अशफाक उल्ला खां की 117वी जयन्ती मनाई गयी

कानपुर नगर, महानगर कांग्र्रेस कमेटी द्वारा भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के क्रान्तिवीर अश़फाक उल्ला खां की 117 वीं जयन्ती के अवसर पर कांग्रेस मुख्यालय तिलक हाल में उनके तैलचित्र पर माल्यार्पण के पश्चात आयोजित पुष्पांजलि संगोष्ठी में महानगर कांग्रेस अध्यक्ष हरप्रकाश अग्निहोत्री ने अशफाक उल्ला खां को महान देशभक्त व यशस्वी क्रान्तिकारी बताते हुये कहा कि शाहजहांपुर के एक छोटे से गांव में स्लामिक दीनी वातावरण में पैदा हुये अशफ़ाक उल्ला ने न केवल अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ बचपन से ही अपने विद्रोही तेवरो से देश की गुलामी के खिलाफ हुंकार भरी थी बल्कि महान क्रान्तिकारी पं0 रामप्रसाद बिस्मिल जैसे क्रान्ति महारथियों के सम्पर्क में आकर काकोरी काण्ड में अग्रणी भूमिका निभाने के साथ गिरफ्तार होने पर मांफी नामे को ठुकराकर अपने गुरु रामप्रसाद बिस्मिल व वरिष्ठ सहयोगी रोशन सिंह के साथ फांसी के फंदे को अंगीकार कर स्वतंत्रता की बलवेदी पर चढ़कर अमर हो गये। देश ऐसे महान राष्ट्रभक्त, क्रान्तिदूत को नमन करते हुये सदैव स्मरण करता रहेगा। कार्यक्रम का संयोजन शंकर दत्त मिश्र व सभा संचालन के0 के0 तिवारी ने किया। संगोष्ठी में सुनील राठौर, कमल जायसवाल, मो0 जावेद, ग्रीनबाबू सोनकर, बैतुल खां मेवाती, शारदा पाण्डेय, केके तिवारी, संयज शाह, दिनेश बाजपेई, नमिता कनौजिया, धमेन्द्र बहादुर सिंह, श्यामा मिश्रा, चन्द्रमणि मिश्र, इजहारुल अंसारी, प्रमोद गुप्ता, विनय राज चन्देल, मो0 आसिफ, गुलाम शाबिर, जफर शाकिर ने भी अशफाक उल्ला के क्रान्तिकारी कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुये उन्हे अपने श्रृद्धासुमन समर्पित किये।  

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