नक्सलियों के हमले में कानपुर का लाल छत्तीसगढ़ में हुआ शहीद

कानपुर । नक्सलियों के हमले में कानपुर का एक और लाल शहीद हो गया। शहीद होने की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया। परिवार को ढ़ाढ़स बंधाने के लिए बीएसएफ के अधिकारी शहीद हुए लाल के पनकी स्थित आवास पहुंच गये हैं। पुलिस ने बताया कि शहीद का पार्थिव शरीर मंगलवार को सुबह नौ बजे लखनऊ आएगा। जिसके बाद राजकीय सम्मान के साथ पनकी में ही शहीद के शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा। 
पनकी थाना क्षेत्र के गंगागंज में रहने वाले कवलजीत सिंह यादव (27) बीएसएफ में बतौर सब इंस्पेक्टर तैनात थे। जिनकी इन दिनों पोस्टिंग छत्तीसागढ़ के दुर्ग जनपद में थी। सोमवार को   साथियों के साथ गश्त में गये सब इंस्पेक्टर पर नक्सलियों ने हमला कर दिया। जिससे सब इंस्पेक्टर की मौके पर ही शहीद हो गये। जानकारी पर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। जिनको ढ़ाढ़स बंधाने के लिए बीएसएफ के अधिकारी शहीद के घर पहुंच गये। पनकी थानाध्यक्ष ने बताया कि शहीद जवान मूलरूप से कानपुर देहात के भोगनीपुर के रहने वाले थे। जो पनकी थाना क्षेत्र के गंगागंज में मकान बनवाकर परिवार सहित रहते थे। परिवार में पिता रामबालक यादव, पत्नी नेहा यादव व एक बेटा हैं। बताया कि बीएसएफ शहीद के पार्थिव शरीर को मंगलवार सुबह लखनऊ के अमौसी एअरपोर्ट पर पहुंचेगी। जिसके बाद सड़क मार्ग द्वारा कानपुर लाया जाएगा। शहीद के आवास के पास ही राजकीय सम्मान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया जाएगा। एडीएम धर्मेन्द्र सिंह ने बताया कि शहर के शहीद लाल को राजकीय सम्मान के साथ भावभीनी श्रद्धांजलि दी जाएगी। प्रशासन की तरफ से शहीद के परिजनों को हर संभव मदद दी जाएगी। 
बीएस वर्मा भी छत्तीसगढ़ में हुए थे शहीद - कवलजीत सिंह यादव के पहले भी शहर का एक और लाल बीएस वर्मा छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के हमले में शहीद हो गये थे। ब्रजेंद्र स्वरुप वर्मा 1984 में सीआरपीएफ़ में भर्ती हुए थे। जो डिप्टी कमांडेंट पद पर तैनात थे। एक दिसम्बर को छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले (चिंता गुफा क्षेत्र) में हुए नक्सली हमले में सीआरपीएफ के 14 जवान शहीद हो गए थे। इनमें कानपुर के बीएस वर्मा भी शामिल थे। उनका परिवार कानपुर के नौबस्ता इलाके के खाडेपुर कॉलोनी में रहता है।

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