शहीदों की याद में बंद हुआ कानपुर का बाजार
- शहीदों को श्रद्धांजलि दे आत्मघाती हमले के विरोध में निकाली गयी बाइक रैली
कानपुर । पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद जवानों को लेकर कानपुर सहित पूरे देश में गुस्सा है। जिसके चलते यहां के व्यापारी संगठनों ने शनिवार को अपनी स्वेच्छा से दुकानों को बंद कर दिया। इसके पहले घंटाघर चौराहे पर व्यापारी एकत्र हुए और शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद बाइक रैली निकाल आत्मघाती हमले का विरोध भी जताया।
कश्मीर के पुलवामा में हुए आत्मघाती हमले में शहीद हुए 40 जवानों की शहादत में कानपुर उद्योग व्यपार मंडल के आवाहन पर कानपुर के समस्त व्यपारियों ने अपनी स्वेच्छा से अपने अपने व्यापारिक संस्थान को बंद कर दिया। व्यापारियों ने घंटाघर चौराहे पर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि सभा कर दो मिनट का मौन धारण किया। इसके बाद व्यापारियां ने घण्टाघर चौराहे से एक विशाल जुलूस भी निकाला। वहीं हाथों में तिरंगा लिए हुए व्यापारी भारत माता की जय के नारे लगाते हुए चल रहे थे। व्यापारियों ने केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ करो या मरो के नारे लगाते हुए कहा है कि देश के लिए शहीद हुए लाडलों के हत्यारां को बख्सा नहीं जाना चाहिए। व्यापारी नेता ज्ञानेश मिश्र ने कहा कि इस मामले को केंद्र की मोदी सरकार गंभीरता से ले और दुश्मनों मुहतोड़ जवाब दे। व्यापारी विनोद गुप्ता ने बताया कि कश्मीर में शहीद हुए सैनिको को शहर के समस्त व्यपारियों ने अपने अपने प्रतिष्ठान बंद कर श्रद्धांजलि दी है और सरकार से अपील की है कि अब पाकिस्तान को उसकी ही भाषा में जवाब दो। व्यापारी नेता प्रवीन यादव ने बताया कि हम लोगों ने स्वयं अपनी दुकानों को बंद कर देश के सैनिकां को श्रद्धांजलि दी है। भारत सरकार से मांग करते है कि अब केवल पाकिस्तान को उसकी ही धरती में सबक सिखाये। ज्ञानेश मिश्र ने बताया कि शहर के सभी व्यापारिक संगठन से रात में ही बात कर ली गयी थी और शहीदों के लिए आज कानपुर का बाजार पूरी तरह से बंद रहा।
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