चाइल्डलाइन कानपुर ने केक काटकर बच्चों के साथ मनायी पंद्रवी वर्षगांठ

कानपुर, 17 फरवरी। बाल सेवी संस्था सुभाष चिल्ड्रेन सोसाइटी द्वारा संचालित बच्चों की मदद के लिए चाइल्डलाइन कानपुर का संचालन विगत 17  फरवरी 2007 से किया जा रहा है जिस क्रम में आज 17 फरवरी 2022 को चाइल्डलाइन कानपुर की पंद्रवी वर्षगांठ पर चाइल्डलाइन कार्यालय के सभागार में बच्चों के बीच चाइल्डलाइन कानपुर की टीम ने केक काटकर वर्षगांठ मनाई।

      कार्य्रकम के दौरान चाइल्डलाइन कानपुर के निदेशक कमलकान्त तिवारी द्वारा विगत 15 वर्ष की चाइल्डलाइन कानपुर की सफलता के बारंे में जानकारी देते हुए बताया कि चाइल्डलाइन कानपुर द्वारा विगत 15 वर्ष में कुल 17,613 बच्चों को मदद पहुचायी गई जिसमें 4031 बच्चों को चाइल्डलाइन व बाल कल्याण समिति के आदेशानुसार परिजनों के सुपुर्द किया गया, 254 बच्चों को चिकित्सीय सहायता, 1592 बच्चों को बाल कल्याण समिति के आदेशानुसार सरकारी व गैर सरकारी आश्रय गृहों, बाल गृहो में आश्रय दिलाया गया है, 2666 बच्चों को शोषण से बचाया, 626 बच्चों को उनके जरूरत की सामग्री प्रदान की गई, 3917 बच्चों को कोरोना काल में खाद्य सामग्री प्रदान कर मदद पहुंचाई गई, 1994 गुमशुदा बच्चों की खोज कर उनके परिजनों की सुपुर्द किए गए, 1527 बच्चों को भावात्मक सहयोग प्रदान किया गया, शिक्षा का अधिकार के तहत 68 बच्चों की मदद की गई, 254 बच्चों के मामले जो कि अन्य चाइल्डलाइन से सन्दर्भित थे में बच्चों को मदद पहुंचाई गई । 

     साथ ही कार्य्रकम के दौरान बच्चों को बिस्कुट, चाकलेट, गुब्बारे आदि का वितरण किया और लोगों से अपील की बस अडडे परिसर में बाल हितेषी वातावरण बनाने की अपील की। साथ ही उपस्थित लोगों को चाइल्डलाइन कानपुर के कार्यो के प्रति जागरूक किया। 

       चाइल्डलाइन कानपुर के निदेशक कमलकान्त तिवारी ने बताया कि चाइल्डलाइन महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा चलायी जाने वाली देश की सबसे बड़ी हेल्पलाइन है। उन्होनंे बताया कि यदि समाज में किसी भी व्यक्ति को कोई बच्चा भूला भटका, घायल अवस्था में या ऐसा बच्चा जो कि अपनी पारिवारिक स्थितियों के कारण शिक्षा एवं अन्य मूलभूत सुविधाओं को नही प्राप्त कर पा रहा है। इन सभी दशाओं में उक्त बच्चांे की मदद करने हेतुु हमें चाहिए कि हम किसी भी फोन से 1098 डायल करके ऐसे बच्चों की सूचना नजदीकी चाइल्डलाइन में कार्यरत स्ंवयसेवी कों दे ताकि यह स्वंयसेवक इन बच्चों की उचित मदद कर सके।

चाइल्डलाइन कानपुर नगर के समन्वयक प्रतीक धवन ने बच्चों के पुर्नवासन की प्रक्रिया के बारे में विस्तृत जानकारी दी जिसके साथ ही कहा कि बच्चे अपनी व परिवार की विभिन्न परिस्थितयों व समस्याओं से जूझते हुए आर्थिक तंगी से परेशान, परिजनों से नाराज बच्चे अपने घर से पलायन कर जाते है और घर से बाहर निकलकर विभिन्न अराजक तत्वों के सम्पर्क में आकर अपराधिक व नशे की प्रवृति में लिप्त हो जाते हैं और अपने जीवन को नरकीय बना लेते है और चाइल्ड लाइन योजना भारत की बहुत ही महत्वपूर्ण योजना है जो कि बच्चों को परिजनों से बिछुडने और बच्चों को अपराधिक प्रवृति में लिप्त होने से रोकने में भी कारगार सिद्व हो रही है।

इस अवसर पर मुख्य रूप से चाइल्डलाइन निदेशक कमल कान्त तिवारी, समन्वयक प्रतीक धवन, मुजुला तिवारी, अमन पाण्डेय, अंजु वर्मा, प्रदीप पाण्डेय, अंजना मिश्रा, शुुचि अवस्थी, ज्ञानेन्द्र, सहित 2 दर्जन से अधिक बच्चे उपस्थित रहे

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