आइकोनिक मिनी अब शहर में नज़र आएगी
कानपुर। मिनी इंडिया ने आपके शहर सहित भारत के 18 शहरों में आइकोनिक मिनी गो.कार्ट एक्सपीरिएंस उपलब्ध कराने के लिये मिनी आॅन टुअर की शुरूवात की।

हज़रते इब्राहीम ने हज़रते इस्माईल को अल्लाह की रज़ा के लिए क़ुर्बान किया - मौलाना हस्सान क़ादरी
तन्जीम बरेलवी उलमाए अहले सुन्नत के जेरे एहतिमाम दर्से पैगामे मुस्तफा अजीतगंज में आयोजित
कानपुर 27 अगस्त। ईदुल अज्हा (कुर्बानी की ईद) मुसलमान हजरत इब्राहीम व हजरत इस्माईल की यादगार के तौर पर मनाते हैं क्यूँकि आज से कई सौ साल पहले हजरत इब्राहीम ने रजाए मौला की खातिर अपने बेटे हजरत इस्माईल को कुर्बान कर दिया था, अताअते रब और तस्लीमो रजा की वो मिसाल काएम की थी कि दुनिया आज भी हैरान है, मुसलमान 10-11-और 12 जिल्हिज्जा को उसी वाकिएै खलीली को याद को ताजा करते हैं, कुर्बानियाँ करते हैं, अपने रब की बारगाह में सरे तस्लीम खत्म करते हैं और उसी ईसारो वफा का जज्बा अपने दिल में पैदा करते हैं, मुसलमानों की यह ईद शुक्राने की ईद है, तक्बीरो तहलील की ईद है और खुदा की राह में जानो माल की कुर्बानी पेश करने की ईद है। इस मुबारक ईद में मुसलमान अपने रब से उसकी मर्जी के मुताबिक जिंदगी गुजारने का अहद करते हैं, ईदुलअज्हा को सिर्फ गोश्त खाने का त्योहार समझना गलत है, सुन्नते इब्राहीमी को जिंदा रखना, अताअते मौला और रजाए मौला का भूला हुआ सबक याद करना ही दरअस्ल ईदुलअज्हा की हकीकत है।
यह बात तन्जीम बरेलवी उलमाए अहले सुन्नत के जेरे एहतिमाम अजीतगंज मे साप्ताहिक जलसा दर्से पैगामे मुस्तफा मे तन्जीम के मीडिया इंचार्ज मौलाना मोहम्मद हस्सान कादरी ने जलसे मे बताई उन्होने आगे कहा कि कुरआने पाक में रब तआला ने इरशाद फरमाया जिसका तर्जुमा है कि अपने रब के लिये नमाज पढ़ो और कुर्बानी करो। कुर्बानी में बहुत सी हिक्मतें पोशीदा हैं और अहादीस में इसके बेशुमार फजाएल बयान किये गए हैं। इमामे तिर्मिजी ने हजरत आएशा सिद्दीका रजि अल्लाहु अंहा से रिवायत की कि रसूलुल्लाह अलैहिस्सलाम ने इरशाद फरमाया, ईदुलअज्हा के दिन इब्ने आदम का कोई अमल अल्लाह तआला के नजदीक कुर्बानी से ज्यादा पसंदीदा नहीं है, कयामत के दिन कुर्बानी का जानवर अपने सींगों, बालों और खुरों के साथ आएगा, कुर्बानी का खून जमीन पर गिरने से पहले अल्लाह के नजदीक मकबूल हो जाता है, लिहाजा तुम खूब अच्छी तरह कुर्बानी करो...
कुर्बानी के जानवरों को एैब से पाक होना चाहिये, अगर थोड़ा भी एैब है तो कुरबानी तो हो जाएगी लेकिन खिलाफे सुन्नत और मकरूह होगी, और अगर ज्यादा एैब है तो कुर्बानी होगी ही नहीं कुर्बानी का जानवर जितना अच्छा हो उतना ही बेहतर है मगर कुर्बानी करने वाले की नियत हर्गिज सिर्फ गोश्त हासिल करने की ना हो, अगर एैसी नियत हुई तो कुर्बानी होगी ही नहीं, और जिस जानवर के दाँत ना हों या जिसके थन कटे हों या खुश्क हों, जिसकी नाक कटी हो, जिसमें नर और मादा दोनों की अलामतें पाई जाएँ, और जो सिर्फ गिलाजत (गंदा) खाता हो, इन सबकी कुर्बानी नाजाएज है
कुर्बानी के गोश्त के 3 हिस्से किये जाएँ, एक हिस्सा गरीब व मिस्कीन के लिये, एक हिस्सा दोस्त व अहबाब के लिये, और एक हिस्सा घर वालों के लिये, अगर अहलो अयाल, बाल बच्चे ज्यादा हों तो सारा गोश्त घर पर के लिये भी रखने में कोई हर्ज नहीं है, कुर्बानी का चमड़ा, उसकी झोल, रस्सी और गले का हार वगैरह इन तमामी चीजों को सदका करदें, कुर्बानी के चमड़े को अपने काम में लाना भी जाएज है, जैसे जा नमाज मशकीजा, दस्तर ख्वान और डोल वगैरह बना लेना
हाँ चमड़ा बेचकर उसकी रकम अपने खर्च में लाना नाजाएज है, अगर बेचना ही है तो बेचकर उसकी रक्म को सदका करदें, या मस्जिद में दे दें, इसी तरह कब्रिस्तान और मदरसों की तामीर में भी उसकी रक्म लगाना कारे खैर है आला हजरत फाजिले बरेलवी फरमाते हैं- और सबसे बेहतर यही है कि चमड़ा मदारिसे अहले सुन्नत में दे देना ही सबसे ज्यादा सवाब का काम है।
जलसे की सदारत तन्जीम के सदर हाफिज व कारी सय्यद मोहम्मद फैसल जाफरी और निजामत कारी कलीमुल्लाह कादरी ने की इससे पहले जलसे का आगाज तिलावते कुरान पाक से हाफिज सिकन्दर अहमद अजहरी ने किया जनाब वसीमुल्लाह अजहरी और हाफिज सिकन्दर ने नात पाक पेश की जलसा सलातो सलाम व दुआ के साथ खत्म हुआ जलसे के संयोजक मोहम्मद सलीम व कमालुददीन ने आए हुए मेहमानो का शुक्रिया अदा किया इस मौके पर हाजी शमीमुल्लाह चिश्ती,अतीकुर्रहमान,मोहम्मद रिजवान,अनवार भाई आदि लोग मौजूद थे.
शहर कानपुर के लोहानी बने रेलवे के चेयरमैन
बचपन में चलाते थे खिलौने की ट्रेन
कानपुर । देश में लगातार हो रहे ट्रेन हादसों को देखते हुए अश्विनी लोहानी को रेलवे का नया चेयरमैन बनाया गया है। लेकिन शायद ही कुछ लोगों को पता होगा कि लोहानी को बचपन से ही ट्रेन बहुत पसंद थी। उनके साथी अशोक कटियार का कहना है कि हम लोग बचपन में खिलौने की ट्रेन से खूब खेलते थे। अगर ट्रेन लड़ जाती थी तो बहुत दुख मनाते थे। पर अब देखना होगा कि लोहानी बढ़ रहे रेल हादसों को रोकने में कहां तक कामयाब हो पाते हैं।

किराए के मकान में रहे 30 साल - अश्वनी लोहानी के पिता बसंत कुमार लोहानी कानपुर के हर्ष नगर स्थित पेट्रोल पंप के सामने वाली गली में रामसनेही कटियार के मकान में किराये पर करीब 30 वर्ष तक रहे थे। बचपन में लोहानी आरएस कटियार के बेटे सुबोध कटियार के बहुत करीबी थे। सुबोध कटियार अब इस दुनिया में नहीं है लेकिन अश्वनी का उनके साथ बहुत समय बीता है। सुबोध कटियार के छोटे भाई की पत्नी शोभा कटियार कहती हैं कि अश्वनी भाई साहब ने ने एक किताब लिखी है। इसमें उन्होंने हमारे बड़े भाई सुबोध को भी जगह दी है। आज भी जब वह कानपुर आते हैं तो घर जरूर आते हैं। शोभा ने बताया कि दो साल पहले वो सुबोध जी के निधन की सूचना पर घर आए थे। घाट तक साथ गए और अपने दोस्त के अंतिम संस्कार के दौरान फूट-फूटकर रोए थे। शोभा कहती हैं कि वो किराएदार नहीं, बल्कि हमारे घर के एक सदस्य की तरह रहते थे। आरएस कटियार के दूसरे बेटे अशोक कटियार ने बताया कि लोहानी का बचपन में सबसे प्रिय खेल था खिलौने की ट्रेन चलाना। अगर हम उनकी ट्रेन पर टक्कर मार दे तो बहुत नाराज होते थे। ऐसे में हमे उम्मीद है कि बढ़ रहे ट्रेन हादसों को वह जरूर कंट्रोल करेंगे।
उत्तराखंड से कानपुर आए थे इनके पिता - अश्वनी लोहानी के पिता बसंत कुमार लोहानी उत्तराखंड के रहने वाले थे। नैनीताल और अल्मोड़ा में उनका घर है। उन्होंने इंग्लैंड की लीड्स यूनिवर्सिटी से टेक्सटाइल इंजीनियरिंग के बाद पीएचडी की। इसके बाद शहर के गवर्नमेंट सेंट्रल टेक्सटाइल इंस्टीट्यूट (जीसीटीआई) में पढ़ाने लगे। वह यहां हर्ष नगर में आरएस कटियार के मकान मे किराये पर रहते थे। बसंत कुमार के परिवार में बेटा अश्वनी और बेटी कुमकुम थी। रिटायरमेंट के बाद इलाहाबाद, लखनऊ में रहे और बाद में अपने बेटे अश्वनी के साथ दिल्ली में रहने लगे। 2014 में उनकी मृत्यु हो गई।
सेंट एलॉयसिस हाईस्कूल से प्रारंभिक शिक्षा - अश्वनी लोहानी का एडमीशन कैंट के सेंट एलॉयसिस हाईस्कूल में कक्षा पांच में 18 जुलाई 1967 को हुआ था। उन्होंने यहां पर सीनियर कैंब्रिज (इंटरमीडिएट समकक्ष) तक पढ़ाई की। इस स्कूल में 10 दिसंबर 1973 तक पढ़े। उनकी दिलचस्पी मैकेनिकल इंजीनियरिंग में थी, इसलिए उन्होंने कानपुर के टेक्टसाइल इंस्टीट्यूट में बीटेक में एडमीशन तो लिया लेकिन तीन महीने बाद ही छोड़ दिया क्योंकि उन्हें बिहार के जमालपुर में इंडियन रेलवे इंस्टीट्यूट ऑफ मेकैनिकल एंड इलेक्ट्रिकल इजीनियरिंग में दाखिला मिल गया। उन्होंने वहां से इलेक्ट्रॉनिक्स और टेलीकॉम इंजीनियरिंग की।
बेटी की शादी में शामिल होगा कटियार परिवार - कटियार परिवार की बहू ने बताया कि आशू भाई साहब ने पंद्रह दिन पहले फोन कर अपनी बेटी की शादी की जानकारी हम लोगों को दी थी। शादी अगले माह दिल्ली में होनी है। उन्होंने पूरे परिवार को इनवाइट किया है। हम सब आशू भाई साहब की बेटी की शादी में शामिल होने के लिए अभी से तैयारी कर रहे हैं। शोभा ने यह भी बताया कि आशू भाई साहब सितंबर के पहले सप्ताह में कानपुर आने के बारे में भी कहा था। रेल एक्स्पर्ट राहुल अस्थाना कहते हैं कि अश्वनी लोहानी एक तेज तर्राट अफसर हैं और उनका फोकस कानपुर और उसके आसपास हुए रेल हादसों पर हो सकता है।
अगले माह मैच, नहीं तैयार ग्रीनपार्क की पिच
कानपुर नगर, कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडिमय में अगले अक्टूबर माह में भारत तथ न्यूजीलैंड के बीच एक दिवसीय मैच होना है, लेकिन पिछले तीन महीने से ग्रीनपार्क की पिच बिना पिच क्यूरेटर के है। दरअसल ग्रीनपार्क की पिच क्यूरेटर का काम अभी तक शिवकुमार देख रहे थे, जिनका गाजीपुर बादला कर दिया गया है और तब से अभी तक किसी क्यूरेटरको नही रखा जा सकता है।

मामला यूपीसीए का नही ग्रीनपार्क प्रशासन का है
इस मामले में मीडिया प्रवक्ता तालिब का कहना है कि यह मामला यूपीसीए का नही है, यह ग्रनीपार्क प्रशासन का है और वह ही जाने इस स्टेडियम में कबतक पिच क्यूरेटर आयेगा। उधर ग्रीनपार्क क्षेत्रीय क्रीडाअधिकारी अजय सेठी ने मीडिया पर आरोप लगाया कि मीडिया ने शिवकुमार को पिच क्यूरेटर बना दिया जबकि शिवकुमार ग्रनीपार्क स्टेडियम में एक इलेक्ट्रिीशियन नके पद पर कार्य रत थे। वर्तमान में पिच का काम कललू और छोटे लाल के जिम्मे है लेकिन सेठी साहब यह नही बता पाये कि दोने में पिच कयूरेटर का काम कौन देख रहा है। इस मामले मे स्वयं शिवकुमार ने कहा कि छोटे लाल और कल्लू ग्राउंड स्टफ है, वो पिच क्यूरेटर का काम नही कर सकते है, मगर प्रशासन चाहे तो उनसे भी पिच क्यूरेटर का काम करवा सकते है। फिलहाल इन दिनो छुटिटयों में ग्रीनपार्क आये शिवकुमार ग्राउंड पर जाने के बजाय स्टेडियम में बैठकर खिलाडियों को प्रैक्टिस करते देख लुफ्त उठा रहे है।
हलीम मुस्लिम इंग्लिश स्कूल मैनेजमेंट के
दो गुटों में मारपीट, फोर्स तैनात
कानपुर । चमनगंज का हलीम मुस्लिम इंग्लिश स्कूल इन दिनों जंग का अखाड़ा बना हुआ है। स्कूल में मैनेजमेंट में पिछले कई दिनों से चल रहे विवाद के चलते यहां पर पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य फिलहाल अंधकार में ही नजर आ रहा है। विवाद इस कदर बढ़ गया है कि एक गुट के लोगों ने स्कूल में पहुंच कर हंगामा करने के साथ ही प्रिंसीपल और टीचरों के साथ मारपीट तक की। सूचना पर पहुंची पुलिस और प्रशासन के लोगों ने हंगामें को शांत करवाया।

राष्ट्रीय लोकदल की मण्डलीय कार्यकर्ताओं की बैठक सम्पन्न
कानपुर नगर, राष्ट्रीय लोकदल का मण्डलीय कार्यकर्ताओं की बैठक सर्किट हाउस कानपुर में हुई इसमें कानपुर नगर, कानपुर देहात, फर्रुखाबाद, इटावा, उन्नाव, फतेहपुर, औरैया के जिलाध्यक्ष एवं प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित हुए उक्त बैठक में प्रान्तीय अध्यक्ष डा0 मसूद अहमद एवं अनुसूचित जनजाति के प्रान्तीय अध्यक्ष भगवती प्रसाद सूर्यवन्षी पूर्व विधायक तथा मध्य जोन के अध्यक्ष जितेन्द्र सिंह अतिथि के रूप में उपस्थित थे। जिसमें 20 सितम्बर 2017 को अकबरपुर कानपुर देहात में विषाल किसान रैली का आयोजन करने का निर्णय लिया गया जिसके मुख्य अतिथि पार्टी के उपाध्यक्ष जयन्त चैधरी होंगे। शहीद राम गोपाल यादव सी0आर0पी0एफ0 की पत्नी का सम्मान किया गया।
पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की मनाई गयी जयन्ती
कानपुर। मोतीझील स्थित राजीव वाटिका में शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हर प्रकाश अग्निहोत्री की अध्यक्षता में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 राजीव गांधी की 73वी जयन्ती उनकी प्रतिमा पर माल्यापर्ण व पुष्पा अर्पित कर मनाई गयी। इस अवसर पर हर प्रकाश अग्निहोत्री ने कहा कि रजीव गांधी ने 18 वर्ष के युवकों को मताधिकार का अधिकार दिया था तथा पंचायती राज अध्यादेश लागू किया था। कहा कि मौजूदा सरकार द्वारा जो नगर निगम के चुनाव को लाटा जा रहा है इस मामले को इसी कानून के तहत कोर्ट ने नवम्बर तक चुनाव कराने के आदेश दिये है।
उन्होने कहा कि वह देश की प्रधानमंत्री स्व0 इंद्रा गांधी की हत्या के बाद कांग्रेस अध्यक्ष व देश के प्रधानमंत्री बने थे और उन्होने सभी राष्ट्रीय जिम्मेदारियों का अच्छे से निर्वहन किया। कहा कि राजीव गांधी देश को दुनिया की उच्च तकनीको से पूर्ण करना चाहते थे और भारत को इक्कीसवीं सदी का भारत बनाना चाहते थे। वह देश में कम्प्यूटर की तकनीक लाये। उन्होने देश को आधुनिकता की तरफ अग्रसर किया, युवाआंे को आगे बढाने के लिए उनके हित में कई निर्णय एवं बदलाव किये। सरलता से राजनीति को चलाने में इनका कोई तोड न था और मरणोपंरात राजीव गांधी को 1991 में भारत रत्न से नवाजा गया। कार्यक्रम में पूर्व कोयला मंत्री श्री प्रकाश जयसवाल, पूर्व सांसद राजा राम पाल, केके तिवारी, दिनेश बाजपेई, पवन गुप्ता, अतहर नईम, संयज शाह, आयुष अग्रवाल, अनिल सोनकर, मुन्ना खां, त्रिलोकी त्रिवेदी, शंकर दत्त मिश्रा, ममता मिश्रा, कृपेश त्रिपाठी, अशोक शर्मा सहित सैकडो कांग्रेसीगण उपस्थित रहे।
स्वतंत्रता दिवस पर मदरसा जामिया महमूदिया अशरफुल उलूम जाजमऊ ध्वजारोहण का आयोजन
कानपुर। हर साल की तरह इस साल भी मदरसा जामिया महमूदिया अशरफुल उलूम जाजमऊ कानपुर में ‘‘स्वतंत्रता दिवस’’के मुबारक मौके पर मौालाना उसामा क़ासमी के द्वारा ध्वजारोहण किया गया। इस अवसर पर मदरसा के संचालक और जमीअत उलमा उत्तरप्रदेश के अध्यक्ष मौलाना मुहम्मद मतीनुल हक उसामा क़ासमी ने मदरसे के बच्चों और आसपास के उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के चार चरणों के तीन चरणों में केवल मुसलमानों और उलमा ने लड़ाई लड़ी है। चैथे चरण में देश के अन्य धर्मों के संगठनों और बड़ी हस्तियों ने भी इस युद्ध के महत्व को समझते हुए सभी के साथ इसमें भाग लिया और अपने प्यारे वतन देश ‘‘हिन्दुस्तान’’ को जुल्म करने वाले अंग्रेजों जिनके शासन का कभी सूर्यास्त नहीं होता था से इसे मुक्त कराया। बहरहाल आज जब हम स्वतंत्र हो चुके हैं तो हमें अपनी इस आपसी एकता और एकजुटता को बनाए रखना होगा, आज यही एकता हमारी ताक़त है। मौलाना सरकार द्वारा आदेष जारी करने पर चुटकी लेते हुए कहा कि खुशी दिल से मनाई जाती है किसी के आदेश देने से नहीं, आदेश से मन में केवल डर और दहषत आता है खुशी नहीं। इसलिए सरकारें मदरसों को आदेश देकर उसकी खुशियों का अपमान न करें। इस मौके पर मदरसे के बच्चों ने सारे जहां से अच्छा क़ौमीतराना पेश किया। कुछ बच्चों ने अपनी भाषणकला के प्रदर्शन द्वारा स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदानों और कुर्बानियों से रूबरू कराया। इस मौके़ पर जामिया महमूदिया के सदर मौलाना अनवार अहमद जामई, मौलाना नूरूद्दीन अहमद कासमी, मौलाना फरीदउद्दीन कासमी, मौलाना अकरम जामई, मुफ्ती सैयद मुहम्मद उस्मान क़ासमी, मुफ्ती असदउद्दीन कासमी, मुफ्ती इज़हार मुकर्रम क़ासमी, मुफ्ती आमिर क़ासमी के अलावा मदरसे के सभी बच्चे, शिक्षक और आस-पास के अन्य लोग मौजूद थे। कार्यक्रम के अन्त में मिठाई का वितरण किया गया।
स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर जगह जगह किया गया ध्वजारोहण
धूमधाम से मनाया गया 15 अगस्त

स्वतंत्रता दिवस से पूर्व पुलिस अलर्ट
कड़ी सुरक्षा के साथ हुई चेकिंग
कड़ी सुरक्षा के साथ हुई चेकिंग
लाया गया। सोमवार को पुलिस अधीक्षक व क्षेत्राधिकारी (एलआईयू) विजय त्रिपाठी के नेतृत्व में थाना प्रभारियों व एलआईयू ,चौकी इंचार्जां, बम डिस्पोजल स्क्वायड, एंटी सेबोटाज टीम ने संयुक्त रूप से रेलवे व बस स्टेशन, शापिंग माल, होटल धर्मशाला, सिनेमा हॉल की सघन चेकिंग की।
इस दौरान लोग भारी पुलिस बल को एक साथ चेकिंग करते देख भयभीत दिखे। एसपी (ट्रैफिक) सुशील कुमार, यातायात निरीक्षक दिनेश सिंह ने दल बल के साथ वाहनों की तलाशी के अलावा कागजातों की जांच की। पुलिस ने सिनेमा हॉल में आये दर्शकों की तलाशी के साथ एंटीसेबोटाज दस्ते ने चेकिंग की।
एलआईयू की टीम ने सेंट्रल स्टेशन के आसपास होटलों, धर्मशालों की चेकिंग करने के साथ ही हर आने जाने वाले यात्रियों का ब्योरा जुटाया और रजिस्टर चेक किये। सेन्ट्रल स्टेशन पर जीआरपी व आरपीएफ ने आने-जाने वालों के साथ संदिग्धों की तलाशी लेते हुए पूछतांछ की और टिकटें देखी। चेकिंग के दौरान पुलिस को कोई भी व्यक्ति गलत गतिविधियों व हरकत के साथ नहीं पकड़ा गया। डीआईजी ने बताया कि स्वातंत्रता दिवस को लेकर मातहत अफसरों व थाना पुलिस को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिये गये हैं। किसी भी संदिग्ध को देखते ही उसे पकड़ते हुए पूछताछ व साक्ष्य जुटाते हुए कार्यवाही व अलर्ट रहने को पुलिस कर्मियों को निर्देशित किया गया है।
अंग्रेजों भारत छोडो आन्दोलन की
75वी वर्षगांठ पर कांग्रेसियों ने ली शपथ
कानपुर। भारती की आजादी के गौरवपूर्ण इतिहास में 9 अगस्त को कभी भी भुलाया नही जा सकता है। 9 अगस्त को क्रान्ति दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर शहर कांग्रेस कमेटी के नगर अध्यक्ष हर प्रकाश अग्निहोत्री के नेतृत्व में एक विशाल धरना फूलबाग गांधी प्रतिमा पर किया गया। इस अवसर पर हर प्रकाश अग्निहोत्री ने कहा कि 4 जुलाई 1942 को राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी ने एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें अंग्रेजो भारत छोडो की बात कही गयी साथ ही यह भी कहा गया कि यदि ब्रिटिश हुकूमत इस मामले में राजी नही होती तो उनके खिलाफ पार्टी आन्दोलन शुरू करेगी। कांग्रेस के इस प्रस्ताव को ब्रिटिश हुकूमत ने रजन अंदाज किया जिसके बाद कांग्रेस ने अन्य सभी दलों से इस आन्दोलन में साथ देने का आवाहन किया।
उन्होने कहा कि उस समय कांग्रेस कई दलों को पार्टी साथ लाने में सफल नही हो पाई इसके बाद कांग्रेस ने गांधी जी से इस विषय पर अपनी बात रखी और 9 अगस्त 1942 में भारत छोडो आन्दोलन शुरू किया गया। उन्होने कहा कि आज फिर एक बार देश में अस्थिरता का माहौल व्याप्त हो चुका है और उसके लिए आन्दोलन करने की आवश्यकता है। 9 अगस्त अंग्रजो भारत छोडो आन्दोलन की 75वीं वर्षगांठ पर हम सभी शपथ ले रहे है के लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता जैसे मूल्यों के लिए आजादी की लडाई के समय हमारे नेताओं ने संघर्ष किया एवं बलिदान दिया। कहा कि आज ही के दिन करो या मरो का संकल्प लिया गया था, आज पुनः वह समय आ गया है, जब लोकतंत्र व धर्मनिरपेक्षता जैसे मूल्यों की रक्षा के लिए संघर्ष करने हेतु हम स्वयं को संकप्लित करते है और इसके लिए हम लाठी-डंडा खायेंगे और जेल भी भरेगे। उपस्थित सैकडों की संख्या में कांग्रेसीजनो ने मिलकर एक साथ शपथ ग्रहण की। धरने का संचालन केके तिवारी ने किया तथा इस अवसर पर पूर्व मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल, राजाराम पाल, शंकरदत्त मिश्रा, संजय शाह, दिनेश बाजपेई, कृपेश त्रिपाठी, अरूण अहिरवार, आयुष अग्रवाल, मुन्ना खां, अतहर नईम, पवन गुप्ता, अनिल जायसवाल, त्रिलोकी त्रिवेदी, इखलाख अहमद आदि सैकडो कांग्रेेसीजन उपस्थित रहे।
सादिया बेगम ने पहना गोल्डी मेंहदी क्वीनका ताज
कानपुर। शुभम गोल्डी मसाले प्र0 लि0 द्वारा कानपुर की 1400 छात्राओं के बीच गोल्डी मेहन्दी क्वीन का चुनाव किया गया, जिसमें सादिया बेगम गोल्डी मेहन्दी क्वीन 2017 बनी। इस अवसर पर निदेशक सोम गोयनका ने बताया कि पूरे भारत में सावन के हीने में 20 शहरो में यह प्रतियागिता आयोजित की गयी। कानपुर में 9 विधालयों की 27 छात्राये चुनी गयी। वही प्रथम रनरअप प्रिन्सी अग्रवाल ज्ञान भारतीय,द्वितीय कहकसां उसमन जुहारी देवी रहीं। मुख्य निर्णायिका मण्डल में मण्डलायुक्त कानपुर की धर्मपत्नी इला मोहन्ती ने विजेता को क्वीन ताज पहनाया साथ ही दस छात्राओ को सांत्वना पुरस्कार दिेये गये। निदेसिका मधु गोयना, रजनी गुप्ता, आंचल गोयना, निहारिका गुप्ता व मुद्रा गोयनका ने पधारी सभी षिक्षिकाओं व छात्राओं को सम्मानित किया। राजेष खन्ना ने बताया कि छात्राओं को श्रीकृष्ण, राधा व संकर पार्वती विवाह के चित्र को बहुत ही सुन्दर तरीके से मेहन्दी में माध्यम से प्रस्तुत किया गया।
चीन की यात्रा के लिए रवाना हुआ छात्रों का दल
कानपुर। विश्व में वैश्विक कर्मचारियों की मांग बढ रही है। इस वर्ष गौर हरि सिंहानिया आईएमआर पीजीडीएम द्वितीय र्ख के छात्रों को कल 5 अगस्त को 13 अगस्त तक के 8 दिनों के अध्ययन दौर का अनुभव कराने के लिए चीन ले जाया गया। इस दौरे को कराने के लिए दो भागो में विभाजन हुआ जिसमें पहले भाग में शंधाई में छात्रों को 4 दिन का दौरा करया जायेगा और दौरे के दूसरे भाग में चीन की राजधानी बीजिंग में 3 दिन की यात्रा होगी। बताया गया कि घंधाई दौरे के दौरान छात्रों को वहां की इलेक्टि0170कल कं0, बाओ स्टील, लेनोवो, जनरल मोर्टस और कोका केाला जैसे प्रतिष्ठत संगठनो के कारखानो का दौरा कराया जायेगा साथ ही बडे इस्पात उत्पाद, बाओ स्टील, हार्डवेयर निर्माणक आदि की प्रक्रिया को छात्र देखे व समझेंगे साथ ही विशाल स्वीडिश फर्नीचर के शारूम पर जाकर अपने ज्ञान को समृद्ध करेगे। इतना ही नही छात्रों को शंघाई हुआंगपु नदी क्रूज पर रोमांचक सवारी करने का अनुभव भी प्राप्त कराया जायेगा।
चोटियों की बात पर अफवाह न फैलायें बल्कि मस्जिदों को आबाद करें और कसरत से तौबा अस्तगफार करें
तंज़ीम बरेलवी ओलमाए अहले सुन्नत के
सदर हाफिज सैयद मोहम्मद फैसल जाफरी की अपील
डी जी कालेज में उपन्यासकार मुंशी प्रेमचन्द के साहित्यिक योगदान पर चर्चा आयोजित
कानपुर। दयानन्द गल्र्स पीजी कालेज में उर्दू विभाग द्वारा सम्राट उपन्यासकार मंशी प्रेमचन्द की 137वी जन्मशती के उपलक्ष्य में प्रेमचन्द के साहित्यिक योगदान पर एक संगोष्ठी का आयोजन डा0 हिना अफशां द्वारा किया गया।
कार्यक्रम का मुख्य उददेश्य मुंशी प्रेमचन्द्र की कहानियों को वर्तमान परिपेक्ष्य में देखना है। कार्यक्रम का उदघाटन प्रचार्या डा0 साधना सिंह ने किया। मुख्य अतिथि डा0 राकेश शुक्ला ने अपने सम्बोधन में मुंशी प्रेमचन्द के साहित्यिक योगदान पर चर्चा की जिससे छात्राओं का ज्ञानवर्धन हुआ। संचालन डा0 नगमा जायसी ने किया। एमए उत्तरार्ध और पूर्वार्ध की छात्राए हिरा, अरशिम, माविया, तैयबा, नरगिस ने अपने पेपर प्रस्तुत किया। इस अवसर पर डा0 हरतिमा कुमार, डा0 शक्ति पाण्डे, डा0 नीलम त्रिवेदी, डा0 रूखसाना सिददीकि, डा0 नगीना जबी आदि उपस्थित रहीं।
बाल गंगाधर तिलक का निर्वाण दिवस मनाया गया
कानपुर। कांग्रेस मुख्यालय तिलक हाल में कानपुर नगर कांग्रेस अध्यक्ष हर प्रकाश अग्निहोत्री के नेतृत्व में तिलक जी का निर्वाण दिवस मनाया गया। इस अवसर पर उपस्थित पदाधिकारियो व कार्यकर्ताओ ने उनके चित्र पर माल्यापण कर उन्हे श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर हर प्रकार अग्निहोत्री ने कहा कि देश में आज ऐसे महान नेताओं और उनके विचारो का न होना लगातार राजनीति को गर्त में धकेल रहा है। कहा कि यदि हम अपने महापुरूषो के ही बताये व बनाये मार्ग व उनकी नीतियों से प्रेरणा लेकर आगे बढे तो विश्व में भारत का मान सर्वोच्च शिखर पर होगा। कहा कि तिलक जी ने हर भारतीय के मन में देश भक्ति का जज्बा पैदा किया था, कहा कि कानपुर में महाराष्ट्र मण्डल की स्थाना हुई थी और जब भी तिलक जी कानपुर आते थे तो वे मंदिर भी जरूर आते थे। यह मंदिर क्रांतिकारियों का अडडा था, क्योंकि यह स्टेशन के पास था और पुराना बस स्टाप भी यहीं पर था। कहा तिलक जी ने कई पुस्तकों का भी संपादन किया मरणेपरान्त श्रद्धांजलि देते हुए गांधी जी ने उन्हे आधुनिक भारत का निर्माता कहा और जवाहर लाल नेहरू ने भारतीय क्रांति का जनक बताया। कार्यकम में शंकरदत्त मिश्रा, त्रिलोकी त्रिवेदी, संजय शाह, कृपेश त्रिपाठी, अतहर नईम, केके तिवारी आदि लोग उपस्थित रहे।
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