बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ उनवान से मौलाना मो.हाशिम अशरफी का शानदार खिताब

कानपुर 20-सितम्बर बेटी अल्लाह की रहमत है बेटी की अच्छी तरबियत करने वाला जन्नत में जायेगा जिस घर में बेटी पैदा होती है उस घर में रहमत की बारिश होती है बेटी की पैदाइश के वक़्त फ़रिश्ते पूरे घर वालों को दुआएं देते हैं उक्त विचार ऑल इंडिया गरीब नवाज़ काउंसिल के तत्वाधान में आयोजित अहमद नगर के.डी.ए कालोनी में मीलादुन नबी के जलसे को संबोधित करते हुए काउंसिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मो.हाशिम अशरफ़ी इमाम ईदगाह गद्दियाना ने किया मौलाना अशरफ़ी ने  बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के उन्वान से शानदार खिताब करते हुए कहा इस्लाम में बेटियों की अच्छी तालीम दिलाने उनकी अच्छी तरबियत करने की बड़ी ताकीद आई है पैगम्बरे इस्लाम ने बेटियों की अच्छी तरबियत करने वालों के लिए जन्नत को वाजिब कर दिया है मौलना अशरफी ने बेटियों की पैदाइश पर दुखी होने को  दौरे जाहिलियत का ज़ालिमाना अमल कहा है उन्होंने कहा कि बच्चियों को अच्छी तालीम दें अच्छे तौर तरीके सिखाएं और उनको तरका से हिस्सा दें, हिन्दू, मुस्लिम, सिख, इसाई बेटियों की हिफाज़त का अहद करें जब बेटियों की इज्ज़त महफूज़ होगी तभी उनको अच्छी तालीम से आरास्ता करना मुमकिन है पैगम्बरे इस्लाम ने फरमाया जब बाज़ार से कोई सामान लाया करो तो सब से पहले अपनी बेटी को दिया करो पैगम्बरे इस्लाम के पास उनकी बेटी खातूने जन्नत तशरीफ़ लाईं तो पैगम्बरे इस्लाम अपनी जगह से खड़े हुए और हाथों को चूमा और फ़रमाया बेटी अब उस जगह बैठो जहां अल्लाह का रसूल बैठा था पैगम्बरे इस्लाम का यह अमल इस लिए था कि अमीरों और गरीबों को अपनी अपनी बेटियों से मुहब्बत करने और उनका दर्जा बुलंद करने का हौसला नसीब हो | नान पारा से तशरीफ़ लाये मौलाना तबरेज़ आलम ने भी विचार व्यक्त किये जनाब खुर्शीद आलम ने मेहमानों का शुक्रिया अदा किआ और मुईज़ आलम,मो.फहद ने उलमा का हार फूल से शानदार इस्तिक्बाल किया   इस से पूर्व जलसे का आगाज कुराने पाक की तिलावत से कारी इकबाल बेग क़ादरी ने किया खुर्शीद आलम, कारी मो.अहमद अशरफ़ी,मो.हसन शिबली,कारी जमाल बरकाती,सय्यद मो.हसन ने नातो मनक़बत पेश किए  संचालन मौलाना मो.कासिम अशरफ़ी ने किया सलातो सलाम कोरोना से निजात और हिंदुस्तान समेत आलम ए इस्लाम के अमन व अमान और खुशहाली के लिए दुआएं की गई तबर्रुक बिठा कर खिलाया गया जलसे में प्रमुख रूप से कारी कलीम नूरी,कारी नौशाद अजहरी,मौलाना शाफे आलम,कारी मो.अली अशरफी, हाफिज बहारुद्दीन अशरफी, हाफिज अजीज़ुल्लाह बरकाती,मौलाना नूर मो.,मौलाना ज़ाहिर अहमद, मौलना अजमेरुद्दीन हाफिज मिन्हाजुद्दीन कादरी,हाफिज मो.जावेद,हाफिज मो.अरशद अशरफ़ी, मौलाना हस्सान महमूद अख्तर,मौलाना परवेज़ अलीमी,मो.अम्मार अशरफ आदि उपस्थित थे.

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