स्वतंत्रता दिवस पर मदरसा जामिया महमूदिया अशरफुल उलूम जाजमऊ ध्वजारोहण का आयोजन 

कानपुर। हर साल की तरह इस साल भी मदरसा जामिया महमूदिया अशरफुल उलूम जाजमऊ कानपुर में ‘‘स्वतंत्रता दिवस’’के मुबारक मौके पर मौालाना उसामा क़ासमी के द्वारा ध्वजारोहण किया गया। इस अवसर पर मदरसा के संचालक और जमीअत उलमा उत्तरप्रदेश के अध्यक्ष मौलाना मुहम्मद मतीनुल हक उसामा क़ासमी ने मदरसे के बच्चों और आसपास के उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के चार चरणों के तीन चरणों में केवल मुसलमानों और उलमा ने लड़ाई लड़ी है। चैथे चरण में देश के अन्य धर्मों के संगठनों और बड़ी हस्तियों ने भी इस युद्ध के महत्व को समझते हुए सभी के साथ इसमें भाग लिया और अपने प्यारे वतन देश ‘‘हिन्दुस्तान’’ को जुल्म करने वाले अंग्रेजों जिनके शासन का कभी सूर्यास्त नहीं होता था से इसे मुक्त कराया। बहरहाल आज जब हम स्वतंत्र हो चुके हैं तो हमें अपनी इस आपसी एकता और एकजुटता को बनाए रखना होगा, आज यही एकता हमारी ताक़त है। मौलाना सरकार द्वारा आदेष जारी करने पर चुटकी लेते हुए कहा कि खुशी दिल से मनाई जाती है किसी के आदेश देने से नहीं, आदेश से मन में केवल डर और दहषत आता है खुशी नहीं। इसलिए सरकारें मदरसों को आदेश देकर उसकी खुशियों का अपमान न करें। इस मौके पर मदरसे के बच्चों ने सारे जहां से अच्छा क़ौमीतराना पेश किया। कुछ बच्चों ने अपनी भाषणकला के प्रदर्शन द्वारा स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदानों और कुर्बानियों से रूबरू कराया। इस मौके़ पर जामिया महमूदिया के सदर मौलाना अनवार अहमद जामई, मौलाना नूरूद्दीन अहमद कासमी, मौलाना फरीदउद्दीन कासमी, मौलाना अकरम जामई, मुफ्ती सैयद मुहम्मद उस्मान क़ासमी, मुफ्ती असदउद्दीन कासमी, मुफ्ती इज़हार मुकर्रम क़ासमी, मुफ्ती आमिर क़ासमी के अलावा मदरसे के सभी बच्चे, शिक्षक और आस-पास के अन्य लोग मौजूद थे। कार्यक्रम के अन्त में मिठाई का वितरण किया गया।

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