ख्वाजा गरीब नवाज लोकतंत्र पर विश्वास रखते थे यह बात आपकी शिक्षा से जगजाहिर है: मौलाना मेहताब आलम कादरी


कानपुर, हजरत ख्वाजा गरीब नवाज मोइनुद्दीन चिश्ती हसन सजरी रहमतुल्लाह अलैह नबी  ए अहमद सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम की विशेषताओं सन 1190ई0 भारत की रियासत राजस्थान के अजमेर नगर में आए आप लोगतंत्र पर विश्वास रखते थे आपके किरदार व अमल से लोकतंत्र का अर्थ और उसकी रक्षा का मान आपकी शिक्षा से खूब अच्छी तरह उजागर होता है आज भी आपका रोजा बिना किसी भेदभाव के लोगों की आस्था का केंद्र बना हुआ लोकतंत्रता का संदेश दे रहा है मगर कुछ शरारती तत्व जो लोकतंत्र का राग तो अलापते है परंतु दूसरों की आस्था को ठेस पहुंचा कर दिलों को तोड़ने का मौका नहीं दबाते ऐसे व्यक्तियों को आपकी शिक्षा से  सीख लेनी चाहिए उक्त विचार इंडिया गरीब नवाज काउंसिल के तत्वधान में आयोजित गरीब नवाज सप्ताह के शानदार जलसे से मोहल्ला हीरामन का पुरवा  मदरसा अहले सुन्नत गुलशने रजा के शहरी अध्यक्ष मौलाना मोहम्मद महताब आलम कादरी मिस्बाही ने व्यक्त किए मौलाना ने बताया कि ख्वाजा गरीब नवाज रहमतुल्ला चलते फिरते मुकम्मल इस्लाम थे आप जहां कहीं भी पधारे वहां इस्लाम की रोशनी फैल जाति। अपनी बगैर किसी भेदभाव से प्यार व मोहब्बत को बांटा बुराइयों से रोकने को कहा मानवता बड़ों का आदर छोटू पर दया मां बहन बहू बेटियों के साथ अच्छा व्यवहार और उनकी इज्जत व इस्मत की रक्षा और इंसानियत का पाठ पढ़ाते अपने कभी भी बदले की भावना से काम नहीं किया। जलसे की शुरुआत कुराने पाक की तिलावत से कारी मोहम्मद आसिफ ने किया। जलसे की अध्यक्षता मौलाना सैयद मोहम्मद अकमल अशरफी और संचालन शब्बीर अंसारी ने किया। प्रमुख रूप से मौलाना मोहम्मद उमर कादरी मौलाना मिनहाजुद्दीन अशरफी , हाफिज नियाज अशरफी शोएब मिस्बाही, जुनेद बरकाती मौलाना गुलाम हसन मौलाना मतीन उर रहमान मास्टर इकबाल नूरी हशमत अली रईस खान नासिर खान आदि लोग मौजूद रहे।


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