बज्म कासमी बरकाती के जेरे एहतमाम तज्याती जलसा


कानपुर  - कमलेशवरम गेस्ट हाउस छपेड़ा पुलिया काकादेव  कानपुर नगर  में  बज़्म कासमी बरकाती  कानपुर के जेरे एहतमाम यौमे मुर्शिद ए आज़म हिन्द जन्म दिवस, कादरी सिलसिला के सर्व श्रेष्ठखान काहे बरकातिया मरहरा शरीफ के अहसनुल उल्मा सैय्यद मुस्तफा हैदर हसन रहमतुल्लाह अलैहि रहमा व हज़रत सैय्यद मो,  अफ़ज़ल मियां कादरी बरकाती नूरी रहमतुल्लाह अलैहि रहमा के इसाले सवाब के लिए  जलसा डा निसार अहमद सिद्दीकी बरकाती के द्वारा आयोजित किया गया। जिसमें हज़रत अल्लामा मुफ्ती हनीफ बरकती, मुफ्ती जुनैद मिस्बाही, मौलाना मुस्ताक मुशाहदी, मुफ्ती शाकिब अदीब, मौलाना असगर यारालवी, कारी इसराईल मसूदी, मौलाना शाह आज़म बरकाती, हाफिज शबनूर, व शायरे इस्लाम कलीम दानिश,   यूसुफ रजा, कारी कलीम नूरी, मौलाना आफताब आलम, मौलाना फुरकान कादरी, मौलाना शमसेर, मौलाना मुबीन मुशाहदी, शहर के  तमाम उलमा ए इकराम व शौअरा ए  इस्लाम शामिल हुए। मुफ्ती हनीफ बरकती ने खिताब करते हुए कहा कि बुजुर्गो की बारगाह में अकीदत पेश करने का सही तरीका है कि उनकी तालीम पर अमल करना और गरीबों की मदद करना और अपने बच्चों को अच्छी तलीम हासिल करना, और मुफ्ती जुनैद मिस्बाही ने कहा कि अफ़ज़ल मियां आई पी एस, होने के बाद भी जरूरत मंद और गरीबों की मदद करने के लिए हमेशा तलाश किया करते थे। इस मौके पर मुख्य रूप से अतीक अहमद बरकाती, हाजी शमीम बरकाती, डा शैलेन्द्र दीक्षित, डा निसार अहमद सिद्दीकी बरकाती, इमरान खान एडवोकेट, हाजी नादिर अली, जाकिर अली बरकाती, मो आसिफ, आदि लोग मौजूद रहे।


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