतीनुल हक उसामा क़ासमी जो इस समय दिल्ली के दौरे पर हैं। उन्होंने कहा कि इंसानी हमदर्दी रखने वाले हर व्यक्ति की यह सर्वोच्च जिम्मेदारी है कि वह इन बेसहारा पीड़ित लोगों की मदद के लिए आगे आयें, जमीअत उलमा ए हिन्द से अब तक लगभग दो करोड़ की राशि खर्च की जा चुकी है, लेकिन नए घरों के निर्माण के लिये अब भी लाखों लाख रुपये की जरूरत है। उन्होंने मुसीबत की इस घड़ी में प्रभावित लोगों की मदद के लिये सहयोग करने वाले सभी लोगों को सराहते हुए कहा कि आप सभी लोग अपना हर तरह से सहयोग जारी रखे, आप का यह सहयोग आपके लिए सदका़ ए जारियह(नेक काम) होगा और दुनिया व आखिरत में चैन और सुकून और कामयाबी का कारण बनेगा। मौलाना इज़हार मुकर्रम ने मौलाना मतीनुल हक़ उसामा क़ासमी के हवाले से बतलाया कि बाढ़ पीड़ितों के लिये कई लाख रुपये सहायता की चैथी किस्त जल्द ही बिहार रवाना की जाएगी।

Kanpur Ka Naya Chehra..... Satrangi Andaz Mein



महीनों से बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे 
फतेहपुर (छीकनटोला) के बाशिंदे

फतेहपुर। नगर पालिका के जल निगम विभाग की उदासीनता के चलते बूंद-बूंद पानी के लिए तरसने को मजबूर हैं। बाशिंदे महीनों से पानी न आने से लोगों को अनेक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है प्रशासन से कई बार समस्या से अवगत कराने के बाद भी इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है जिससे स्थानीय लोगों मे आक्रोश उत्पन्न हो रहा है।
नगर पालिका क्षेत्र के छीकनटोला मोहल्ला के निवासियों का हाल बद से बत्तर है कहने को तो नगर पालिका परिषद ने पानी की सप्लाई के लिए पाइप लाइन बिछवा रखी है मगर वह हांथी के दांत से कम नहीं है। यहां के निवासियों को पानी मुहैया कराने मे नगर पालिका पूरी तरह से असमर्थ है महीनों से इस वार्ड मे पानी की समस्या बनी हुयी है। कभी धोखे से अगर किसी पाइप मे पानी आ जाये तो बाशिंदों  के लिए ईंट से कम नहीं होता लोग नल मे पानी के लिए सुबह से ही बाल्टी लेकर लम्बी-लम्बी कतारों मे खड़े हो जाते हैं इस आशा के साथ कि पानी मिल जायेगा और हमारी जरूरतें पूरी हो जायेगी मगर घंटों खड़े होने के बाद निराशा ही हांथ लगती है पानी के लिए यहां के वाशिंदों को दूर-दूर जाना पड़ता है। मोहल्ले की महिलाओं का कहना है कि पानी की समस्या के चलते बच्चों की शिक्षा पर असर पड़ रहा है अधिकारियों के चक्कर काट काटकर थक गये हैं और हालातों से समझौता करने के बाद बिना पानी के जीवन को किसी तरह से काटना पड़ रहा है। मोहल्ले की गीतांजलि, जावेद, सकील का कहना रहा कि कई बार जिलाधिकारी व नगर पालिका अधिषासी अधिकारी को पानी की समस्या से निजात दिलाने के लिए अवगत कराया गया लेकिन किसी तरह की कोई पहल अब तक नहीं की गयी। उधर इस मामले पर अधिषासी अधिकारी रश्मी भारती का कहना रहा कि समस्या के निराकरण के लिए जिलाधिकारी व जल निगम से बात हो गयी है जमीन चिन्हित कर ली गयी है। घनी आबादी के कारण कार्य मे समस्या आ रही है जल्द ही बोरिंग कराकर वहां पर ट्यूबबेल की व्यवस्था की जायेगी और वार्ड वासियों को पानी की सप्लाई सुचारू रूप से दी जायेगी। 
 जेसीआई सप्ताह के अंतर्गत 
उर्सला अस्पताल में किया गया वृक्षा रोपण

कानपुर।  जेसीआई द्वारा मनाये जा रहे जेसीआई सप्ताह के अवसर पर उर्सला अस्पताल में वृक्षरोपण का लोकार्पण सीएमओ अशोक शुक्ल द्वारा किया गया। जेसीआई ब्रम्हावर्त के अध्यक्ष तरूण बंसल ने कहा कि वृक्ष हमें बहुत कुछ देते है लेकिन हमसे कुछ नही लेते ऐसे में हमें केवल उनके देख रेख करने की जरूरत है। यह वृक्ष हमारे जीवन के लिए कई सौगात लाते है खास तौर पर मरीजों को साफ हवा और हरियाली की सबसे ज्यादा आवश्यकता है जिसकारण उर्सला अस्पताला में वृक्षारोपण किया गया है। इस अवसर पर अभिनव गुप्ता, मृदुल महेश्वरी, रोहित कुमार भगत, नरायण लाहोटी आदि उपस्थित रहे।

कानपुर में लिखी गयी विकास की नई इबारत
समस्या के लिए नही समाधान के लिए होती है सरकार
- योगी आदित्यनाथ


    कानपुर नगर, उ0प्र0 के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरूवार को कानपुर शहर पधारे। इससे पहले सभी तैयारियां प्रशासन स्तर पर पूरी कर ली गयी थी। मुख्यमंत्री शहर में लगभग चार घण्टे रूके और विकास कार्यो की घोषणा, लोकापर्ण और शिलान्यास किया। उन्होने पं0 दीनदयाल सनातन धर्म विधालय नवाबगंज में हनुमान जी के मंदिर और मोतीझील कार्गिल पार्क में स्वामी विवेकानंद जी की स्मृतिका का लोकापर्ण किया। इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चंद्रशेखर आजाद कृषि एंव प्रौधोगिकी विश्वविधालय स्थित हेलीपैड पर उतरे और यहां से पं0 दीनदयाल सनात धर्म विधायल पहुंचे। यहां कार्यक्रम के सम्पन्न होने के उपरान्त वह मोतीझील स्थित कारगिल पार्क पहुंचे, जहां स्मृतिका का लोकापर्ण करने के उपरानत वह सीएसऐ के लिए रवाना हुए। सीएसए के कैलश भवन में उन्होने विभिन्न कार्या की घेषणा, लोकापर्ण और शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर में स्मार्ट  सिटी के कामों की घोषणा के साथ 11.29 अरब रूपये के कार्यो का शिलान्यास व लोकार्पण किया।
           सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ सीएसए स्थित हैलीपैड पर उतरे, जहां से वह सर्वप्रथम पं0 दीनदयाल सनातन धर्म विधालय नवाबगंज पहुंचे। यहां कार्यक्रम की शुरूआत वंदे मातरम् गीत से हुई। विधालय में हनुमान जी महाराज के मंदिर का मुख्यमंत्री ने लोकापर्ण किया एवं आयोजित कार्यक्रम के सम्बोधन में उन्होने बच्चों को सनातन धर्म के महत्व को बताया तथा कहा कि आज के समय में भूत-पिशच आतंकवाद और नक्सलवाद है और मुझे लगता है कि जहां हनुमान जी की शक्ति होगी, वहां न उग्रवाद होगा, न नक्सलावाद और न ही आतंकवाद होगा। हम सभी को उस ताकत का एहसास होना चाहिये। साथ ही उन्होने कहा कि देश में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार काम कर रही है। सरकार के तीन वर्ष का कार्यकाल आप सबके सामने है। कहा पूरा देश एक विश्वास के साथ आगे बढता दिखाई दे रहा है। एक केंद्र की नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की सरकार जिसने भारत की मूल पहचान बनाते हुए भारत के अंदर बिना भेदभाव के विकास की योजनाए भी समाज के हर तपके तक पहुंच सकती है यह अहसास कराया है। सरकार समस्या के लिए नही होती, सरकार समाधान के लिए होती है। सरकार समाधान कैसे कर सकती है यह समाज के हर तपके के लोगों के लिए केंद्र सरकार द्वारा घोषित योजनाए इस बात को साबित करती है। राष्ट्रीय स्वाभिमान और राष्ट्रीय सम्मान किस रूप में होता है आप सब ने इसका अहसास देखा होगा, जब डोकलाम में विवाद की स्थिति पैदा हुई, पहली बार हुआ कि भारत की सेना जब वहां अडिग होकर खडी हो गयी तो चीन को पीछे भागने को मजबूर होना पडा। यह राष्ट्रीयता यह है, कहा राष्ट्र भक्ति असंदिग्ध। कहा हमारी राष्ट्रभक्ति को इस मामले में कोई चुनौती नही दे सकता और अगर कोई हमारी राष्ट्रभक्ति को चुनौती देगा तो हम उसका मुकाबला किस रूप में कर सकते है यह अभी डोकलाम के विवाद में भारत की सरकार के द्वारा जिस प्रकार दृढ विस्वास का परिचय दिया गया है यह हम सबके समाने एक उदाहरण है। योगी ने कहा कि सनातन धर्म सर्वोच्च क्यो है, क्योंकि इस इकलौते धम में उपकार के प्रति योगदान सिााया गया है। यदि किसी ने आपके लिए कार्य किया है तो आपका कर्तव्य है कि उसके प्रति योगिदान करे। इसी सनातन धर्म की देन है कि हमारा देश विश्वगुरू था। अब लजजोगो ने शिक्षा दीक्षा सिर्फ अच्दे अंक अच्दी नौकरी और अच्छा पैसा कमाने के लिए कर रहे है यदि वे समाज के प्रति अपना कर्तव्य समझे तो यह देश फिर विश्वगुरू बन जायेगा।। उन्होने यह भी कहा कि पांच महीनों में एक भी दगंा नही होना प्रदेश में कानून व्यवस्था की बेहतर स्थिति को दर्शाता है। कहा हमारी सरकार बिना भेदभाव के लोगों के साथ न्याय करती है। कानून व्यवस्था की स्थिति यूपी में बेहतर है। कार्यक्रम में बैबिनेट मंत्री सुरेक्ष खन्ना, कैबिनेट मत्री सतीश महाना, सत्यदेव पचैरी, सांसद देवेन्द्र सिंह भोले, विधालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष विक्रमजीत सिंह, सचिव योगेन्द्र भार्गव, नीतू सिंह, रेखा पचैरी आदि मौजूद रहे। यहां कार्यक्रम का संचालन डा0 नीरू टंडन ने किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने यहां आरएसएस की एक संस्था सक्षम की कार्निया अंधत्वतुक्त भारत अभियान पुस्तक का विमोचन भी किया।
       



शिक्षक दिवस पर एमबीए के छात्र/छात्राओं द्वारा 
सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन

 आज दिनांक 06.09.2017 को व्यवसाय प्रबन्धन संस्थान में शिक्षक दिवस के तारतम्य पर एम0बी0ए0 के छात्र/छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सांस्कृतिक कार्यक्रम का शुभारम्भ राष्ट्रगान और सरस्वती वन्दना द्वारा हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन संस्थान के निदेशक प्रो0 संजय कुमार श्रीवास्तव एवं संकाय सदस्य प्रो0 मुकेश रंगा द्वारा किया गया। 
इस अवसर पर संस्थान के निदेशक प्रो0 संजय कुमार श्रीवास्तव जी ने कहा कि छात्रों के समग्र व्यक्तित्व विकास के लिए उनको सांस्कृतिक एवं सामाजिक गतिविधियों में तत्परता से प्रतिभाग करना चाहिए। इससे उनके व्यक्तित्व का पूर्ण विकास होता है। 
इस अवसर पर संस्थान के प्रो0 मुकेश रंगा ने कहा कि हमें स्वामी विवेकानन्द, गौतमबुद्ध एवं ए0पी0 जे0 अब्दुल कलाम के जीवन पर प्रकाश डाला और उनके दिखाये रास्तों पर चलकर छात्रों को सफल जीवन जीने की शिक्षा दी।
सांस्कृतिक संध्या के अगले चरण में सोनल, दया और गौरव सिंह गु्रप ने गणेश वन्दना की शानदार प्रस्तुति दी। एम0बी0ए0 के छात्र राहुल ने देश भक्ति गीत सन्देशे आते है गाकर महफिल में समा बांध दिया। एम0बी0ए0 प्रथम वर्ष की छात्रा प्रिया ने सांस्कृतिक नृत्य की जबरदस्त प्रस्तुति दी। एम0बी0ए0 द्वितीय वर्ष के छात्र शशांक और अपूर्वा ने (ये राते ये मौसम नदी का किनारा) गीत गाकर समारोह को नई ऊर्जा दी।  एम0बी0ए0 द्वितीय वर्ष के छात्र श्रेय यादव ने अपनी शायरी से सभी का दिल जीत लिया। एम0बी0ए0 प्रथम वर्ष की छात्रा मोनिका सैनी ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की कड़ी को आगे बढ़ाते हुए जोरदार नृत्य प्रस्तुत किया। संस्थान के छात्र कौशलेन्द्र प्रताप सिंह ने पंजाबी नृत्य प्रस्तुत करके सभागार में सभी को मंत्र मुग्ध कर दिया।  एम0बी0ए0 के छात्र शिवम, राहुल और विपिन ने कब्बाली की शानदार प्रस्तुति दी। संस्थान की छात्रा रिया सिंह ने वैस्र्टन एवं क्लासिकल नृत्य पर धमाकेदार प्रस्तुत दी।  एम0बी0ए0 द्वितीय वर्ष की शिवांगी गुप्ता ने शिक्षकों के लिए कुछ पंक्तिया समर्पित की। संस्थान की छात्रा कीर्ति सारस्वत ने (वेस्र्टन डान्स) करके सांस्कृतिक समारोह को शिखर पर पहुँचा दिया।    
इस अवसर पर संकाय सदस्य शाह मोहम्मद ने अपनी शायरी से छात्र/छात्राओं को जीवन में अपने लक्ष्य को निर्धारित करके जीवन को सफलतम् तरीके से जीने एवं सदा प्रसन्न रहने की शिक्षा दी। 
इस समारोह का संचालन रिया सिंह, रजत कुमार, मानसी चैहान और कौटिल्य तिवारी ने किया और इस कार्यक्रम का संयोजन कीर्ति सारस्वत, विन्ध्येश शर्मा और पवन कुमार पाण्डेय ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में संचालन समिति के सदस्य कौशलेन्द्र प्रताप सिंह, प्रवीन, राहुल दुबे, शशांक, क्षितिज, सोनाली, गौरव, पारूल आदि का योगदान रहा।   
इस अवसर पर संस्थान के सभी शिक्षक डा0 शुधान्शू पाण्डिया, डा0 नीरज कुमार सिंह, डा0 अन्शू यादव, डा0 सुदेश श्रीवास्तव, डा0 मृदुलेश सिंह, डा0 सुधीर कुमार वर्मा, डा0 विवेक सिंह सचान, डा0 चारू खान, डा0 अखिलेश दीक्षित, डा0 अर्पणा कटियार, डा0 वारशी सिंह, डा0 सचिन शर्मा, डा0 के0के0 बाजपेयी, डा0 श्रुति मिश्रा, डा0 शाह मोहम्मद तथा भारी संख्या में आई0बी0एम0 के छात्र उपस्थित थे। 

बुढवा मंगल पर मंदिरों में उमडा भक्तों का सैलाब
भव्य श्रृंगार के साथ भक्ति कार्यक्रमों का आयोजन

  कानपुर। हिंदू परम्परा के अनुसार हनुमान जी का एक विशेष महत्व है। यूं तो हर मंगलवार उनकी उपासना की जाती है लेकिन कुछ खास अवसरों में भव्य आयोजन सम्पन्न किये जाते है जिनमें एक अवसर बुढवा मंगल होता है। यह बुढवा मंगल को अति शुभ माना गया है और हिंदू मान्यता के अनुसार इस दिन भगवान हनुमान जी की अराधना, पूजन का विशेष महत्व है।
            बुढवा मंगल के अवसर पर शहर के सभी हनुमान जी के मंदिरों को आकर्षक रूप से सजाया गया था। ऐसे में पूरे शहर में जगह जगह भक्ति कार्यक्रमों के साथ प्रसाद वितरण, भण्डारो का आयोजन किया गया। एक तरफ जहां गजानन्द गणपति की विदाई हो रही थी तो वहीं दूसरी तरफ हनुमानजी का पूजन, पूरा शहर भक्ति की धारा में डूबा दिखाई दिया। शहर के सबसे बडे पनकी हनुमान मंदिर में सुबह से ही हजारो भक्तों की लाइन लग गयी। प्रशासन द्वारा पहले से ही सभी इंतजाम पूरे कर लिये थे। सुबह मंदिर के पट खुलते ही भक्तों ने हनुमान की के दर्शन किये। हजारो भक्तों में महिलाओ और पुरूषों की लाइन अलग थी। साथ ही कोई भी अव्यवस्था न हो इसके लिए पुलिसकर्मियों के साथ महिला पुलिसकर्मी भी भारी संख्या में मंदिर परिसर में मौजूद रही और भक्तों का सहयोग करती नजर आयी। इस अवसर पर यूनाइटेड काउन्सिल आॅफ हयूमन राइटस द्वारा खोया पाया सहायता केन्द्र लगाया गया जहां सभी आने-जाने वाले भक्तों को हर सम्भव मदद प्रदान की गयी। दर्शन पुरवा हाता गुप्ता भवन में विशाल भण्डारे का आयोजन किया गया तो टीले वाले हनुमान मंदिर लवकुश नगर बिठूर में वात्सल्य वेलफेयर सोसायटी द्वारा सुन्दरकाण्ड का पाठ किया गया, मधुवन वाटिका केशव नगर मेें केशव मधुवन सेवा समिति द्वारा सुन्दरकाण्ड का आयोजन किया गया। इसी प्रकार ग्वालटोली डा0 नीवन सहाय की गली में स्थित बालाजी मंदिर में भव्य श्रृंगार तथा सुन्दर काण्ड के साथ प्रसाद वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया। हनुमान मंदिर, पैराशूट चुंगी जीटीरोड पर भारतीय जना पार्टी युवा मोर्चा द्वारा झांकी प्रस्तुत की गयी।