अंग्रेजों  भारत छोडो आन्दोलन की 
75वी वर्षगांठ पर कांग्रेसियों ने ली शपथ
कानपुर।  भारती की आजादी के गौरवपूर्ण इतिहास में 9 अगस्त को कभी भी भुलाया नही जा सकता है। 9 अगस्त को क्रान्ति दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर शहर कांग्रेस कमेटी के नगर अध्यक्ष हर प्रकाश अग्निहोत्री के नेतृत्व में एक विशाल धरना फूलबाग गांधी प्रतिमा पर किया गया। इस अवसर पर हर प्रकाश अग्निहोत्री ने कहा कि 4 जुलाई 1942 को राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी ने एक प्रस्ताव पारित किया, जिसमें अंग्रेजो भारत छोडो की बात कही गयी साथ ही यह भी कहा गया कि यदि ब्रिटिश हुकूमत इस मामले में राजी नही होती तो उनके खिलाफ पार्टी आन्दोलन शुरू करेगी। कांग्रेस के इस प्रस्ताव को ब्रिटिश हुकूमत ने रजन अंदाज किया जिसके बाद कांग्रेस ने अन्य सभी दलों से इस आन्दोलन में साथ देने का आवाहन किया।
उन्होने कहा कि उस समय कांग्रेस कई दलों को पार्टी साथ लाने में सफल नही हो पाई इसके बाद कांग्रेस ने गांधी जी से इस विषय पर अपनी बात रखी और 9 अगस्त 1942 में भारत छोडो आन्दोलन शुरू किया गया। उन्होने कहा कि आज फिर एक बार देश में अस्थिरता का माहौल व्याप्त हो चुका है और उसके लिए आन्दोलन करने की आवश्यकता है। 9 अगस्त अंग्रजो भारत छोडो आन्दोलन की 75वीं वर्षगांठ पर हम सभी शपथ ले रहे है के लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता जैसे मूल्यों के लिए आजादी की लडाई के समय हमारे नेताओं ने संघर्ष किया एवं बलिदान दिया। कहा कि आज ही के दिन करो या मरो का संकल्प लिया गया था, आज पुनः वह समय आ गया है, जब लोकतंत्र व धर्मनिरपेक्षता जैसे मूल्यों की रक्षा के लिए संघर्ष करने हेतु हम स्वयं को संकप्लित करते है और इसके लिए हम लाठी-डंडा खायेंगे और जेल भी भरेगे। उपस्थित सैकडों की संख्या में कांग्रेसीजनो ने मिलकर एक साथ शपथ ग्रहण की। धरने का संचालन केके तिवारी ने किया तथा इस अवसर पर पूर्व मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल, राजाराम पाल, शंकरदत्त मिश्रा, संजय शाह, दिनेश बाजपेई, कृपेश त्रिपाठी, अरूण अहिरवार, आयुष अग्रवाल, मुन्ना खां, अतहर नईम, पवन गुप्ता, अनिल जायसवाल, त्रिलोकी त्रिवेदी, इखलाख अहमद आदि सैकडो कांग्रेेसीजन उपस्थित रहे।

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