हुज़ूर बुरहाने मिल्लत को आला हज़रत ने 45 उलूम व 11 सिलसिलो की इजाज़त अता फरमाई थी:मुफ्ती काजिम ओवैसी

तन्ज़ीम बरेलवी उलमा-ए-अहले सुन्नत के ज़ेरे एहतिमाम जुही लाल कालोनी मे उर्स बुरहाने मिल्लत मनाया गया 



कानपुर:तन्ज़ीम बरेलवी उलमा-ए-अहले सुन्नत के ज़ेरे एहतिमाम मदरसा तालीमुल कुरान अहले सुन्नत मस्जिद 22 ब्लाक जुही लाल कालोनी मे उर्स बुरहाने मिल्लत मनाया गया जिसकी सदारत तन्ज़ीम के सदर हाफिज़ व क़ारी सैयद मोहम्मद फ़ैसल जाफ़री ने की तन्ज़ीम के जनरल सेक्रेट्री मुफ्ती काजिम रज़ा ओवैसी ने हज़रत बुरहाने मिल्लत की जिन्दगी पर रोशनी डालते हुए कहा कि मुफ्ती बुरहानुल हक़ अलैहिर्रहमा की विलादत 21 रबीउल अव्वल 1310 हिजरी को जबलपुर (मध्य प्रदेश) मे हुई आपने एक इल्मी घराने मे आँख खोली आपके वालिद भी आलिम आपके दादा भी आलिम थे आपने अपने वालिद की खिदमत मे रहकर मदरसा बुरहानिया जबलपुर मे इल्म-ए-दीन हासिल किया उसके बाद आपके वालिद आपको बरेली शरीफ़ आला हज़रत की बारगाह मे ले गए जहॉ आप तकरीबन 3 साल तक आला हज़रत की खिदमत मे रहे और 1337 हिजरी मे आला हज़रत जबलपुर तशरीफ ले गए और एक जलसे मे आला हज़रत ने आपको 45 उलूम और 11 सिलसिलो की इजाज़ अता फरमाई और आपको अपना रूहानी बेटा क़रार दिया 26 रबीउल अव्वल 1405 हिजरी को आपका विसाल हुआ आपका मज़ार शरीफ़ जबलपुर की सरज़मीन पर है इससे पहले जलसे का आगाज़ तिलावते क़ुरआन पाक से हाफिज़ ओवैस रज़ा ने किया मौलाना रेहान रज़ा,हाफिज़ वारिस बरकाती ने नात पाक पेश की जलसा सलातो सलाम के साथ खत्म हुआ जलसे के बाद क़ुल शरीफ हुआ और दुआ की गई फिर शीरनी तक़सीम हुई इस मौक़े पर हाफिज़ खुर्शीद चिश्ती,अब्दुर्रज़्ज़ाक़,इज़्हार बरकाती,सरवर भाई,अब्दुर्रहमान आदि लोग मौजूद थे!


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