रस्मे उल्फत को बहुत खूब निभाते हैं चराग़, खुद तो जलते हैं मगर राह दिखाते हैं चराग़

गुरसहायगंज कन्नौजः बुधवार की शाम वरिष्ठ एवं मान्यता प्राप्त पत्रकार मरहूम जुल्फिकार अनवर की याद में एक गजलिया मुशायरे का आयोजन क्षेत्र के ग्राम मिरगावां में हुआ। समाजसेवी हाजी याद मोहम्मद एवं मुंशी अनीस अहमद व प्रधान जान मोहम्मद ने शमा जलाकर मुशायरे का आगाज किया। कार्यक्रम का आगाज सौंसरापुर निवासी शराफत ने नात पढ़कर किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे शायर हुनर रसूलपुरी ने अपना कलाम पेश करते हुए कहा कि रस्मे उल्फत को बहुत खूब निभाते हैं चराग़ खुद तो जलते हैं मगर राह दिखाते हैं चराग़" पढ़कर मौजूद लोगों की खूब वाहवाही लूटी। वही युवा शायर अब्दुल मतीन ने अपने कलाम ने कहा कि चमन से उठके दिल हम इस तरह बेजार ले आए, गुलों को छोड़कर दामन में अपने खार ले आए पढ़ा तो लोगों ने तालियां बजाकर हौसला अफजाई की। इसी के साथ मौजूद शायर अब्दुल गफ्फार मदारी कमाल खान मसरूर अहमद मसरूर तरीक अहमद तरीक नौशाद खान चांद वारसी एवं इरफान ने अपने उम्दा कलाम पेश कर खूब वाह वाही लूटी। 

इस मौके पर सभी शायरों व पत्रकारों को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन प्रोफ़ेसर एवं युवा शायर आफताब अहमद ने किया इस अवसर पर कार्यक्रम के आयोजक उमर इदरीसी, आरिफ खान सहित एडवोकेट मुनव्वर हसन, लालता प्रसाद, इमरानुल हक, सफ़रूद्दीन खान, अली हसन इदरीसी, फिरोज खान एडवोकेट, राधा मोहन तिवारी, अनवर हसन सहित कई लोग मौजूद रहे।


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