चोटियों की बात पर अफवाह न फैलायें बल्कि मस्जिदों को आबाद करें और कसरत से तौबा अस्तगफार करें
तंज़ीम बरेलवी ओलमाए अहले सुन्नत के 
सदर हाफिज सैयद मोहम्मद फैसल जाफरी की  अपील

कानपुर 5 अगस्त। कई दिनों से एक बात सामने आ रही कि रात को सोते वक्त लङकियों की चोटियां कोई काट रहा है जबकि काटने वाला नजर भी नही आ रहा है ऐसे ही एक मामला आज बाबूपुरवा मे भी देखने को मिला सुबह के लगभग 4 बजे एक लङकी की चोटी किसी ने काटी जब लङकी को ऐसा लगा कि कोई चोटी काट रहा तो उसने पीछे मुङ कर देखा तो कोई नजर नही आया इसी तरह कई शहर मे यह खबर सुनते ही लोगो मे खासकर महिलाओ मे बेचैनी देखने को मिली लोग एक दूसरे को फोन करने लगे तन्जीम बरेलवी उलमाए अहले सुन्नत के सदर हाफिज सय्यद मोहम्मद फैसल जाफरी भी बाबुपुरवा पहुचे और मालुम किया तो बात सही निकली इस सिलसिले मे मुफ्ती मुम्ताज आलम मिस्बाही का कहना है कि जब औरते व लङकियां दुनिया दारी मे मस्त है खुलेआम बेपदरा घूम रही है सर के बाल भी खुले हैं जिस पर  दूसरो की निगाह भी पङ रही है यह उन महिलाओ के लिए सबक है अब भी बाज आ जाएं सच्चे दिल से तौबा अस्तगफार करे  पाचों वक्त नमाज पङे खातूने जन्नत हजरत फात्मा जहरा रज़िअल्लाहो अन्हा के नक्शे क़दम पर चले आयतुल कुर्सी पढ़कर सोयें तो इन्शाल्लाह हर मुसीबत व बला से महफूज रहेंगी। हाफिज सय्यद मोहम्मद फैसल का कहना है कि चोटी वाली बात पहली बार सुन्ने को मिली है आने वाला कल भी बेहतर नही है मुसलमानो को चाहिए कि मस्जिदों को आबाद करे नबी के नक़्शे क़दम पर चलें मुसीबत के वक्त एक दूसरे की मदद करे ओैर हर हाल मे अपने रब का शुक्र अदा करे और अफवाहो पर ध्यान न दें। तंजीम के मीडिया इंचार्ज मौलाना मोहम्मद हस्सान क़ादरी का कहना है कि सिर्फ ऐसी घङी मे ही खुदा को नहीं बल्कि हर वक्त खुदा को याद करना चाहिए जभी हमारा रब हमसे राजी रहेगा और हर जगह हमारी हिफाजत रहेगी।

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