शानो शौकत से मनाया सैय्यद रहमत अली शाह बाबा का 11वां उर्स

कानपुर | सरकार सैय्यद रहमत अली शाह वारसी (बाबा जान)(रह०अलै०) का 11वां सालाना उर्स सदभाव, अमन के साथ बूढ़पुर मछरिया में मनाया गया। बाबा जान के चाहने वाले दूर-दूर से पहुंचे मजार पर हाजिरी लगाकर सभी ने या रहमत हक रहमत कहा खानकाहे रहमत कदा ए वारिस इतनी खूबसूरती के साथ सजा था के उसकी खूबसूरती देखते ही बनती थी लोग काफी संख्या में पहुंचकर उर्स मुबारक का हिस्सा बने।11वाँ उर्स की शुरुआत 09 दिसंबर बाद नमाज़ ए फज़र कुरानख्वानी का एहतिमाम किया गया 10 दिसंबर जशन ए ईद मिलादुन्नबी के साथ हुई जिसमें उलेमा ए दीन ने आका मौला हुज़ूर सरकार मोहम्मद मुस्तफा (स०अ०व०) की सुन्नतो पर अमल करने की बात कही।

उर्स के तीसरे दिन 11 दिसंबर बाद नमाज़ ए मगरिब  मज़ार का इत्र चंदन गुलाब से गुलपोशी कर गागर चादर पेश की गयी। शाम 04 बजे कुल शरीफ की शुरुआत हुई फिर महफिलें समा बाद नमाज़ इशा तक हुई। नमाजे ईशा के बाद कव्वाली की महफिल सजी सुबह 4:15 बजे तक फिर लंगर तक्सीम हुआ। सलातो सलाम के बाद दुआ हुई जिसमें अपने हबीब के सदके रहमत अली शाह वारसी के सदके मे मुल्क सूबे व शहर मे अमनो अमान कायम रहने,खुशहाली तरक्की देने की दुआ की दुआ मे शामिल लोगो ने आमीन आमीन कहा।

इस मुबारक मौके पर मुख्य रूप से नौशे वारसी अनवर वारसी बंटू वारसी अस्सु वारसी आशीष वारसी अजय वारसी बाजपेई रहमति रोशन वारसी जिया वारसी नूर आलम वारसी दिलदार इब्राहिम अली बेग,इखलाक डेविड,अब्दुल निसार फरीद वारसी व समस्त कमेटी सदस्य और खुसूसी मेहमान मौजूद रहे। 


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