विश्व दिल दिवस के अवसर पर रोटरी क्लब कानपुर एलीड द्वारा ब्लड प्रेशर व शुगर चेकअप कैंप का आयोजन

 

विश्व दिल दिवस के अवसर पर रोटरी क्लब कानपुर एलीड द्वारा स्थानीय हल्सी रोड पंजाब नेशनल बैंक भवन पर ब्लड प्रेशर व शुगर चेकअप कैंप का आयोजन किया गया जिसमें क्षेत्र के तमाम पल्लेदार दुकानदार व आने जाने वाले राहगीरों का ब्लड प्रेशर व शुगर का चेकअप निशुल्क किया गया यह कैंप जी जैन के सहयोग से उनके परिसर में आयोजित हुआ. इस अवसर पर रोटरी क्लब कानपुर एलीट के अध्यक्ष रोटेरियन अनुराग पांडे पूर्व सचिव नैना सिंह चौहान व सचिव प्रीति बग्गा सहित तमाम गणमान्य लोग उपस्थित रहे शिविर का संचालन पूर्व अध्यक्ष रोटेरियन अश्वनी दीक्षित ने किया.

हिन्दी भाषा एवम साहित्य विषय पर संगोष्ठी का आयोजन

अखिल भारतीय हिन्दी महासभा कानपुर प्रान्त के तत्वावधान में हिन्दी पखवारा के अन्तर्गत "हिन्दी भाषा एवम साहित्य" विषय पर एक शानदार शैक्षिक,वैचारिक संगोष्ठी का आयोजन स्थानीय यूनाइटेड पब्लिक स्कूल कानपुर के सभागार में महासभा कानपुर प्रान्त की अध्यक्ष कुसुम सिंह "अविचल" के अति आत्मीय संयोजन में आयोजित इस गरिमापूर्ण कार्यक्रम का आगाज नगर के वरिष्ठ साहित्यकार आ०हरि लाल मिलन जी के राष्ट्रभाषा गान व समापन कुसुम सिंह "अविचल" रचित राष्ट्र गान वन्दे मातरम के साथ हुआ।महासभा की अध्यक्षा डा० कुसुम सिंह अविचल ने अपने मधुरिम स्वागत उद्बोधन के माध्यम से सभागार में उपस्थित सभी महनीय अतिथियों का अभिनन्दन किया।मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन व पुष्पांजलि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डा०इंद्रमोहन रोहतगी,कार्यक्रम अध्यक्ष डा० श्याम बाबू गुप्ता एवम अन्य गणमान्य महानुभावों द्वारा हुआ। मां सरस्वती की सुन्दर वन्दना नगर के जाने माने समाजसेवी,संगीतज्ञ,कवि श्री सुरेश गुप्त राजहंस द्वारा प्रस्तुत की गई।मंचस्थ सम्माननीय अतिथियों का स्वागत स्वयं महासभा अध्यक्षा व अन्य महानुभावों द्वारा बैज अलंकरण व उत्तरीय डालकर किया।कार्यक्रम में नगर के सुधी शिक्षा,भाषा व साहित्य से जुड़े मनीषियों की भारी संख्या में गरिमापूर्ण उपस्थिति ने आयोजन को उच्च आयाम प्रदान किया।महासभा की अध्यक्षा ने मंचस्थ अतिथियों संग महासभा कानपुर प्रान्त कार्यकारिणी को नियुक्ति प्रमाणपत्र व बैज अलंकरण से सम्मानित किया।कार्यक्रम का अति कुशल संचालन कवयित्री वीना सिंह उदय एवं मीडिया का समुचित दायित्व वैभव मिश्रा ने बड़ी कुशलता से निभाया। मुख्य अतिथि डा०इंद्रमोहन रोहतगी के उत्साहवर्धक वक्तव्य व कार्यक्रम अध्यक्ष डा०श्याम बाबू गुप्ता के समग्र शानदार उद्बोधन के पश्चात आभार व धन्यवाद ज्ञापन महासभा के महामंत्री श्री आदित्य कटियार द्वारा किया गया। वन्दे मातरम गान के साथ कार्यक्रम कार्यक्रम सफ़लता पूर्वक संपन्न हुआ।

सबस्टेशनों में दलालो का बोलबाला : इखलाक अहमद डेविड


कानपुर 27 सितंबर स्मार्ट मीटर से हो रही परेशानी व केस्को में व्याप्त भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने को लेकर उ० प्र० कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के स्टेट कोआर्डिनेटर/मंडल प्रभारी इखलाक अहमद डेविड के नेतृत्व में सात सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल केस्को प्रमुख कार्यालय में केस्कों प्रबंध निदेशक से मिला व ज्ञापन प्रेषित किया।

प्रतिनिधि मंडल ने केस्कों प्रबंध निदेशक अनिल ढींगरा को अवगत कराया कि कैम्पों के लगने के बावजूद मीटर नही लग रहे है अधिकारियों/कर्मचारियों को उपभोक्ताओं को नये मीटर लगवाने के आदेश दे। चमनगंज, वाजिदपुर, बाबूपुरवा, सुजातगंज, साईकिल मार्केट, ग्वालटोली, सबस्टेशनो पर दलालों का बोल बाला है गलत बिलों को दुरुस्त कराने, नये मीटर लगवाने मीटरों को हटवाने का कार्य करने में केस्को सबस्टेशन के अधिकारी गरीब उपभोक्ताओं को सिर्फ दौड़ाते है उनका एक जवाब कल आना लेकिन कल कभी आता ही नही वही कार्य दलालों के द्वारा करवाने में समय नही लगता लेकिन उनकी पैसो की डिमांड अधिक होती है।केस्कों के भ्रष्टाचारी अधिकारियों पर सख्त कार्यवाही होने के साथ दलालो को सबस्टेशनों से बाहर किया जाए। भूमिगत बिजली केबिल डालने के लिए खोदी गयी सड़को को नियमों को ताक पर रखकर खोदा गया 4-5 फीट सड़क खोदकर केबिल डाली नियम कम से कम 1 से 1.5 मीटर गहरी सड़क खोदकर ही केबिल डालने का प्रावधान है घटिया पाइपों का इस्तेमाल करने में कोई संकोच नही किया गया कम से कम पांच इंच बालू बिछाकर केबिल डालनी चाहिए लेकिन अधिकतर वार्डो में चार इंच छोड़ो बालू का उपयोग ही नही किया गया। नालियों के पास नालियों के अंदर फाइवर के पाईप के अंदर तार डालने की प्रक्रिया की धज्जियां उड़ाते हुए तार को पाइप के अंदर न डालकर ऐसे ही मिट्टी में दबाकर बंद किया गया केस्कों की लापरवाही/भ्रष्टाचार का खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है इसकी जाँच कराकर कार्यवाही होना बहुत ज़रुरी है। कानपुर नगर की जनता गलत रीडिंग, कनेक्शनों के नाम पर वसूली, कानपुर नगर से करोड़ो की वसूली तो करते है लेकिन रोज़ रोज़ फाल्टों से जीना दुश्वार करते है केस्को के अधिकारियों/कर्मचारियों व दलालों से ज़्यादा परेशान है। उसी से सम्बंधित ज्ञापन केस्कों प्रबंधन निदेशक अनिल ढींगरा को सौंपा केस्कों प्रबंधन निदेशक ने प्रतिनिधि मंडल की बातो को ध्यानपूर्वक सुनने के बाद स्मार्ट मीटरो में आ रही खामियों को दूर करने, दलालों को सबस्टेशनों से बाहर करने, मीटर लगाने में देरी करने वाले अधिकारियों पर कार्यवाही करने व भूमिगत बिजली केबिल डालने में लापरवाही/भ्रष्टाचार की जाँच कराकर कार्यवाही का विश्वास दिलाया।

ज्ञापन मे इखलाक अहमद डेविड, पार्षद मोहम्मद आमिर खान, रिज़वान अंसारी, मोहम्मद शारिक, मोहम्मद आदिल, अन्सार हुसैन, एजाज़ रशीद, मौजूद थे।

हिन्दू नागरिक सेवा संस्थान सम्पूर्ण भारत की मासिक बैठक कानपुर में सम्पन्न

आज की मासिक बैठक जिला कानपुर नगर के लाल बंगला एस एल डी कान्वेंट स्कूल में संपन्न हुई जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय श्री राजेन्द्र धर द्विवेदी जी, राष्ट्रीय प्रधान महामंत्री माननीय श्री प्रमोद तिवारी जी, राष्ट्रीय महामंत्री श्री सुशील तिवारी जी, राष्ट्रीय प्रवक्ता माननीय श्री पी सी तिवारी जी, प्रदेश उपाध्यक्ष अंकुर पाण्डेय, मध्यांचल महामंत्री अनिल पाठक, प्रदेश महामंत्री श्री अरविन्द मिश्रा जी, प्रदेश संगठन मंत्री कुमार गौरव त्रिपाठी, प्रदेश मंत्री श्री अवधेश शास्त्री जी, मंडल संगठन मंत्री अनुज पाण्डेय जी, जिला प्रभारी कानपुर नगर प्रमेन्द यादव जी, जिला अध्यक्ष कानपुर नगर विकास शर्मा जी, जिला प्रचार मंत्री शिवम् द्विवेदी, जिला प्रचार मंत्री संदीप शर्मा,जिला मंत्री शिवम् गुप्ता जी, जिला अध्यक्ष बांदा रोहित तिवारी लाल बंगला राम लीला कामेंटी अध्यक्ष उपस्थित रहे साथ ही मातृ शक्ति में दो नये सदस्यों के रूप में सीता वर्मा जिला अध्यक्ष कानपुर नगर व जिला उपाध्यक्ष शारदा देवी जायसवाल जी की आज नियुक्ति हुई.

हिन्दू नागरिक सेवा संस्थान सम्पूर्ण भारत की मासिक बैठक कानपुर में सम्पन्न 

रोटरी क्लब के मेगा ब्लड डोनेशन कैम्प आयोजित


रोटरी क्लब कानपुर के सदस्यों ने कानपुर के सभी रोटरी क्लब द्वारा आयोजित मेगा ब्लड डोनेशन कैंप में रक्तदान कर मानवता की सेवा का दिया संदेश इस अवसर पर पूर्व अध्यक्ष रो अमित झा सहित क्लब की तरफ से 5 सदस्यों वह आमंत्रित अतिथियों ने रक्तदान किया मौके पर पूर्व अध्यक्ष रो अश्वनी दीक्षित भी उपस्थित रहे।
रोटरी क्लब मेगा रक्तदान शिविर का आयोजन डी पी भार्गव ट्रस्ट चुन्नीगंज मकरावट गंज कानपुर में किया गया शिविर का शुभारंभ डॉ नीलम मिश्रा अध्यक्ष आई एम ए गेस्ट ऑफ ऑनर रोटेरियन डी सी शुक्ला रोटेरियन विवेक गर्ग रोटेरियन जे एस भाटिया रहे इस अवसर पर रोटरी क्लब कानपुर साउथ रोटरी क्लब कानपुर इंडस्ट्रियल रोटरी क्लब ऑफ अतुल्य कानपुर रोटरी क्लब ऑफ कानपुर क्लासिक रोटरी क्लबऑफ  कानपुर ग्रेटर समेत सभी रोटरी क्लब के पदाधिकारी उपस्थित रहे इस अवसर पर मयूर ग्रुप के मैनेजिंग डारेक्टर मनोज गुप्ता व सुनील गुप्ता के निर्देश पर मयूर ग्रुप से 20 लोगो ने रक्तदान किया जिसमें कानपुर एडविल्स प्रा लि के महाप्रबंधक मनोज शर्मा ने भी रक्तदान किया इस अवसर पर आई एम ए ब्लड बैंक की टीम ने रक्तदान कराया लखन शुक्ला सेफ्टी ऑफिसर मयूर ग्रुप ने रक्तदाताओं का उत्साहवर्धन किया इस अवसर पर भारी मात्रा में रोटरी क्लब की विभिन्न शाखाओं के लोगो द्वारा रक्तदान किया गया।


तक्षशिला नाट्य एवम सांस्कृतिक संस्था द्वारा रंगमंच कार्यशाला का आयोजन


25 सितंबर-शनिवार  2021 मर्चेंट्स चेम्बर सिविल लाइंस में,कानपुर नगर की प्रतिष्ठित ""तक्षशिला नाट्य एवम सांस्कृतिक संस्था,,ने,,संस्कृति मंत्रालय दिल्ली,भारत सरकार के सहयोग से,,,कार्यक्रम प्रभारी,,जितेंद्र सिंह "राजन" संरक्षण में,,एक 40 दिवसीय प्रस्तुति परक रंगमंच कार्यशाला के आयोजन किया था,और उसके अंतर्गत,,नवांगतुक कलाकारों को प्रशिक्षण एवम नाटक की तकनीकी जानकारी दी गयी,, साथ ही,,प्रशिक्षण के उपरांत,उन्ही नवांगतुक कलाकारों द्वारा ही अभिनीति मंचन के लिए ,प्रसिद्ध उपन्यासकार मुंशी प्रेम चंद्र लिखित उपन्यास,,""रंग भूमि"" पर आधारित नाटक को मंचन हेतु तैयार कराया,,।

जिसकी प्रथम प्रस्तुति 25 मार्च को लाजपत भवन प्रेक्षागृह कानपुर में आयोजित की जा चुकी है,,दूसरी प्रस्तुति कोरोना की दूसरी विनाशकारी लहर के कारण,,विलंबित हो गयी,,थी,,। अब उसी आयोजन के अगले चरण में,,"'रंग भूमि"" के द्वीतीय मंचन की यह प्रस्तुति की गई,,

प्रेमचंद्र की इस कालजयी रचना में,,,नौकरशाही और पूंजीवाद,,का विषैला मिश्रण और ग्रामीणों में नशा,,चोरी,,स्त्री दुर्दशा और गरीबी का,,जीवित चित्रण किया गया है,,भारत की राजनीतिक,,धार्मिक ,,आर्थिक,,और सामाजिक समस्याओं के खिलाफ जन संघर्ष को चित्रित एवम अभिनीति किया गया है,,

नाटक एक जन्मांध सूरदास ,,जो,,बीघों ज़मीन का मालिक होने पर भी,,,गांव के लोगों के इस्तेमाल और जानवरों के उपयोग हेतु ज़मीन को यूं ही खाली पड़ा रहने देता है और अपना जीवन यापन भीख मांग कर एक वास्तविक "बैरागी" की तरह करता है,,और एक अनाथ बालक की परवरिश भी करने को संकल्पित रहता है,,।

उसकी इसी ज़मीन पर एक दिन एक व्यवसायी जॉन सेवक की नज़र पड़ती है,,जो उस जमीन पर अपने बेटे के लिए एक सिगरेट का कारखाना लगाना चाहता है,,,।

 जब जॉन सेवक को पता चलता है कि सूरदास को ज़मीन से कोई भी आर्थिक लाभ नही होता है,,तो पहले स्वम् उसे लालच देता है,,फिर एक क्षेत्रीय राजा को लगाता है,,उसे फसाने को,,लेकिन उनके तमाम लालच देने पर भी,सूरदास वो ज़मीन,,उन्हें देने को तैयार नही होता है,,,,,,

फिर शुरू होती है,,नौकरशाही (हाकिम),,न्याय शाही (अधिग्रण का आदेश देने वाले) और कार्यशाही (राजा) की साजिशें,,,,

और फिर,, सूरदास की ज़मीन,, असल कीमत से बहुत कम कीमत पर ज़मीन ,, हथिया लेने की साजिश का आदेश पारित करा लेते है,,,,बल्कि एक और आदेश से,,उस जमीन के आसपास की बस्ती को भी खाली कराकर,,,हड़पने की साजिश की जाती है,,।

जब सूरदास और गाँव के लोग आपत्ति करतें हैं,,तो सूरदास की गोली मार कर हत्या करा देते है,,सूरदास की जनघ्य हत्या को गांववाले बर्दास्त नही करते और,,और अन्याय के खिलाफ जनमानस में जन्म लेता है एक विद्रोह,,।  और विद्रोह हिंसा में परिवर्तित हो जाता है,,और उसका परिणाम होता,,उन सभी मक्कार साजिश कर्ताओं का वध,,,,।

मंचन के मुख्य पात्र सूरदास,(राम गोपाल) ने बहुत ही जीवंत और भावपूर्ण अभिनय किया,जो दर्शकों के आंसू ला देता है,,सभी नवांगतुक कलाकारों ने,,भी दिल को छू लेने वाला अभिनय किया,,,खास कर दो छोटे बच्चों ने तो मन मोह लिया अपने अभिनय से,,,।

इस मंचन को दिशा और निर्देश,,अर्थात निर्देशित किया है,,कानपुर के वरिष्ठतम नाटक कार डॉ राजेन्द्र वर्मा जी ने,,और उनके शह निर्देशक रहे श्री श्याम मनोहर जी,,प्रकाश व्यवस्था की,,श्री कृष्णा सकसेना जी ने,,और आयोजन किया,,श्री सुरेश आर्य जी ने,,।

निःशुल्क डेन्टल कैम्प में डॉ. ऐजाज द्वारा 114 लोगों का इलाज

   

कानपुर। 26 सितम्बर 2021, कानपुर शहर के मशहूर दांतों के विशेषज्ञ डॉ. ऐजाज और डॉ. जीनत ऐजाज (दंत विशेषज्ञ ) के द्वारा ओरो डेन्टल एण्ड इम्प्लान्ट सेंटर, 105/32, हिना मार्केट, मेडकेयार हॉस्पिटल के पास, प्रेम नगर, कानपुर में आयोजित हुआ। कैम्प का आयोजन प्रातः 10 बजे से आरम्भ होकर तकरीबन 3.30 बजे तक चला। डॉ. ऐजाज ने बताया कि आजकल लोगों में दांत का टेढ़ा होना या एक के ऊपर एक दांत का निकलना आम बात है। परन्तु इसके लिऐ मरीजांे को घबराने की जरूरत नहीं है, अब इसका इलाज सम्भव है। कैम्प मंे विशेषकर आरसीटी (रूट कैनाल ट्रीटमेंट), दांतों का भरना, टूटे जबड़ों को जोड़ना, टूटे दांत का इलाज, टेड़े मेड़े व बाहर निकले दांतों को तार द्वारा सीधा करना इत्यादि के मरीज आये। जिन्हें उपचार के बाद दवा दी गई। इसके साथ ही दांतों का अल्ट्रासोनिक मशीन द्वारा सफाई, पीले व गन्दे दांतों की ब्लीचिंग द्वारा सफेद व चमकदार बनाना, एक्सरे की सुविधा, मुंह का कम खुलना, दन्त व मुख की बीमारियों के बारे में आये हुए मरीजों ने परामर्श किया। आए हुऐ बहुत से मरीजों ने दांतों की गन्दगी को साफ कराने मंे दिलचस्पी दिखाई। इसके अलावा कैम्प में कुछ एक मरीजों ने पायरिया, हड्डी में दांत लगवाना, दांतों पर कैप चढवाने, नकली दांतों और फिक्स दांत लगवाना, नकली जबड़ा बनाना, दांतों के रंग फिलिंग करवाने जैसी बीमारी पर मशवरा किया। कैम्प में डॉ. जीनत ऐजाज ने विशेषकर महिला मरीजों का उपचार किया।

जीजीआइसी में गन्दगी से स्कूली छात्राओं के बीमार होने की आशंका


जसवन्तनगर। राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज में उगी घास फूस झाड़ियां और जमा गंदे पानी के कारण स्कूली छात्राओं के बीमार होने की आशंका बनी हुई है। प्रधानाचार्या ने साफ सफाई के लिए कोई बजट न होने का रोना रोया है।

कॉलेज ग्राउंड के समतल न होने के कारण जरा सी बारिश में तालाब सी हालत हो जाती है। पिछले कई दिनों से बारिश का भरा हुआ पानी डेंगू के मच्छरों को पैदा कर रहा है। मच्छरों की भरमार होने के कारण जरा सी देर खड़ा होना मुश्किल है वहीं कॉलेज की छात्राएं यहां कक्षाएं लेने आ रही हैं। सबसे बुरा हाल कॉलेज बिल्डिंग के पीछे खेल मैदान और कर्मचारियों के आवास परिसर का है जहां जँगली घास और जलभराव है। कॉलेज में पढ़ने वाली चार सैकड़ा से अधिक छात्राओं को कब डेंगू का डंक लग जाए कहा नहीं जा सकता है। यहाँ लाखों की संख्या में मौजूद मच्छरों के काटने पर होने वाली बीमारियों को कालेज प्रशासन अनदेखा कर रहा है। यहां कई कक्षाओं के बाहर भी झांडिय़ों की भरमार है।

प्रिंसीपल प्रज्ञा सिंह ने साफ शब्दों में कहा कि बारिश के बाद कॉलेज में भरे हुए पानी में पैदा हुए मच्छरों का कोई उपाय नहीं है। जो घास उगी हुई है उसे हम अपने कर्मचारियों से धीरे धीरे से साफ़ करा रहे हैं। स्कूल की साफ सफाई व्यवस्था के लिए कोई भी सरकार की तरफ से फंड नहीं आता है जो कुछ करना होता है वो सब कुछ अपने हिसाब से व्यवस्थित करना पड़ता है।

भाजपा कार्यकर्ताओं ने दीनदयाल उपाध्याय के आदर्शों पर चलने का लिया संकल्प


भारतीय जनता पार्टी के तत्वाधान में वरिष्ठ भाजपा नेता बीडी राय के नेतृत्व में पंडित दीनदयाल उपाध्याय जयंती मनाई गई। जानकारी देते हुए वरिष्ठ भाजपा नेता बीडी राय ने बताया कि एकात्म मानववाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती महाराजपुर विधानसभा के अंतर्गत गांधी ग्राम वार्ड बूथ न. 199 में मनाई गई । जिसमें सभी  बूथ के कार्यकर्ता आमंत्रित किए गए थे। चित्र पर पुष्पांजलि के बाद वक्ताओं ने उन्हें एकात्म मानववाद का पेरेणेता बताया।समाज के सबके अंतिम व्यक्ति की चिंता करने वाले। जिस समय समाज का सबसे अंतिम व्यक्ति देश की विचारधारा में जुड़ जाएगा और सामाजिक रूप से मजबूत हो जाएगा उसमें राम राज की स्थापना होगी। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए प्रयासरत हैं। उनके नेतृत्व में भारत विश्व गुरु बनेगा कार्यक्रम में प्रमुख बीडी राय, लाला त्रिवेदी ,सत्यम त्रिपाठी, कविता मिश्रा, प्यारेलाल आर्य ,व बूथ अध्यक्ष सत्येंद्र त्रिपाठी उपस्थित थे।v

اردو زبان کے فروغ کے لیے جموں و کشمیر کی سرزمین نہایت زر خیز ہے:ڈاکٹر شیح عقیل احمد

 اردو زبان و ادب سے جموں وکشمیر کابہت گہرا رشتہ ہے یہاں کے مہاراجہ رنبیر سنگھ نے نہ صرف فروغ اردو کی کوشش کی بلکہ سرکاری اسکولوں میں بھی اسے ذریعہ تعلیم بنایا ۔ اس ریاست میں اردو کو ثانوی زبان کا درجہ بھی حاصل رہا ہے اس لیے یہاں کے سرکاری اعلانیے انگریزی کے علاوہ اردو میں بھی جاری ہوتے ہیں ۔ جموں ، کشمیر اور لداخ میں اس سرزمین کے ماضی اور حال کی روشنی میں یہ کہنے میں شاید حق بجانب ہوں کہ فروغ اردو کے لیے جموں وکشمیر کی سرزمین نہایت زر خیز ہے۔ ان خیالات کا اظہار قومی کونسل برائے فروغ اردو زبان کے ڈائرکٹر شیخ عقیل احمد نے نظامت فاصلاتی تعلیم کشمیر یونیورسٹی کے سینٹرل ہال میں CABA-MDTP، کیلی گرافی، اردو ، عربی، فارسی کے سر ٹیفکیٹ اور ڈپلومہ کورسیز کے سینٹر انچارج اور اساتذہ کے ساتھ ایک انٹریکشن پروگرام میں کیا ۔ انھوں نے کہا کہ جموں وکشمیر میں سینٹر وںکی تعداد181ہے جو اس بات کا ثبوت ہے کہ قومی ارد و کونسل جموں وکشمیر کے طلبا کی تکنیکی اور تعلیمی تربیت اور ترقی کے لیے نہایت سنجیدہ ہے اور کونسل چاہتی ہے کہ اس علاقے میں فروغ اردو کا دائرہ اور بھی وسیع ہو۔ انھوں نے تمام سینٹر انچارج اور اساتذہ سے خطاب کرتے ہوئے کہا کہ انھیں بھی اپنی ذمے داریوں کا احساس کرتے ہوئے طلبا کے مستقبل کے ساتھ ساتھ اردو کے فروغ کے لیے سنجیدہ ہونے کی ضرورت ہے ۔ انھوں نے مزید کہا کہ کورونا کا منفی اثر بتدریج کم ہوتا جا رہا ہے اس لیے کورونا پروٹوکول کا خیال رکھتے ہوئے فزیکل کلاسیز کا جلد ازجلد انتظام کرنا سینٹر کے انچارج کی ذمے داری ہے ۔قومی اردو کونسل کے ڈائرکٹر نے یہ بھی کہا کہ حالات نارمل ہوتے جا رہے ہیں اس لیے ان تمام کورسیز کے امتحانات مستقبل قریب میں وقت پر ہوں گے تاکہ طلبہ کے کیریئر کو محفوظ کیا جا سکے۔ ڈاکٹر شیخ عقیل احمد نے یہ بھی کہا کہ جموں وکشمیر کے تمام سینٹرس قومی کونسل برائے فروغ اردو زبان اور وزارت تعلیم حکومت ہند کا حصہ ہیں، اس لیے ادبی اور تعلیمی سرگرمیاں جاری رکھنا اور اپنے علاقے میں این ۔سی ۔پی۔ یو۔ایل کی با وقار موجودگی کا احساس دلانا تمام سینٹرز کے انچارج کا فرض ہے ۔ اس موقع پر انھوں نے سینٹرس کے انچارج اور اساتذہ کا شکریہ بھی ادا کیا کہ ان لوگوں کی جدوجہد اور کوششوں سے جموں و کشمیر میں اردو زبان و ادب کے فروغ کی راہیں ہموار ہو رہی ہیں اور طلبہ اردو زبان وادب سے نہ صرف دلچسپی لے رہے ہیں بلکہ اپنے مستقبل کے کیرئیر کے طور پر بھی اردو زبان میں تعلیم و تربیت حاصل کر رہے ہیں۔ اس موقعے پر نظامت فاصلاتی تعلیم کشمیر یونیورسٹی سے وابستہ ڈاکٹر الطاف انجم نے فروغ اردو کے لیے قومی کونسل برائے فروغ اردو زبان کی خدمات کو سراہتے ہوئے کہا کہ جموں وکشمیر میں جو کمپیوٹر سینٹرز قائم ہیں وہ دراصل اردو کے سفارت خانے ہیں۔ انھوں نے یہ بھی کہا کہ سینٹروں کے ذمے داران کو اردو زبان کو فروغ دینے کے لیے مزید سنجیدگی اور جدوجہد کی ضرورت ہے۔

इनकम टैक्स बार एसोसिएशन के तत्वाधान में अप्रत्यक्ष कर पर गोष्टी का आयोजन

कानपुर इनकम टैक्स बार एसोसिएशन के तत्वाधान में आज अप्रत्यक्ष कर गोष्टी का आयोजन किया गया इस अवसर पर इनकम टैक्स अधिवक्ताओं व चार्टर्ड अकाउंटेंट्स को अप्रत्यक्ष कर के संदर्भ में जो नवीन संशोधन हुए हैं उनसे सब अवगत कराया गया जिससे वह अपने क्लाइंट्स को और बेहतर सेवा दे सकें साथ ही इस विषय पर भी चर्चा की गई कि किस तरीके से अप्रत्यक्ष कर के संदर्भ में जो नए संशोधन आए हैं उनके दुष्प्रभावों से कारोबारियों को बचाया जा सके. गोष्ठी के प्रमुख वक्ता सीए संकल्प भल्ला थे जिन्होंने जीएसटी के संदर्भ में अधिवक्ताओं को बुक किए गए नए संशोधनों से अवगत कराया आगंतुकों का स्वागत अध्यक्ष संतोष कुमार गुप्ता द्वारा किया गया जबकि धन्यवाद इनकम टैक्स बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मुकेश श्रीवास्तव ने किया.

कट्टरपंथी विचारधारा का इस्लाम से कोई ताल्लुक नहीं - एम.एस.ओ.

कानपुर - देश के सबसे बड़े छात्र संगठन मुस्लिम स्टूडेंट्स ओर्गेनाईज़ेशन ऑफ इंडिया की कानपुर यूनिट ने 21 सितम्बर विश्व शान्ति दिवस के मौके पर चमनगंज स्थित 'द हादी इंस्टीट्यूट' में एक कान्फ्रेंस का आयोजन किया जिसकी सरपरस्ती काज़ी ए शहर कानपुर मुफ्ती साकिब अदीब मिस्बाही साहब ने की और कांफ्रेंस की सदारत कानपुर यूनिट के प्रेसिडेंट मुहम्मद वासिक़ बेग बरकाती साहब ने की I

कांफ्रेंस का आग़ाज़ हाफिज़ मोनिस चिश्ती ने कुरान की आयत पढ़ कर किया और अदनान अहमद बरकाती, आदिल कादरी ने नात व मनकबत पढ़ी I कांफ्रेंस में मुख्य अतिथि के रूप में एम.एस.ओ उत्तर प्रदेश के सदर मौलाना अबू अशरफ साहब व उन्नाव यूनिट के प्रेसिडेंट मौलाना शोएब मिस्बाही साहब मौजूद रहे और मुख्य वक्ता के रुप में आये रोशन नगर मस्जिद ग़ौसिया के पेश इमाम व अल बरकात इस्लामिक रिसर्च एंड ट्रैनिंग इंस्टीट्यूट अलीगढ़ से फारिग़ मौलाना नज़र मुहम्मद साहब ने तकरीर की और कुरान की आयतें पढ़ कर उसका मतलब बताते हुए कहा कि हमारे मज़हब में वज़ू करते वक्त फिज़ूल पानी बहाने तक को मना किया गया है तो कैसे किसी इंसान का ना हक खून बहाने की इजाज़त दे सकता है I आगे मौलाना साहब ने कहा कि कट्टरपंथी विचारधारा और आतंकवाद का इस्लाम से कोई ताल्लुक नहीं जिस तरह तालिबान इस्लाम के नाम पर आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है वो बिल्कुल गलत है तालिबानी विचारधारा बिल्कुल गलत है हिन्दुस्तान का मुसलमान तालिबानी विचारधारा के खिलाफ है और इसकी मज़म्मत करता है I जिस तेज़ी से सैन्य अभियान चला कर तालिबान ने महज़ कुछ सप्ताह में अफ़ग़ानिस्तान पर कब्ज़ा किया है, उसने दुनियाभर के सुरक्षा और कूटनीति मामलों के विशेषज्ञों को परेशानी में डाल दिया है, माना जा रहा है कि अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान की सत्ता आने के साथ ही दक्षिण एशिया की भू-राजनीति में बड़ा बदलाव आ गया है इसके साथ ही भारत के लिए अब स्थिति पहले से अधिक मुश्किल हो गई है और पाकिस्तान से सटी अफ़ग़ानिस्तान की सीमा पूरी तरह से लोगों के लिए बंद नहीं हैं! इसके बाद सलातो सलाम पढ़ा गया और दुआ पर कांफ्रेंस का इख्तेताम हुआ, काज़ी ए शहर साहब ने मुल्क में अम्न व शान्ति बने रहने की दुआ की I कांफ्रेंस में मुख्य रूप से साकिब बरकाती, सुहैल बरकाती, मु. आमिर, अब्दुल, मु. सुहैल, शीराज़ खान, इरफान बरकाती, मु.आदिल, ईशान, फैज़ान, अमन रज़ा,  हमज़ा बरकाती आदि लोग मौजूद रहे!

जिला अस्पताल का मुख्य विकास अधिकारी ने किया औचक निरीक्षण

कानपुर नगर ,मुख्य विकास अधिकारी द्वारा आज उर्सला अस्पताल के डेंगू वार्ड का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने वार्ड में भर्ती मरीजों से उनका हाल जाना ।उन्होंने यहां भर्ती मरीज कन्नौज निवासी हसीम बेगम से वार्ता की जिन्होंने बताया कि अब वह पहले से बेहतर है, जिलाधिकारी ने  हसीम बेगम से पूछा कि डॉक्टर आते है की नही उनके द्वारा बताया गया कि डॉक्टर आते है इस पर   जिलाधिकारी  ने सीएमएस से जानकारी की तो उनके द्वारा बताया गया कि डॉ0पी0सी0 दुबे राउण्ड लेते है  सीएमएस ने बताया   कि एक सप्ताह पहले हसीम  बेगम  भर्ती हुई थी इनको बुखार था इनका डेंगू निगेटिव आया था अब  इनकी स्थिति  बेहतर है। उन्होंने यह भी बताया कि वर्तमान में जितने भी मरीज भर्ती है उनके  प्लेटलेट्स 20 हजार से अधिक है ।उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि सभी भर्ती मरीजों को आवश्यकतानुसार प्लेटलेट्स चढ़ाई जाए। जिलाधिकारी महोदय ने कहा कि जिन मरीजों को बुखार आ रहा है उन  सभी भर्ती मरीजों की डेंगू की  जांच अवश्य करायी जाए , उन्होंने कहा कि सभी भर्ती मरीजों का समुचित ईलाज हो यह प्रत्येक स्थिति में सुनिश्चित कराया जाए। उन्होंने  यहां भर्ती मरीज श्री रमेश निगम निवासी यशोदा नगर  से भी वार्ता  की उनके द्वारा बताया गया कि उन्हें  10 से 12 दिन से बुखार  आ रहा है। इनके विषय मे उन्होंने उपस्थित  डॉक्टर से जानकारी की तो उनके द्वारा बताया गया कि इनकी प्लेटलेट्स 30 हजार है इनका इलाज किया जा रहा है।  उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा कि सभी भर्ती  मरीजों के बेड पर मरीज के बुखार का टम्प्रेचर अवश्य लिखा जाये और लगातार उसकी मॉनेटरिंग भी की जाती रहे। यहां पर कुरसौली ग्राम के 2 मरीज भर्ती है जिनकी स्थिति के विषय मे उन्होंने  जानकारी की  तो उपस्थित डॉक्टर ने बताया कि उनकी स्थिति बेहतर है ।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ उनवान से मौलाना मो.हाशिम अशरफी का शानदार खिताब

कानपुर 20-सितम्बर बेटी अल्लाह की रहमत है बेटी की अच्छी तरबियत करने वाला जन्नत में जायेगा जिस घर में बेटी पैदा होती है उस घर में रहमत की बारिश होती है बेटी की पैदाइश के वक़्त फ़रिश्ते पूरे घर वालों को दुआएं देते हैं उक्त विचार ऑल इंडिया गरीब नवाज़ काउंसिल के तत्वाधान में आयोजित अहमद नगर के.डी.ए कालोनी में मीलादुन नबी के जलसे को संबोधित करते हुए काउंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मो.हाशिम अशरफ़ी इमाम ईदगाह गद्दियाना ने किया मौलाना अशरफ़ी ने  बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के उन्वान से शानदार खिताब करते हुए कहा इस्लाम में बेटियों की अच्छी तालीम दिलाने उनकी अच्छी तरबियत करने की बड़ी ताकीद आई है पैगम्बरे इस्लाम ने बेटियों की अच्छी तरबियत करने वालों के लिए जन्नत को वाजिब कर दिया है मौलना अशरफी ने बेटियों की पैदाइश पर दुखी होने को  दौरे जाहिलियत का ज़ालिमाना अमल कहा है उन्होंने कहा कि बच्चियों को अच्छी तालीम दें अच्छे तौर तरीके सिखाएं और उनको तरका से हिस्सा दें, हिन्दू, मुस्लिम, सिख, इसाई बेटियों की हिफाज़त का अहद करें जब बेटियों की इज्ज़त महफूज़ होगी तभी उनको अच्छी तालीम से आरास्ता करना मुमकिन है पैगम्बरे इस्लाम ने फरमाया जब बाज़ार से कोई सामान लाया करो तो सब से पहले अपनी बेटी को दिया करो पैगम्बरे इस्लाम के पास उनकी बेटी खातूने जन्नत तशरीफ़ लाईं तो पैगम्बरे इस्लाम अपनी जगह से खड़े हुए और हाथों को चूमा और फ़रमाया बेटी अब उस जगह बैठो जहां अल्लाह का रसूल बैठा था पैगम्बरे इस्लाम का यह अमल इस लिए था कि अमीरों और गरीबों को अपनी अपनी बेटियों से मुहब्बत करने और उनका दर्जा बुलंद करने का हौसला नसीब हो | नान पारा से तशरीफ़ लाये मौलाना तबरेज़ आलम ने भी विचार व्यक्त किये जनाब खुर्शीद आलम ने मेहमानों का शुक्रिया अदा किआ और मुईज़ आलम,मो.फहद ने उलमा का हार फूल से शानदार इस्तिक्बाल किया   इस से पूर्व जलसे का आगाज कुराने पाक की तिलावत से कारी इकबाल बेग क़ादरी ने किया खुर्शीद आलम, कारी मो.अहमद अशरफ़ी,मो.हसन शिबली,कारी जमाल बरकाती,सय्यद मो.हसन ने नातो मनक़बत पेश किए  संचालन मौलाना मो.कासिम अशरफ़ी ने किया सलातो सलाम कोरोना से निजात और हिंदुस्तान समेत आलम ए इस्लाम के अमन व अमान और खुशहाली के लिए दुआएं की गई तबर्रुक बिठा कर खिलाया गया जलसे में प्रमुख रूप से कारी कलीम नूरी,कारी नौशाद अजहरी,मौलाना शाफे आलम,कारी मो.अली अशरफी, हाफिज बहारुद्दीन अशरफी, हाफिज अजीज़ुल्लाह बरकाती,मौलाना नूर मो.,मौलाना ज़ाहिर अहमद, मौलना अजमेरुद्दीन हाफिज मिन्हाजुद्दीन कादरी,हाफिज मो.जावेद,हाफिज मो.अरशद अशरफ़ी, मौलाना हस्सान महमूद अख्तर,मौलाना परवेज़ अलीमी,मो.अम्मार अशरफ आदि उपस्थित थे.

مغربی تہذیب نے عورتوں کی آزادی کے نام پر بے پردگی اورعریانیت پیدا کی

جمعیۃ علماء شہر کانپور کے زیر اہتمام میر پور چھاؤنی میں اجتماع خواتین سے مولانا خلیل احمد مظاہری کا خطاب


کانپور:۔ جمعیۃ علماء اتر پردیش کے نائب صدر مولانا امین الحق عبد اللہ قاسمی کی زیر نگرانی جمعیۃ علماء شہرکانپور کی جانب سے جاری دس روزہ اجتماع خواتین کا چھٹا جلسہ میں اورائن اسکول میرپور کینٹ میں منعقد ہوا۔جس میں بطور مہمان خصوصی کے تشریف لائے مولانا خلیل احمد مظاہری نے فرمایا کہ اللہ تعالیٰ نے اپنے آخری نبی امام الانبیاء حضرت محمد ﷺ کے ذریعہ سے جو ہم کو اپنا سب سے پاکیزہ دین مذہب اسلام کی شکل میں دیا ہے یقینا یہ خدا وند قدوس کا ایک بہت بڑا انعام اور اس کا احسان ہے۔اسی مذہب اسلام نے ہماری خواتین کو جو مقام و عزت اور شان حریت عطاء کی ہے دیگر مذاہب میں اس کا تصور بھی نہیں کیا جا سکتا۔ ایک عورت بحیثیت عورت ہونے کے مسلم معاشرے کیلئے بہت ہی قیمتی سرمایہ ہے اگر وہ اپنی زندگی کو حضرت نبی کریم ﷺ کے بتائے ہوئے راستے پر چلنے کا عزم مسمم کرنے کیساتھ ازواج مطہرات و بنات طاہرات کو اپنے لئے مشعل راہ بنائے گی تو خود تو ارتداد سے محفوظ ہی رہے گی اور آنے والی نسلوں کی بھی اللہ تعالیٰ ان کے ذریعہ سے ارتدادی فتنوں سے انشاء اللہ حفاظت فرمائیں گے۔
مولانا مظاہری نے بے پردگی کے بارے میں فرمایا کہ آج دنیا میں بے شرمی و بے حیائی عام ہوتی جا رہی ہے۔اللہ تعالیٰ نے مسلمان عورتوں کو حکم دیا ہے کہ تم پردے میں رہا کرو لیکن آج مغربی تہذیب نے ہماری بچیوں کو آزادی کے نام پر ان کے اندر بے پردگی جیسی عریانیت پیدا کردی ہے۔ہمارے نبی حضرت محمد صلی اللہ علیہ وسلم نے ارشاد فرمایا تھا ایک وقت ایسا آئے گا عورتیں لباس پہنے ہونے کے باوجود ایسا لگے گا کہ وہ بے لباس ہیں۔آج ہماری بچیاں دنیا کی ہر چیز کے اندر میچنگ چاہتی ہیں لیکن ان کو یہ معلوم بھی نہیں ہوتا کیا ہماری زندگی نبیؐ کا بتایا ہوا طریقہ ازواج مطہرات صحابیات کی زندگیوں سے میچنگ ہو بھی رہی ہے یا نہیں۔اس کی صرف ایک وجہ ہے کہ ہم نے اپنی بچیوں کو دینی تعلیمات سے آراستہ کیا ہی نہیں جس کے نتائج آج ہمارے سامنے ہیں۔اخیر میں مولانا نے بتایا کہ ہمارے نبی کریم صلی اللہ علیہ وسلم نے فرمایا ہے کہ ہر عورت سورہ نور کی تلاوت کا اہتمام کرنا چاہیے بلکہ اس سورت کا ترجمہ و تفسیر کسی معتبر عالم سے پڑھنا چاہئے کیونکہ اللہ تعالیٰ نے اس میں خواتین کے متعلق بہت سے احکامات مثلا گھر میں کس طرح رہنا ہے،باہر کیسے نکلنا ہے وغیرہ بڑی تفصیل سے بیان کیا۔
جمعیۃ علماء شہر کانپور کے نائب صدر مولانا نورالدین احمد قاسمی نے اپنے تمہیدی خطاب میں پروگرام کے مقاصد پر روشنی ڈالتے ہوئے بتایا کہ آپ کے شہر کے دردمند علماء کو ایک فکر بے چین کر رہی تھی جس کی وجہ سے ان کی راتوں نیندیں حرام ہو گئی تھی کہ آج باطل اپنی پوری طاقت و قوت کیساتھ ہماری بہنوں و بچیوں کے دین و عقائد پر حملہ کرکے ان کو بڑی آسانی سے اپنا یرغمال بنا لے رہا ہے۔ اسی فکر و احساس کے ساتھ شہری جمعیۃ علماء کانپور کے ذمہ دارن نے طے کیا کہ آج اگر مسلم معاشرے کی بچیوں کو عقائد،ایمان،رسالت کی اہمیت نہ بتائی گئی تو کل میدان محشر میں اللہ اور اس کے رسول کو کیا منہ دکھائیں گے۔مولانا نے صحابیات کا ذکر کرتے ہوئے فرمایا کہ ان کیلئے سب کچھ قربان کرنا آسان تھا پر دین و ایمان کو نبی پاک صلی اللہ علیہ وسلم کی اسوہئ حسنہ کو چھوڑ دیں ایسا ہو نہیں سکتا۔ اسی مقصد کے تحت یہ پروگرام منعقد کئے جا رہے ہیں کہ مسلم خواتین کے اندر یہ صفت پیدا ہو اور وہ بھی اس طرح شریعت مطہرہ کے مطابق اپنی بے داغ زندگی گزار کر دنیا و آخرت میں اللہ،اس کے رسول صلی اللہ علیہ وسلم کی رضا و خوشنودی حاصل کریں۔
جس طرح ایک باپ اپنی بیٹی کے لئے ایک بھائی اپنی بہن کیلئے اچھا کھانے،اچھا رہنے اچھی تعلیم کی فکر کرتا ہے اس سے کہیں زیادہ ہم کو ان کے ایمان و عقائد کی فکر ضرورت ہے۔اگر آج ہم نے انکی ترتیب اسلامی تہذیب کے مطابق کی تو انشاء اللہ یہی بچیاں کل قیامت کے دن ہمارے لئے نجات کا ذریعہ بنیں گی ورنہ اگر ہم نے ان کی دنیاوی ضروریات کا لحاظ کیا پر ان کے دین کی فکر نہیں تو اللہ نہ کرے یہ ہم کو جہنم میں لے جانے کا بھی سبب بن سکتی ہیں۔پروگرام کا آغاز حافظ محمد کاشف نے تلاوت کلام اللہ سے کیا جبکہ نذرانہ عقیدت حافظ محمد صفوان نے پیش کیا۔مولانا نورالدین احمد قاسمی کی دعا پر پروگرام کا اختتام ہوا۔شرکاء میں ڈاکٹر حلیم اللہ خاں صدر جمعیۃ علماء کانپور،محمد عارف خان،حافظ محمد شاہ عالم،مولانا محمد کاشف جامعی،حافظ محمد ارشد،محمد جاوید کے علاوہ کثیر تعداد میں خواتین تشریف لائیں۔
مدیر محترم، آداب و تسلیمات!اس پریس ریلیز کو شائع فرماکر شکر گزار کریں۔
        محمد سعد
 آفس سکریٹری کل ہند اسلامک علمی اکیڈمی
7985828251

सभी रोटरी क्लबों ने मिलकर किया वृहद रक्तदान शिविर का आयोजन


कानपुर के सभी रोटरी क्लबों ने मिलकर एक वृहद रक्तदान शिविर का आयोजन पांडव नगर को ऑपरेटिव हाउसिंग सोसायटी परिसर में किया. नगर के समस्त रोटरी क्लबों के सदस्यों ने इस वृहद रक्तदान शिविर में रक्तदान किया. शिविर का उद्घाटन मंडल अध्यक्ष मुकेश सिंघल ने किया . शिविर का संचालन पूर्व मंडल अध्यक्ष रोटेरियन बिन अस्थाना ने किया कानपुर के सभी क्लबों की तरफ से शिविर की व्यवस्था रोटरी क्लब विनायक श्री ने की.

युग दधीचि देहदान अभियान के संस्थापक मनोज सेंगर का नाम पद्म श्री के लिये नामित

कानपुर, सामाजिक सेवा के क्षेत्र में विगत 30 वर्षों से कार्य कर रहे युग दधीचि देहदान अभियान के संस्थापक एवं संचालक व एंटी करप्शन फाउंडेशन आफ इंडिया के संरक्षक जे0 के0 कॉलोनी, जाजमऊ कानपुर निवासी मनोज सेंगर का पद्मश्री सम्मान हेतु किया गया नामांकन गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा स्वीकार कर लिया गया है।

विज्ञान से स्नातक 54 वर्षीय  मनोज सेंगर ने आजीवन निःसंतान रहने का संकल्प कर अपना पूरा जीवन समाज सेवा मे समर्पित कर दिया है। उनका सबसे बड़ा कार्य  देहदान अभियान समाज की आस्था को आमूल चूल बदल डालने वाले इस अभियान का प्रारम्भ वर्ष 2003 में तत्कालीन राज्यपाल उत्तर प्रदेश आचार्य विष्णुकांत शास्त्री के आग्रह से हुआ समाज की आस्था को बदलते हुए। मनोज सेगर ने वर्ष 2006 में प्रथम देहदान कानपुर देहात डेरापुर से 21 वर्षीय बउआ दीक्षत का कराने में सफल रहे।

पूरे प्रदेश में देहदान अभियान चला रहे  मनोज सेंगर व  माधुवी सेगर ने अब तक तीन हजार से अधिक लोगो को देहदान हेतु संकल्पित कर चुके हैं। साथ ही 233 मृत देह दान कराई जा चुकी है।

उनके नामांकन के लिए आईएमए, रेडक्रॉस, विहिम व एंटी करप्शन फाउंडेशन आफ इंडिया की टीम ने भी अनुशंसा की है ।

छावनी ज्वेलर्स एसोसिएशन परिचय सम्मेलन एवं शपथ ग्रहण समारोह

कानपुर, उत्तर प्रदेश ज्वेलर्स एसोसिएशन, छावनी ज्वेलर्स एसोसिएशन का परिचय सम्मेलन एवं शपथ ग्रहण समारोह मीरपुर छावनी बारात शाला मैं छावनी ज्वेलर्स एसोसिएशन  के अध्यक्ष जितेंद्र कुमार वर्मा उर्फ बॉर्बी भैया नेतृत्व में कार्यक्रम का आयोजन हुआ! कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में छावनी विधायक सुहेल अंसारी अतिथि के रुप में उत्तर प्रदेश ज्वेलर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष मुकुल वर्मा, लखन ओमर जिले के वरिष्ठ लोग उपस्थित हुए! अध्यक्ष जितेंद्र कुमार वर्मा ने बताया कि छावनी ज्वेलर्स एसोसिएशन कार्यक्रम के माध्यम व्यापारियों को जोड़कर उनके साथ हो रही समस्याओं का समाधान किया जाएगा आए दिन सरकार की नई नई गाइडलाइन छोटा बड़ा व्यापारी परेशान हो गया है सरकार के सामने अपनी बात तो लाने में व्यापारी असमर्थ है सारे व्यापारी एक होकर अपनी बात संस्था को बताएंगे संस्था उसकी बात को लेकर सरकार को अवगत कराएगी जिससे व्यापारियों की समस्याओं का समाधान होगा। कार्यक्रम के दौरान प्रदेश अध्यक्ष मुकुल वर्मा, अध्यक्ष जितेंद्र कुमार वर्मा बॉर्बी भैया, वरिष्ठ उपाध्यक्ष जावेद अहमद, कोषाध्यक्ष अलीम बैग, महामंत्री अब्दुल्ला अंसारी, महासचिव सुनील वर्मा उपाध्यक्ष मोहम्मद दानिश अंसारी, संरक्षक सतीश कुमार वर्मा, उपाध्यक्ष रामेंद्र सिंह मंत्री मुकीम अख्तर, संयुक्त मंत्री विनीत, संस्कृत मंत्री रमेश वर्मा, राजेश, हरिशंकर मिश्रा, लोगों को पद ग्रहण कराया गया!

तन्ज़ीम बरेलवी उलमा-ए-अहले सुन्नत के ज़ेरे एहतिमाम चमनगंज मे उर्स मुफस्सिरे आज़म हिन्द मनाया गया

कानपुर:हुज़ूर मुफस्सिरे आज़मे हिंद वालिदे ताजुश्शरीअह हज़रते अल्लामा मोहम्मद इब्राहीम रज़ा ख़ाँ बरेलवी अलैहिर्रहमा की तारीखे विसाल पर खिराजे अक़ीदत पेश करने के लिए तन्ज़ीम बरेलवी उलमा-ए-अहले सुन्नत के ज़ेरे एहतिमाम चमनगंज मे उनका उर्स मनाया गया इस मौक़े पर तन्ज़ीम के सदर हाफिज़ व क़ारी सैयद मोहम्मद फ़ैसल जाफरी ने कहा कि आपकी विलादत 10 रबीउस सानी 1325 हिजरी को बरेली शरीफ में हुई

आपका अक़ीक़ा मोहम्मद नाम पर हुआ और आपका यह नाम सरकारे आला हज़रत ने रखा

वालिदे माजिद ने दीने हनीफ की तरफ निस्बत करते हुए आपका नाम इब्राहीम रज़ा तज्वीज़ फरमाया जब्कि आपकी दादी जान ने पुकारने का नाम जीलानी मियाँ रखा और लक़ब मुफस्सिरे आज़मे हिंद क़रार पाया

सरकारे आला हज़रत ने आपके अक़ीक़ा पर शाहाना तौर पर एहतिमाम फरमाया और अक़ारिब के अलावा दारुल उलूम मन्ज़रे इस्लाम के तमाम इसातिज़ा व तल्बा को भी आम दावत दी और नाजिमे मतबख़ (खाने खिलाने का इंतिज़ाम जिसके हाथ हो) को ख़ास हिदायत फरमाई कि जिन शहरों के जो तलबा यहाँ मौजूद हैं उन्हें  उनकी ख़्वाहिश (जो वह चाहें) के मुताबिक़ खाना खिलाया जाए

नाजिमे मतबख़ ने हिंदुस्तानियी तलबा के लिये हिंदुस्तानी खाना और जो तलबा जहाँ के थे उनके लिये वहाँ के खाने का इंतिज़ाम किया

ख़ानदानी दस्तूर के मुताबिक़ जब मुफस्सिरे आज़म की उम्र 4 साल 4 माह हुई तो 14 शअबान बरोज़ जुमेरात 1329 हिजरी को सरकारे आला हज़रत ने ख़ानदान व शहर के मोअज़्ज़ज़ उलेमा व मशाएख़ की मौजूदगी में रस्मे बिस्मिल्लाह ख़्वानी कराई और हाजिरीन में शीरीनी भी तक़सीम हुई

जब आपकी उम्र 7 साल हुई तो आपको दारुल उलूम मन्ज़रे इस्लाम के इसातिज़ा के हवाले कर दिया गया

9 साल 4 माह की उम्र में दारुल उलूम मन्ज़रे इस्लाम के जलसए दस्तारे फज़ीलत में हुज़ूर हुज्जतुल इस्लाम हज़रते अल्लामा हामिद रज़ा ख़ाँ अलैहिर्रहमा ने उलमाए इस्लाम की मौजूदगी में आपके सर पर दस्तारे फज़ीलत का ताज रखा और साथ ही अपनी नियाबत व खिलाफत से भी नवाज़ा

12 साल तक आप दारुल उलूम मन्ज़रे इस्लाम के नामवर इसातिज़ा हज़रात से उलूम व फुनून में महारत हासिल करते रहे

आपके मुतअल्लिक़ सरकारे आला हज़रत ने इरशाद फरमाया था एक वक़्त आएगा कि जब मेरा यह बेटा (मुफस्सिरे आज़म) वहाबियों देवबंदियों की मुख़ालिफत में वह काम करेगा कि अपने दौर में सबसे आगे बढ़ जाएगा

आप सिलसिलए आलिया क़ादरीया रज़वीया के 42वें इमाम व शैख़े तरीक़त हैं

आप अपने अस्लाफे किराम के कामिल नमूना और अवाम के लिये मुक़्तदा व मश्अले राह थे

आपका विसाल 11 सफर 1385 हिजरी बरोज़ पीर सुबह 7 बजे 60 साल की उम्र में हुआ

आपका मज़ारे मुबारक ख़ानक़ाहे रज़विया बरेली शरीफ में है इस मौक़े पर फातिहा ख्वानी हुई और दुआ की गई फिर शीरनी तक़सीम हुई हाफिज़ इरफान रज़ा क़ादरी,ज़मीर खान,मोहम्मद तारिक़,मोहम्मद ताबिश,मोहम्मद मोईन जाफ़री आदि लोग मौजूद थे!

تنظیم بریلوی علمائے اہل سنت کے زیر اہتمام چمن گنج میں عرس مفسر اعظم ہند منعقد

 کانپور 19 ستمبر:حضور مفسر اعظم ہند والد تاج الشریعہ حضرت علامہ محمد ابراہیم رضا خاں بریلوی علیہ الرحمہ کے تاریخ وصال پر خراج عقیدت پیش کرنے کیلئے تنظیم بریلوی علمائے اہل سنت کے زیر اہتمام چمن گنج میں فاتحہ خوانی کا اہتمام کیا گیا اس موقع پر تنظیم کے صدر حافظ و قاری سید محمد فیصل جعفری نے کہا کہ حضور مفسر اعظم ہند علیہ الرحمہ کی ولادت با سعادت 10 ربیع الثانی 1325 ہجری کو بریلی شریف میں ہوئی آپکا عقیقہ محمد نام پر ہوا اور آپکا یہ نام سرکار اعلیٰ حضرت نے رکھا والد ماجد نے دین حنیف کی طرف نسبت کرتے ہوئے آپکا نام ابراہیم رضا تجویز فرمایا جبکہ دادی جان نے پکارنے کا نام جیلانی میاں رکھا اور لقب مفسر اعظم ہند قرار پایا سرکار اعلیٰ حضرت نے آپکے عقیقہ پر شاہانہ طور پر اہتمام فرمایا اور اقارب کے علاوہ دار العلوم منظر اسلام کے تمام اساتذہ و طلبہ کو بھی عام دعوت دی اور ناظم متبخ (کھانے کھلانے کا انتظام جس کے ہاتھ ہو) کو خاص ہدایت فرمائی کہ جن شہروں کے طلبہ یہاں موجود ہیں انھیں انکی خواہش کے مطابق کھانا کھلایا جائے ناظم متبخ نے ہندوستانی طلبہ کیلئے ہندوستانی کھانا اور جو طلبہ جہاں کے تھے انکے لئے وہاں کے کھانے کا انتظام کیا خاندانی دستور کے مطابق جب مفسر اعظم کی عمر 4 سال 4 ماہ ہوئی تو 14 شعبان بروز جمعرات 1329 ہجری کو سرکار اعلیٰ حضرت نے خاندان و شہر کے معزز علماء و مشائخ کی موجودگی میں رسم بسم اللہ خوانی کرائی اور حاضرین میں شیرنی بھی تقسیم ہوئی جب آپکی عمر 7 سال ہوئی تو آپکو دار العلوم منظر اسلام کے اساتذہ کے حوالے کر دیا گیا 9 سال 4 ماہ کی عمر میں دار العلوم منظر اسلام کے جلسہ دستار فضیلت میں حضور حجة الاسلام حضرت علامہ حامد رضا خاں علیہ الرحمہ نے علمائے اسلام کی موجودگی میں آپکے سر پر دستار فضیلت کا تاج رکھا اور ساتھ ہی اپنی نیابت و خلافت سے بھی نوازا 12 سال تک آپ دار العلوم منظر اسلام کے نامور اساتذہ حضرات سے علوم و فنون میں مہارت حاصل کرتے رہے آپکے متعلق سرکار اعلیٰ حضرت نے ارشاد فرمایا تھا ایک وقت آئیگا جب میرا یہ بیٹا (مفسر اعظم) وہابیوں دیوبندیوں کی مخالفت میں وہ کام کریگا کہ اپنے دور میں سب سے آگے بڑھ جائیگا آپ سلسلہ عالیہ قادریہ رضویہ کے 42 ویں امام و شیخ طریقت ہیں آپ اپنے اسلاف کرام کے کامل نمونہ اور عوام کیلئے مقتدا و مشعل راہ تھے آپکا وصال 11 صفر 1385 ہجری بروز پیر صبح 7 بجے 60 سال کی عمر میں ہوا آپکا مزار مبارک خانقاہ رضویہ بریلی شریف میں ہے اس موقع پر فاتحہ خوانی ہوئی اور دعا کی گئی پھر حاضرین میں شیرنی تقسیم ہوئی شرکاء میں حافظ محمد عرفان رضا قادری،ضمیر خاں،محمد طارق،محمد تابش،محمد معین جعفری وغیرہ لوگ موجود تھے!

रुबीना क़ुरैशी अल्पसंख्यक सभा उत्तर प्रदेश की महिला प्रकोष्ठ की प्रदेश अध्यक्ष घोषित


कानपुर, अल्पसंख्यक सभा उत्तर प्रदेश अखलाक उद्दीन प्रदेश अध्यक्ष के निर्देशानुसार रुबीना क़ुरैशी जनपद कानपुर  अल्पसंख्यक सभा प्रदेश अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ  के पद पर घोषित किया ! रुबीना कुरैशी ने कहा कि अल्पसंख्यक सभा उत्तर प्रदेश में जो जिम्मेदारी दी है अल्पसंख्यक सभा की रीति नीतियों को व सभी वर्गों को साथ लेकर उन के हक की आवाज़ बनकर पूरी ईमानदारी एवं लगन से कार्य करूंगी!

रोटरी इंटनेशनल समाजसेवा के क्षेत्र में 116 वर्षों से है कार्यरत- पवन अग्रवाल

शिक्षा और मेडिकल सहित रोटरी क्लब विभिन्न 7 क्षेत्रों में कर रहा कार्य-किशोर कटरू

हिंदुस्तान में रोटरी क्लब के करीब 12 लाख सदस्य मौजूद- शरद चंद्रा

 रोटरी इंटरनेशनल पिछले 116 साल पुरानी संस्था है और  मेंबरशिप के अनुसार यह इस समय विश्व की दूसरे नंबर की संस्था है,जिसमे पहले नंबर पर रेडक्रॉस और दूसरे नंबर पर रोटरी अंतरराष्ट्रीय है।

रोटरी क्लब के पूरे विश्व में लगभग 12 लाख सदस्य हैं और रोटरी का विस्तार करीब 200 देशों में है और हिंदुस्तान में रोटरी के लगभग डेढ़ लाख सदस्य हैं  अगर बात करें तो यह 39 रिवेन्यू डिस्ट्रिक्ट है जिसमें यूपी का काफी बड़ा हिस्सा है मध्य प्रदेश का कुछ हिस्सा है और उत्तराखंड का कुमायु का हिस्सा है।

रोटरी इंटरनेशनल प्रतिवर्ष चुनाव होता है जिसे इस अशोक अग्रवाल को प्रेसिडेंट और अंकुर कुलश्रेष्ठ के सेक्रेटरी पद पर चुना गया है, जो रोटरी  इंटरनेशनल द्वारा आयोजित कार्यक्रम के दौरान विधिवत रूप से चार्ज ग्रहण करेंगे।

यह जानकारी शनिवार को रोटरी इंटरनेशनल द्वारा आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान दी गयी। इस अवसर पर नवनियुक्त पदाधिकारियों का रोटरी सदस्यों के द्वारा स्वागत किया गया।

इस दौरान रोटरी इंटरनेशनल के नवनियुक्त प्रेसिडेंट अशोक अग्रवाल एवं सेक्रेटरी अंकुर कुलश्रेष्ठ ने उपस्थित सभी रोटरी सदस्यों के समक्ष सभी जिम्मेदारियों का निर्वहन किए जाने का भरोसा दिलाया। साथ ही उन्होंने कहा कि रोटरी का समाज सेवा के क्षेत्र में जो भी उद्देश्य रहा है वह सभी सदस्यों के साथ उस संकल्प को आगे बढ़ाएंगे और शिक्षा मेडिकल सहित अन्य क्षेत्रों में रोटरी क्लब के उद्देश्यों को सार्थक करने में अपना पूर्ण योगदान देंगे।

इस मौके पर पवन अग्रवाल किशोर कटरु, शरद चंद्रा, दिनेश चंद्र अग्रवाल, डी सी शुक्ला, विवेक गर्ग, देवेंद्र अग्रवाल, अशोक अग्रवाल, ओपी अग्रवाल, अंकुर कुलश्रेष्ठ, नीलेश टेंटी वाला, केडी अग्रवाल, नीरव निमेष,बीबी कालरा, जे के कटारा आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।

अंकुर कुलश्रेष्ठ - सेक्रेट्री

सुमित के मार्गदर्शन में खेलेगी प्रदेश टीम


एक ओर जहां गत वर्षों से उत्तर प्रदेश की मुक्केबाजी खेल व खिलाड़ियों का प्रदर्शन अपने आयाम पर है वहीं खेल और खिलाड़ियों को निखारने के लिए निरंतर प्रयास में समर्पित हैं प्रदेश के प्रशिक्षक। कोविड कॉल के एक लंबे अंतराल के बाद जब खेल प्रतियोगिताएं शुरू हुईं तो उत्तर प्रदेश नें भी अपने खिलाड़ियों के प्रशिक्षण में कोई कमी नहीं की। इसी क्रम में  कर्नाटक राज्य के बेल्लारी में संपन्न हो रही राष्ट्रीय सीनियर मुक्केबाजी प्रतियोगिता में उत्तर प्रदेश की कमान बतौर प्रशिक्षक पूर्व राष्ट्रीय पदक विजेता सुमित चौधरी के हाथ में सौंपी गई। जिला कानपुर मुक्केबाजी संघ के कोषाध्यक्ष संकल्प दीक्षित बताते हैं कि वर्तमान समय में कर्नाटक राज्य के बेल्लारी में संपन्न हो रही सीनियर राष्ट्रीय मुक्केबाजी प्रतियोगिता में उत्तर प्रदेश के खिलाड़ी, प्रशिक्षक सुमित चौधरी के मार्गदर्शन में अपना खेल प्रदर्शन कर रहे हैं। श्री सुमित के विषय में बताते हुए संकल्प कहते हैं कि मूल रूप से गोरखपुर जिले के निवासी सुमित चौधरी ने अपने खेल जीवन की आखरी प्रतियोगिता में बतौर खिलाड़ी कानपुर से ही प्रतिभाग किया था एक खिलाड़ी और फिर एक प्रशिक्षक के रूप में लगभग पिछले डेढ़ दशक में श्री सुमित ने उत्तर प्रदेश मुक्केबाजी की सेवा करते हुए विशेष कीर्तिमान स्थापित किये हैं। सब जूनियर, जूनियर व सीनियर अर्थात मुक्केबाजी खेल के सभी आयु वर्गों में सुमित ने आधा दर्जन से ज्यादा राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में उत्तर प्रदेश टीम व साई सेंटर एमपी से मध्य प्रदेश टीम का प्रतिनिधित्व किया है। राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक विजेता रहे सुमित चौधरी चार वर्ष पूर्व कोलकाता से अपना एन आई एस डिप्लोमा पूर्ण कर वर्तमान समय में उत्तर प्रदेश मुक्केबाजी में बतौर प्रशिक्षक अपनी खेल सेवाएं दे रहे हैं। सुमित मानदेय प्रशिक्षक के रूप में कोविड काल से पूर्व सहारनपुर में अपनी खेल सेवाएं रहे थे परंतु दो वर्ष के लगभग प्रदेश खेल निदेशालय द्वारा कोई भी मानदेय प्रशिक्षक का प्रशिक्षण कैंप आवंटित ना होने के बावजूद वे खेल और खिलाड़ियों से जुड़े रहे। प्रदेश मुक्केबाजी संघ द्वारा चलाई गई ऑनलाइन प्रशिक्षण सेमिनार हो या निजी रूप से किसी खिलाड़ी को प्रशिक्षण देने या खेल की बारीकी समझना हो सुमित ने कभी अपनी खेल जिम्मेदारी से पैर पीछे नहीं खींचा और उनके इसी खेल समर्पण भाव के चलते आज उत्तर प्रदेश मुक्केबाजी संघ के महासचिव ने उन्हें सीनियर राष्ट्रीय प्रतियोगिता में बतौर टीम प्रशिक्षक नियुक्त किया। सुमित इससे पूर्व भी यूथ एवं जूनियर प्रदेश मुक्केबाजी टीम का प्रतिनिधित्व टीम प्रशिक्षक के रूप में  राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में कर चुके हैं। सुमित चौधरी के इस, राष्ट्रीय खिलाड़ी से राष्ट्रीय प्रशिक्षक बनने तक के सफर पर बधाई देते हुए संघ पदाधिकारियों ने आशा भी जताई है कि सुमित के मार्गदर्शन में टीम अपना सर्वोच्च प्रदर्शन करेगी व कम से कम तीन से चार पदक जीतेगी।

कुलपति ने 15 दिवसीय विद्यार्थी विकास प्रशिक्षण का किया शुभारंभ

कानपुर । सीएसए में विद्यार्थी विकास कार्यक्रम विषय पर 15 दिवसीय (15 से 29 सितंबर) राष्ट्रीय आभासी प्रशिक्षण का शुभारंभ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं कुलपति डॉ. डीआर सिंह के द्वारा किया गया। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य कृषि स्नातकोत्तर छात्र छात्राओं में संचार कौशल के माध्यम से व्यक्तित्व विकास करना है मुख्य अतिथि ने बताया कि यदि सॉफ्ट स्किल बेहतर हो तो नौकरी ही की तलाश करने और नौकरी में प्रोन्नत पानी एवं स्वयं का उद्यम प्रारंभ करने में कोई मुश्किल नहीं होती है उन्होंने योजना एवं विश्व विद्यालय की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान नई दिल्ली का आभार व्यक्त किया जिस के सहयोग से ऐसे कार्यक्रम दिन प्रतिदिन आयोजित किए जा रहे हैं और सिर्फ सी एस ए की ही नहीं बल्कि देश की सभी कृषि विश्वविद्यालयों के विद्यार्थी निरंतर लाभान्वित हो रहे हैं। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि स्पीकवेल कानपुर की संस्थापक मैडम शेफाली राज ने संदेश दिया कि ऐसे कार्यक्रमों से विद्यार्थियों का चौमुखी विकास होता है और विद्यार्थियों में आत्मविश्वास बढ़ता है तथा उनका संपूर्ण व्यक्तित्व बदल देता है निदेशक शोध डॉ हर ज्ञान प्रकाश जी ने अतिथियों तथा प्रतिभागियों का स्वागत किया उन्होंने प्रशिक्षण के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि संचार कौशल स्पष्ट बोलना ध्यान से सुनना शाब्दिक एवं अशाब्दिक संचार संकेत इत्यादि विषयों पर विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस प्रशिक्षण के कोर्स डायरेक्टर डॉ सी एल मौर्य ने प्रशिक्षण का संचालन करते हुए अवगत कराया कि आभासी प्रशिक्षण हेतु देश के कुल क्षेत्र विश्वविद्यालयों की 260 छात्र छात्राओं ने पंजीकरण कराया है जिनमें कुल 25.4 प्रतिशत महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित हुई है इस प्रशिक्षण में कुल 15 व्याख्यान विभिन्न विषयों पर अगले 15 दिनों में आयोजित किए जाएंगे। प्रख्यात प्रशिक्षक एवं शिक्षाविद मैडम शेफाली राज एमडी पीएसआईटी कानपुर एवं संस्थापक स्पीकवेल कानपुर डॉक्टर पूजा जैन विभागाध्यक्ष अंग्रेजी विभाग असम, मिस गीतांजलि अरोरा सॉफ्ट स्किल ट्रेनर  स्पीकवेल मिस ऐश्वर्य ऑनलाइन ट्रेनर पेरिस फ्रांस एवं मिस रेशम जैन इंग्लिश एवं सॉफ्टवेयर स्किल ट्रेनर द्वारा विभिन्न विषयों पर व्याख्यान दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि विद्यार्थी देश के भविष्य होते हैं और शिक्षक की जिम्मेदारी होनी चाहिए कि वे अपने विद्यार्थियों को बेहतर भविष्य का निर्माण करें।जिससे देश प्रत्येक क्षेत्र में तरक्की करेगा।

اردو قصائد میں ہندوستانی ثقافت کی شاندار عکاسی ملتی ہے: پروفیسر شیخ عقیل احمد

 قومی اردو کونسل میں ‘اردو قصائد کی ادبی اور ثقافتی روایت’ پرمذاکرہ 

نئی دہلی: اردو کی شعری اصناف میں قصیدے کو مرکزیت حاصل رہی ہے۔ دکن اور شمالی ہندوستان میں ہمیں سیکڑوں ایسے اردو قصیدہ نگارنظرآتے ہیں جنھوں نے نہ صرف اس صنف کو وسعت دی بلکہ اردو کے شعری ادب کو بھی بلندیوں تک پہنچایا اور اپنے قصائد میں ہندوستانی تہذیب وثقافت کی شاندار عکاسی بھی کی۔ ان خیالات کا اظہار قومی اردو کونسل کے ڈائرکٹر پروفیسر شیخ عقیل احمد نے قومی اردوکونسل کے زیر اہتمام منعقدہ ورچوئل مذاکرہ بعنوان ‘اردو قصائد کی ادبی اور ثقافتی روایت’ میں کیا۔ انھوں نے کہاکہ قصیدہ اردو کی بہت اہم صنف ہے جس میں ہر طرح کے موضوعات اور مضامین کو برتنے کی بھرپورگنجائش موجود ہے۔ایک زمانہ تھا کہ ہر شاعر قصیدے کے میدان میں طبع آزمائی کرنے میں فخر محسوس کرتا تھا، آج بھلے ہی قصیدہ اپنی شان وشکوت کھوچکا ہے، تاہم اس کی کوکھ سے جنم لینے والی غزل کادبدبہ اب بھی قائم ہے ۔

پروفیسر عبدالحق نے شمالی ہندوستان میں قصیدے کی روایت کے حوالے سے کہاکہ شمالی ہندمیں قصیدے کی روایت کو آگے بڑھانے میں ولی کا اہم کردار ہے۔انھوں نے بہترین قصیدے کہے ۔ولی کے بعد سودانے اردو قصیدے کو آسمان پر پہنچادیا۔ اردو میں سودا سے بڑا کوئی قصیدہ نگار پیدا نہ ہوسکا۔ انھوں نے قصیدے میں ہندوستانی تہذیب وثقافت پر گفتگوکرتے ہوئے اردو قصیدے کے ثقافتی مطالعہ پر خصوصی توجہ دلائی۔اس موقع پر پروفیسر عتیق اللہ نے قصیدے کے مختلف پہلوؤں پرتحقیقی اور تنقیدی بحث کی۔انھوں نے کہا کہ قصیدے کو ‘ا م الاصناف’ کی حیثیت حاصل ہے۔ کیونکہ قصیدے کے اسالیب ہمیں دوسری اصناف میں بھی نظر آتے ہیں۔انھوں نے کہا کہ آج ہمیں قصیدے کے کینن کے حوالے سے غور وفکر کرنے اور کام کرنے کی ضرورت ہے۔

 پروفیسر نسیم الدین فریس نے اپنے خطاب میں دکن میں اردو قصیدے کی روایت کا جائزہ لیا۔انھوں نے کہا کہ اردو کی زیادہ تر اصناف کا آغاز دکن میں ہواہے۔ جہاں تک اردو قصیدے کی بات ہے تو اس صنف کی ابتداءبہمنی دور میں ہوئی ، اس کے بعد عادل شاہی اور قطب شاہی دورمیں کئی اہم شاعر قصیدے کی طرف متوجہ ہوئے اور عمدہ قصیدے کہے۔انھوں نے یہ بھی کہا کہ اردو کے شعرا کے پیش نظر فارسی کے قصائد رہے ہیں۔ پروفیسر نسیم الدین فریس نے قصیدے کے زوال پر بھی روشنی ڈالی، اور انھوں نے قصیدے کے احیا کے حوالے سے کہا کہ قصیدہ آج بھی کہاجاسکتا ہے کیونکہ آج بھی موضوعات کی کمی نہیں ہے۔ پروفیسر نسیم احمد نے سودا کی قصیدہ نگاری کا جائزہ لیتے ہوئے کہا کہ سودا نہ ہوتے تو شاید اردومیں قصیدے کا ذکر بے سود ہوجاتا۔ انھوں نے یہ بھی کہا کہ درباروں کا خاتمہ قصیدے کے زوال کا سبب نہیں ہے۔کیونکہ اردو کے بہترین قصیدے نعتیہ اور منقبتی ہیں اور ان موضوعات پر آج بھی قصیدے کہے جاسکتے ہیں۔ پروگرام کے آخر میں شمع کوثر یزدانی نے تمام مہمانان اور شرکاء کا شکریہ اداکیا۔

(رابطہ عامہ سیل)

रोटरी क्लब लक्ष्य ने 23 शिक्षकों का किया सम्मान

रोटरी क्लब लक्ष्य ने आज नगर निगम महिला इंटर कालेज, चुंनीगजं में शिक्षक सम्मान दिवस का आयोजन किया। विधालय की सभी 23 शिक्षकों को सम्मान पत्र दे कर सम्मानित किया गया । अध्यक्ष राकेश महाजन ने मुख्य अतिथि पूर्व रोटरी गवर्नर रहे दिनेश शुक्ला जी का स्वागत किया तथा क्लब दारा किये जा रहे का्यो के बारे में बताया।

मुख्य अतिथि ने रोटरी इंटरनेशनल की योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी तथा क्लब को समाजसेवी काम करने के लिए प्रेरित किया। सभा का संचालन रो. मुकेश ने किया तथा धन्यवाद रो. शशि कांत ने दिया । इस अवसर पर रो. विनीत, रो. अतुल, रो. अंकित, रो. मनोज प्रताप उपस्थित रहे।  

مجبور نہیں مضبوط صحافی بنو، ایماندار صحافیوں کوہی مسائل درپیش ہیں : سر فراز آرزو


پترکار وکاس فاؤنڈیشن صحافیوں کے در پیش مسائل کو حل کرنے کیلئے کوشاں:یوسف رانا

مالیگاؤں (پریس ریلیز)صوبہ مہاراشٹر کے صنعتی شہر مالیگاوں میںپترکاروکاس فاونڈیشن کی جانب سے صحافیوں کی رہنمائی کے لئے ایک سیمینار بعنوان’’صحافیوں کو در پیش مسائل و حل‘‘ کا انعقاد کیا گیا۔ جس میںپرنٹ میڈیا، الیکٹرانک میڈیااور سوشل میڈیا کے نمائندگان کے درمیان گفتگو کرتے ہوئے روزنامہ ہندستان کے مدیر سرفراز آرزو نے کہا کہ  ہر دور میں صحافیوں نے مختلف شعبوں میں اہم کردار ادا کیا۔ صحافتی خدمات انجام دینے والے ایماندار صحافیوں کو مشکلات کا سامنا کرنا پڑتا رہا ہے۔ موجودہ دور میں الیکٹرانک میڈیا اور سوشل میڈیا کی وجہ سے صحافت نے بہت ترقی کر لی لیکن دوسری جانب صحافت کا معیار بھی گرتا گیا۔وہیں غیر جانبداری سے صحافتی خدمات انجام دینے والے میڈیا ہاؤس اخبارات اور صحافیوں کیلئے مختلف مسائل پیدا ہونے لگے۔ صحافیوں کے مسائل کو حل کرنے اور اجاگر کرنے کیلئے ریاستی سطح پر’’پتر کار وکاس فاؤنڈیشن‘‘کی کا قیام عمل میں آیاہے۔ پترکاروکاس فاونڈیشن کے صدر یوسف رانا نے صحافتی سیمینار کے اغراض و مقاصد پیش کرتے ہوئے کہا کہ صحافیوں کے مختلف مسائل کو حل کرنے کیلئے سب سے پہلے سب کو ایک پلیٹ فارم پر اکٹھا ہونا بہت ضروری ہے۔ ریاستی و مرکزی حکومتوں کی جانب سے صحافیوں کیلئے مختلف اسکیموںکو حاصل کرنے کیلئے پترکار وکاس فاؤنڈیشن کام کررہی ہے۔ موصوف نے کہا کہ ریاستی و مرکزی حکومتوں کی جانب سے ورکنگ صحافیوں کے بچوں کیلئے تعلیمی وظائف، بڑے شہروں میں کام کرنے والے صحافیوں کیلئے رہائشی فلیٹ، چھوٹے شہروں میں پترکارکالونی،بزرگ و بیمار صحافیوں کیلئے میڈیکل و طبی سہولیات، ہیلتھ انشورنس اور بھی بہت سی دیگر سہولیات ملنی چاہئے۔صحافتی سیمینار کے صدر اسماعیل شیخ کی جانب سے تمام ہی مہمانان کرام کا استقبال  کرتے ہوئے کہا کہ اردو میڈیا سینٹر کےدروازے صحافتی ورکشاپ سیمینار اور صحافیوں کے دیگر تقریبات کیلئےدروازے ہمیشہ کھلے ہیں۔ نیز شہر کی مختلف تنظیموں سے وابستہ صحافی حضرات پترکار وکاس فاؤنڈیشن کے ساتھ ہیں۔ اسی طرح سے مشیر انصاری اور جناب ستیہ پرکاش تیواری نے بھی اپنے خیالات کا اظہار کیا۔ مقامی پترکار وکاس فاؤنڈیشن کے ذمہ داران کی نمائندگی کرتے ہوئے پروفیسر ایس این انصاری اور فرنود رومی نے جدید صحافت پر اظہارخیال کیا۔اس سیمینار کی صدارت جناب اسماعیل شیخ (صدر اردو میڈیا سینٹر) نے فرمائی۔ اس پروگرام میں بطورمہمانان خصوصی سرفراز آرزو ، مشیر انصاری، ستیہ پرکاش تیواری، فتح احمدخان اور صحافی یوسف رانا نے شرکت کی۔صحافتی سیمینار کا آغاز عمار انصاری کی قرأت سے ہوا۔ اس پروگرام کی نظامت رضوان ربانی نے بخوبی نبھائی۔ وہیں تحریک صدارت عمران راشد نے پیش کی۔ سوشل ورکر شفیق انٹی کرپشن کی جانب سے تمام مہمانان کرام کا استقبال کیا گیا۔ اس پروگرام میں عتیق خطیب(مدیر:زبان خلق) صابر گوہر(مدیر:احرار) شہزاد اختر(مدیر:میدان صحافت) منصور اکبر(مدیر:داستان شہر) زاہدشیخ (مدیر:بیباک)عبداللہ انصاری(ای۔ ٹی۔وی۔بھارت)، ریحان اختر(مدیر:اردپوائنٹ) مجاہد ساگر(ڈیلی روزنامہ )عزیزالرجمان(ڈیلی صحافت) انور شیخ( مانو سماچار) اشفاق عمر، جابر شاہ کے علاوہ پرنٹ و الیکٹرانک میڈیا کے سینکڑوںنمائندوں نے شرکت کی۔

इनकम टैक्स बार एसोसिएशन के सदस्यों ने रिटर्न में पेनाल्टी के बारे में अवगत कराया

 

इनकम टैक्स बार एसोसिएशन ने अपनी विशेष सभा में सदस्यों को इनकम टैक्स रिटर्न में पेनाल्टी के संदर्भ में किए गए व्यापक बदलावों के बारे में अवगत कराया सदस्यों को संबोधित करते हुए पूर्व अध्यक्ष भंवरी चार्टर्ड अकाउंटेंट डीसी शुक्ला ने कहा कि गलत रिटर्न भरने पर 200 गुना तक पेनाल्टी लगाई जा सकती है आगंतुकों का स्वागत इनकम टैक्स बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मुकेश श्रीवास्तव ने किया इस अवसर पर तमाम आयकर अधिवक्ता व चार्टर्ड अकाउंटेंट उपस्थित रहे.

شہریت ترمیمی قانون کے خلاف تمل ناڈو اسمبلی میں قرارداد منظور کرنے پر انڈین یونین مسلم لیگ نے کیا تمل ناڈو وزیر اعلی کا شکریہ

ڈی ایم کے ایسی تحریک ہے جو ہمیشہ اقلیتوں کے حقوق کی پاسداررہی ہے۔ پروفیسر قادر محی الدین


چنئی۔ (پریس ریلیز)۔ انڈین یونین مسلم لیگ (آئی یو ایم ایل) کے قومی صدر پروفیسر قادر محی الدین نے اپنے جاری کردہ اخباری بیان میں تمل ناڈو وزیر اعلی ایم کے اسٹالن کا شکریہ ادا کرتے ہوئے کہا ہے کہ مرکزی حکومت کی جانب سے ۲۰۱۹میں منظور کردہ شہریت ترمیمی قانون کو تمل ناڈو کے معزز وزیر اعلی ایم کے اسٹالن نے ۸ستمبر۲۰۲۱کو تمل ناڈو قانون سازا سمبلی میں منسوخ کرنے کا مطالبہ کرتے ہوئے ایک قراداد منظور کیا ہے اسے تمل ناڈو کی تاریخ میں سنہری حروف میں لکھا جائے گا۔ پروفیسر قادر محی الدین نے اس بات کی طرف خصوصی نشاندہی کرتے ہوئے کہا ہے کہ بی جے پی حکومت نے آئین ہند میں واضح طور پر بیان کردہ سیکولرازم کے خلاف شہریت ترمیمی قانون منظور کیا تھا۔ مذکورہ قانون امتیازی، غیر آئینی اور بھارتی روایتی پالیسی کے خلاف ہے، لہذا، انڈین یونین مسلم لیگ (آئی یو ایم ایل) نے پہلے پہل اس کے خلاف سپریم کورٹ میں مقدمہ دائر کیا تھا۔ جس کے بعد مختلف سیاسی جماعتوں نے بھی مقدمات دائر کئے۔ شہریت ترمیمی قانون کے خلاف ملک بھر میں مختلف مراحل میں مظاہرے اور احتجاج ہوئے۔ تمل ناڈو میں اس وقت کے اپوزیشن لیڈر اور موجودہ وزیر اعلی ایم کے اسٹالن نے چنئی میں اپنی صدارت میں شہریت ترمیمی قانون کے خلاف ایک احتجاجی ریلی کی جس میں لاکھوں افراد نے شرکت کی۔ تمل ناڈو میں مختلف مقامات پر مظاہرے اور احتجاج جاری رہے۔ اس وقت کی حکمران پارٹی اے آئی اے ڈی ا یم کے نے عوامی مخالفت کو حقیر سمجھا اور خاموش تماشائی بنی رہی۔ گزشتہ اسمبلی انتخابی مہم کے دوران ایم کے اسٹالن نے وعدہ کیا تھا کہ ڈی ایم کے کے اقتدار میں آتے ہی شہریت ترمیمی قانون کے خلاف تمل ناڈو اسمبلی میں ایک قرار داد منظور کریں گے۔اس وعدے کو پورا کرتے ہوئے تمل ناڈو وزیراعلی ایم کے اسٹالن نے تمل ناڈو اسمبلی میں شہریت ترمیمی قانون کو منسوخ کرنے کا قرارداد منظور کیا ہے، ان کا یہ اقدام قابل تحسین اور قابل تعریف ہے۔ انڈین یونین مسلم لیگ کے قومی صدر پروفیسر قادر محی الدین نے مزید کہا ہے کہ مرکزی بی جے پی حکومت اقلیتی برادری کے خلاف جب مختلف قوانین لیکر آئی اور ملک کی شبیہ کو داغدار کیا تو اس وقت تمل ناڈو کی اے آئی اے ڈی ایم کے (اے  آئی اے ڈی ایم  کے) حکومت آنکھیں بند کرکے حمایت کررہی تھی۔ جبکہ تمل ناڈو وزیر اعلی ایم کے اسٹالن نے شہریت ترمیمی قانون کے خلاف تمل ناڈو اسمبلی میں واضح قرار داد منظور کرکے ثابت کیا ہے کہ ڈی ایم کے (ڈی ایم کے) ہمیشہ اقلیتی برادری کی حقوق کی پاسدارہے۔ تمل ناڈو وزیر اعلی ایم کے اسٹالن کے اس مستحسن اقدام کا سیکولرازم پر یقین رکھنے والے تمام لوگ خیر مقدم کرتے ہوئے ان کا شکریہ ادا کرتے ہیں۔ اس کے علاوہ تمل ناڈو میں شہریت ترمیمی قانون کے خلاف احتجاج کرنے والوں پرسابقہ اے آئی اے ڈی ایم کے حکومت کی جانب سے دائر مقدمات کو واپس لینے پر ہم ایک بار پھر تمل ناڈو وزیر اعلی کا شکریہ اداکرتے ہیں.

हज़रत मख्दूमे अशरफ की तरबियत हज़रते खिज्र ने फरमाई:हाफिज़ फ़ैसल जाफ़री

तन्ज़ीम बरेलवी उलमा-ए-अहले सुन्नत के ज़ेेरे एहतिमाम हुमायूं बाग मे उर्स मख्दूम सिमनानी व उर्स वारिसे पाक मनाया गया

कानपुर: तारिकुस सल्तनत हज़रते मख़्दूम अशरफ जहाँगीर सिमनानी रजि अल्लाहु अन्हु सरकारे इमामे हुसैन रजि अल्लाहु अन्हु की नस्ले पाक से हैं. आपकी पैदाइश 708 हिजरी को ईरान के शहर सिमनान में हुई. आपकी विलादत से पहले सिमनान के कई अज़ीम बुज़ुर्गों ने आपकी आमद की ख़ुशख़बरी सुनाई. आप एक एैसे घराने से तअल्लुक़ रखते थे जहाँ हुकमरानी पुश्तों से चली आ रही थी साथ ही आपके आबा अज्दाद दीने मुस्तफाई के भी बड़े पासदार थे. आपकी तरबीयत हज़रते खिज़्र अलैहिस्सलाम ने फरमाई.

इन ख्यालात का इज़हार तन्ज़ीम बरेलवी उलमा-ए-अहले सुन्नत के ज़ेरे एहतिमाम हुमायूं बाग चमनगंज मे हुए उर्स मख्दूम अशरफ सिमनानी व उर्स वारिसे पाक मे तन्ज़ीम के सदर हाफिज़ व क़ारी सैयद मोहम्मद फैसल जाफरी ने किया उन्होंने आगे कहा कि आप 14 साल की छोटी सी उम्र में आपने तमाम उलूम व फुनून पर मुकम्मल महारत हासिल कर ली और फिर बातिनी फैज़ हासिल करने के लिये हिंदुस्तान तशरीफ लाए और यहाँ सूबए बंगाल में हज़रते शैख़ अलाउददीन रजि अल्लाहु अन्हु से शर्फे बैअत हासिल की
सोना तो आप पहले ही थे मुर्शिदे कामिल की अताओं ने आपको कुंदन बना दिया
वालिदे करीम के इंतिक़ाल के बाद लोगों की ख़्वाहिश से आप तख़्ते हुकूमत पर जल्वा फराज़ हुए और कुछ सालों बड़े ही अद्ल व इंसाफ के साथ हुकूमत फरमाई लेकिन बाद में आपने हुकूमत को छोड़ कर फक़ीरी इख्तियार कर ली और सारी जिन्दगी फक़ीरी में ही बसर फरमाई
दीने पाक की खिदमत व इशाअत आपका अस्ल शेवा था, आप तब्लीग़े इस्लाम के लिये बड़ी दूर दूर का सफर फरमाते
कितने ही गुनहगाह आपकी तब्लीग़ से मुतासिर होकर ताएब हुए जहाँ अल्लाह तआला ने आपको इन कमालात से नवाज़ा था वहीं आपका करामतों में भी कोई सानी नहीं था
आपसे एक नहीं हज़ारों करामतें वजूद में आईं और इन्हीं करामतों को देख कर लाखों ग़ैर मुस्लिम मज़हबे इस्लाम में दाखिल हुए
एक बार कुछ शरारती लोगों ने आपका इम्तिहान लेना चाहा और उसके लिये उन्होंने यह तरकीब निकाली कि अपने ही बीच से एक शख़्स को तय्यार किया कि वह मरने का नाटक करे और हम उसके जनाज़े को मख़्दूमे अशरफ के पास ले जाकर जनाज़ा पढ़ाने को कहेंगे, जैसे ही वह पहली तकबीर कह कर नियत बाँधें तुम खड़े हो जाना ताकि हम सब मिल कर उनका मज़ाक़ उड़ाएँ
यह बदमाश पूरी प्लानिंग के साथ जब मख़्दूमे अशरफ के पास पहुंचे तो पहले आपने जनाज़ा पढ़ाने से इंकार कर दिया लेकिन जब उन लोगों ने इसरार किया तो आप जनाज़ा पढ़ाने के लिये तय्यार हो गए और तकबीर कह कर नियत बाँध ली
वह लोग अपने आदमी के उठने का इंतिज़ार करने लगे लेकिन वह ना अब उठा ना तब
जब जाकर देखा तो वह वाक़ई मर चुका था
सब लोग आपके पास आकर रोने लगे और अपनी सारी हरकतों को बयान करके बहुत शर्मिंदा हुए
आपने सबको माफ फरमा दिया और जब निगाहे नाज़ उस मरे हुए शख़्स की तरफ उठाई तो हुक्मे रब्बी से वह जिंदा हो गया
आपका विसाल 28 मोहर्रम 808 हिजरी किछौछा शरीफ (अम्बेडकर नगर) में हुआ और यहीं आपका मज़ारे मुबारक है जहाँ अल्लाह तआला आपकी बरकतों से रोगियों को शिफा और दुखियों को सुख अता फरमाता है
हाफिज फैसल जाफरी ने सरकार वारिसे पाक रजि अल्लाहु अन्हु का जिक्र करते हुए कहा कि आपको ज़माना आलम पनाह के लक़ब से जानता है अल्लाह पाक ने आपको बड़ा मर्तबा बख्शा बड़ी शाने अता की यही वजह है कि आज भी ज़माना आपके दरबार से दामने मुराद को पा रहा है चाहे वह जिस मज़हब का हो आपका विसाल एक सफर 1323 हिजरी मुताबिक 6 अप्रैल 1905 को हुआ और मज़ार शरीफ यूपी के बाराबंकी जिला के देवा मे है इस मौक़े पर फातिहा ख्वानी हुई और दुआ की गई फिर शीरनी तकसीम हुई हाफिज इरफान रज़ा क़ादरी,मोहम्मद सलमान .वारसी, हाजी हस्सान अज़हरी, महबूब गुफरान अज़हरी, मोहम्मद नदीम, मोहम्मद नसीर आदि लोग मौजूद थे!


حضرت وارث پاک علیہ الرحمہ سادگی اور خاکساری کے عظیم پیکر:حافظ فیصل جعفری

 تنظیم بریلوی علمائے اہل سنت کے زیر اہتمام ہمایوں باغ میں عرس مخدوم اشرف سمنانی و عرس وارث پاک منعقد 

کانپور 8 ستمبر:تاریک السلطنت حضرت مخدوم اشرف جہانگیر سمنانی رضی اللہ عنہ سرکار امام حسین رضی اللہ عنہ کی نسل پاک سے ہیں آپکی ولادت 708 ہجری کو ایران کے شہر سمنان میں ہوئی آپکی ولادت سے قبل سمنان کے کئی عظیم بزرگوں نے آپکی آمد کی خوشخبری سنائی آپ ایک ایسے گھرانے سے تعلق رکھتے تھے جہاں حکمرانی پشتوں سے چلی آ رہی تھی ساتھ ہی آپکے آبا و اجداد دین مصطفائی کے بھی بڑے پاسدار تھے آپکی تربیت حضرت خضر علیہ السلام نے فرمائی ان خیالات کا اظہار تنظیم بریلوی علمائے اہل سنت کے زیر اہتمام ہمایوں باغ چمن گنج میں ہوئے عرس مخدوم اشرف جہانگیر سمنانی و عرس وارث پاک میں تنظیم کے صدر حافظ و قاری سید محمد فیصل جعفری نے کیا انھوں نے مزید فرمایا کہ آپ 14 سال کی چھوٹی سی عمر میں آپ نے تمام علوم و فنون پر مکمل مہارت حاصل کر لی اور پھر باطنی فیض حاصل کرنے کیلئے ہندوستان تشریف لائے اور یہاں صوبہ بنگال میں حضرت شیخ علاء الدین رضی اللہ عنہ سے شرف بیعت حاصل کی سونا تو آپ پہلے ہی تھے مرشد کامل کی عطاؤں نے آپکو کندن بنا دیا والد کریم کے انتقال کے بعد لوگوں کی خواہش سے آپ تخت حکومت پر جلوہ فراز ہوئے اور کچھ سالوں بڑے ہی عدل و انصاف کے ساتھ حکومت فرمائی لیکن بعد میں آپ نے حکومت چھوڑکر فقیری اختیار کر لی اور ساری زندگی فقیری میں ہی بسر فرمائی دین پاک کی خدمت و اشاعت آپکا اصل شیوا تھا آپ تبلیغ اسلام کیلئے بڑی دور دور کا سفر فرماتے کتنے ہی گناہگار آپکی تبلیغ سے متاثر ہوکر تائب ہوئے جہاں اللہ تعالیٰ نے آپکو ان کمالات سے نوازا تھا وہیں آپکا کرامتوں میں بھی کوئی ثانی نہیں تھا آپ سے ایک نہیں ہزاروں کرامتیں وجود میں آئیں اور انھیں کرامتوں کو دیکھکر لاکھوں غیر مسلم مذہب اسلام میں داخل ہوئے ایک بار کچھ شرارتی لوگوں نے آپکا امتحان لینا چاہا اور اسکے لئے یہ ترکیب نکالی کہ اپنے ہی درمیان سے ایک شخص کو تیار کیا کہ وہ مرنے کا ناٹک کرے اور ہم اس کے جنازے کو مخدوم اشرف کے پاس لے جاکر جنازہ پرھانے کو کہیں گے جیسے ہی وہ پہلی تکبیر کہکر نیت باندھیں تم کھڑے ہو جانا تاکہ ہم سب ملکر انکا مزاک اڑائیں یہ بدماش پوری پلاننگ کے ساتھ جب مخدوم اشرف کے پاس پہونچے تو پہلے آپ نے جنازہ پڑھانے سے انکار کر دیا لیکن جب ان َلوگوں نے اسرار کیا تو آپ جنازہ پڑھانے کیلئے تیار ہو گئے اور تکبیر کہکر نیت باندھ لی وہ لوگ اپنے آدمی کے اٹھنے کا انتظار کرنے لگے لیکن وہ نہ اب اٹھا نہ تب جب جاکر دیکھا تو وہ واقعی مر چکا تھا سب لوگ آپ کے پاس آکر رونے لگے اور اپنی ساری حرکتوں کو بیان کرکے بہت شرمندہ ہوئے آپ نے سب کو معاف فرما دیا اور جب نگاہیں ناز اس مرے ہوئے شخص کی طرف اٹھائی تو حکم ربی سے وہ زندہ ہو گیا آپکا وصال 28 محرم الحرام 808 ہجری کو کچھوچہ شریف ضلع امبیڈکر نگر میں ہوا اور یہیں آپکا مزار مبارک ہے جہاں اللہ تعالیٰ آپکی برکتوں سے روگیوں کو شفا اور دکھیوں کو سکھ عطا فرماتا ہے انھوں نے مزید کہا کہ اس خاکدان گیتی پر بے شمار ولیوں نے جنم لیا جن کے دم قدم سے حضور علیہ السلام کا کامل اور مکمل دین اور شریعت ہم تک صحیح سلامت موصول ہو سکی ان ولیوں میں اللہ تعالی نے بعض کو بعض پر فضیلت بھی دی لیکن اگر ہم بات کریں صاحب عرس حاجی حافظ وارث علی شاہ کی جن کو زمانہ عالم پناہ کے لقب سے جانتا یے تو اللہ تعالی نے انہیں بڑا مرتبہ بخشا بڑی شانیں عطا کیں یہی وجہ ہے کہ آج بھی زمانہ آپ کے دربار سے دامن مراد کو پا رہا ہے پھر وہ چاہے جس مذہب کا ہو بلا تفریق مذہب وملت ہر ایک گدا کو نوازنا آپ کا شیوہ بن چکا ہے آپ کی ولادت 1234 ہجری مطابق 1819ء کو دیوا ضلع بارہ بنکی (یوپی)  میں ہوئی آپ کے والد کا نام حضرت سید قربان علی بن سید سلامت علی اور والدہ کا نام بی بی سکینہ بنت شیر علی ہے آپ حسینی سادات میں سے ہیں ابھی آپ دو برس کے ہی تھے کہ والد کا سایہ سر سے اٹھ گیا اور تین سال کی عمر قلیل میں آپ والدہ کے آنچل کی ٹھنڈی ہواؤں سے بھی محروم ہوگئے اس کے بعد آپ کی پرورش آپ کی دادی حیات النشا نے کی آپ نے اپنی زندگی میں کئی ملکوں کے سفر کئے تقریباُ 10 سال تک مسلسل دورے پر رہے اسی دوران آپ نے دس مرتبہ حج بیت اللہ شریف کی زیارت کی آپ نے اپنی زندگی نہایت ہی سادہ طور پر گزاری بے شمار کرامتین بھی وقوع میں آئیں آپ کا وصال پر ملال یکم صفر المظفر 1323ہجری مطابق 6 اپریل 1905ء کو ہوا آپ کی مزار انور دیوا ضلع بارہ بنکی میں صبح و شام اپنی رونقیں لٹانے میں مصروف ہے اس موقع پر فاتحہ خوانی ہوئی اور دعا کی گئی پھر حاضرین میں شیرنی تقسیم ہوئی شرکاء میں حافظ محمد عرفان رضا قادری،محمد سلمان وارثی،الحاج محمد حسان ازہری،محبوب غفران ازہری،محمد ندیم،محمد نصیر وغیرہ لوگ موجود تھے!


तन्ज़ीम बरेलवी उलमा-ए-अहले सुन्नत के ज़ेरे एहतिमाम चमनगंज मे उर्स ताजुल औलिया मनाया गया

कानपुर:शहंशाहे हफ्त अक़लीम हुज़ूर ताजुल औलिया हज़रते सय्यद शाह बाबा ताजुददीन चिश्ती रहमतुल्लाह अलैह की पैदाइश 16 रजब 1277 हिजरी  में हुई हज़रते बाबा ताजुददीन अलैहिर्रहमा ने अपने क़याम के लिये शहरे नागपुर को पसंद फरमाया

आपको अल्लाह ने मक़ामे मज्ज़ूबियत पर फाएज़ फरमाया था
आप अकसर हालते जज़्ब में ही रहते और जब कभी इस हालत से बाहर आते तो अहकामे शरअ की पाबंदी फरमाते और दोनों ही हालतों में उल्मा को ख़ूब पहचानते साथ ही उनका हद दर्जा अदब फरमाते इन ख्यालात का इज़हार तन्ज़ीम बरेलवी उलमा-ए-अहले सुन्नत के ज़ेरे एहतिमाम चमनगंज मे हुए उर्स ताजुल औलिया मे तन्ज़ीम के सदर हाफिज़ व क़ारी सैयद मोहम्मद फ़ैसल जाफ़री किया उन्होंने आगे कहा कि हज़रते ताजुल औलिया के पास एक वकील जो शहरे कानपुर के रहने वाले थे अकसर जाया करते और आपसे बड़ी अक़ीदत रखते, उनकी अक़ीदतों का आग़ाज़ इस तरह हुआ कि एक मौक़े पर एक बहुत अहम मस्ले पर उन्होंने केस लिया और उसमें जीत हासिल हुई
बाद में इंकिशाफ हुआ कि यह नागपुर के शहंशाह हज़रते बाबा ताजुददीन की निगाहों का फैज़ है
वह वकील साहब आपकी जियारत को नागपुर आए और पहली ही मुलाक़ात में आपको दिल दे बैठे
जिस तरह वकील साहब आपसे मोहब्बत फरमाते इसी तरह आप भी वकील साहब पर बड़े महरबान थे
एक मौक़े पर जब वकील साहब आपके पास पहुंचे तो सरकार ताजुल औलिया ने वह प्याला जिसमें आप चाय पिया करते थे उठा कर उन वकील साहब को दे दिया और फरमाया कि इसमें चाय पियो और अपनी सेहत बनाओ
जब तक वह वकील साहब बक़ैदे हयात रहे उसमें चाय पीते रहे और जब इंतिक़ाल कर गए तो उनकी औलादों ने उस प्याले को संभाल कर रखा और जब कोई मरीज़ उनके पास आता तो वह उसी प्याले में पानी भर कर उसे पिलाते जिससे मरीज़ को शिफा हासिल हो जाती (यह सरकार ताजुल औलिया की रौशन करामत है)
वह प्याला अब भी शहरे कानपुर में उनकी औलादों के पास महफूज़ है और वह उसे बतौरे तबर्रुक इस्तिमाल करते हैं
हज़रते ताजुल औलिया का जिन दिनों कामटी में क़याम था अब्दुल हफीज़ नामी एक साहब अपने दोस्त के साथ एक ताँगें से कामटी आए, रास्ते से दो फाख़्ता शिकार करके साथ लाए
जब बारगाहे ताजुल औलिया में हाजिर हुए तो आप उन पर सख़्त नाराज़ हुए और ताँगे के क़रीब जाकर उसकी गददी उठाई और दोनों फाख़्ता को उड़ा दिया ख़ुदा के हुक्म से बेजान फाख़्ता जानदार होकर उड़ गईं
उन्हें उड़ा कर फरमाया कि बिला वजह शिकार मत किया करो
आप रात दिन उन इलाक़ों के जंगलों में घूमते रहते जहाँ ज़हरीले जानवर काफी पाए जाते थे लेकिन आप उन्हें कभी ना मारते जब लोग आपसे कहते कि आप साँप वग़ैरह को मारते क्यूँ नहीं?
तो जवाब होता कि मारा उस जानवर को जाता है जो किसी तरह की तकलीफ पहुंचाए या ज़हरीला हो लेकिन इन जानवरों ने मुझे आज तक नहीं काँटा और जब मैं जंगल जाता हूँ तो यह सब मेरे अदब से अपने बिलों में चले जाते हैं तो मैं इन्हें क्यूँ मारूँ
इसी तरह एक बूढ़ा आदमी हुज़ूर ताजुल औलिया की बारगाह में हाजिर हुआ और अर्ज़ की हुज़ूर! आपके पास तो बड़े बड़े राजा और नवाब आते हैं और उनसे कह कर मेरे लिये इतना इंतिज़ाम करा दें कि मैं हज कर आऊँ
आपने फरमाया जाओ यहाँ से और जब वक़्ते हज क़रीब आए तब आना
जब हज का वक्त आया तो वह बूढ़ा बारगाहे ताजुल औलिया में पहुंचा और आप उसे हमराह लेकर सैर पर निकल पड़े
थोड़ी दूर चल कर आपने उस बूढ़े का हाथ पकड़ कर एक जगह बैठने का हुक्म दिया लिहाज़ा वह बूढ़ा वहीं बैठा और कुछ देर में सो गया
ख़्वाब में देखा कि वह बैतुल्लाह शरीफ में हाजियों के साथ हज कर रहा है
यहाँ तक कि सोते सोते हज के सारे अरकान पूरे कर लिये
जब कई दिन गुज़र गए तो हुज़ूर ताजुल औलिया वहाँ तशरीफ लाए और फरमाया! मियाँ उठो! हज तो ख़त्म हो गया और तुमने अरकान भी पूरे कर लिये अब क्यूँ यहाँ रुके हो
इन तमाम करामात से इस बात का पता चलता है कि अल्लाह तआला ने हुज़ूर ताजुल औलिया को बहुत ही अज़ीम मक़ाम पर फाएज़ कर रखा था आप सरकारे आला हज़रत के हम ज़माना बुज़ुर्ग हैं आपका विसाल 26 मोहर्रम 1344 हिजरी को हुआ और मज़ार शरीफ नागपुर (महाराष्ट्र) मे है इस मौक़े पर  फातिहा ख्वानी हुई और दुआ की गई फिर शीरनी तकसीम हुई  हाफिज़ इरफान रज़ा क़ादरी,हयात ज़फर हाशमी,शादाब रज़ा,अब्दुस्सलाम,मोहम्मद मोईन जाफ़री आदि लोग मौजूद थे!

रोटरी क्लब कानपुर एलिट ने स्वयंसेवक शिक्षकों को शिक्षा सेनानी सम्मान से सम्मानित किया

 

रोटरी क्लब कानपुर एलिट द्वारा शिक्षक दिवस के अवसर पर स्थानीय राखी टायर मंडी जूही नहरिया पर ह्यूमन का एंड वेलफेयर द्वारा संचालित स्ट्रीट क्लासेस जिसे रोटरी सहयोग कर रहा है के स्वयंसेवक शिक्षकों को शिक्षा सेनानी सम्मान से सम्मानित किया गया इस अवसर पर क्लब अध्यक्ष रो अनुराग पांडे ने कहा की शिक्षा की सेवा सबसे बड़ी पूर्व अध्यक्ष अश्वनी दीक्षित ने कहा कि मां-बाप एक अच्छा नागरिक बनाने का प्रयास करते हैं परंतु शिक्षक एक अच्छा इंसान भी बनाता है इसलिए सबको अपने शिक्षक का सम्मान करना चाहिए सचिव नैना सिंह चौहान ने बच्चों को शिक्षकों के प्रति आदर भाव लाने का आवाहन किया तो सदस्य शुभम उमर ने शिक्षक दिवस की महत्ता पर प्रकाश डाला लगभग 35 स्वयंसेवी शिक्षकों को शिक्षा सेनानी सम्मान से नवाजा गया यह वह स्वयंसेवी शिक्षक हैं जो ह्यूमन का एंड वेलफेयर द्वारा संचालित 3 ओपन स्ट्रीट क्लासेज में मलिन बस्ती के बच्चों को शिक्षा देते हैं.