समाजसेवी हयात ज़फर हाशमी को जिला प्रशासन ने घर पर किया नज़रबन्द
कानपुर आज एमएमए जौहर फैन्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हयात ज़फर हाशमी ने मुख्यमंत्री के नगर आगमन पर प्रदेश में बढ़े बिजली और और पेट्रोल डिजल के दामों में वृद्धि वापस लेने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपनें की घोषणा की थी।
आज प्रातः 10 बजे से हयात ज़फर हाशमी को थाना बेकनगंज और चमनगंज के अफसरान ने उनके घर पर ही नज़रबन्द कर दिया।
हयात ज़फर हाशमी ने प्रशासन की इस हरकत का विरोध करते हुए कहा कि यह अभिव्यक्त की आजादी का हनन है लोकतंत्र में हम शासन से अपनी बात रख सकते हैं।
हाशमी ने कहा यह दमनकारी निति नही चलेगी और इस नीति के खिलाफ आवाज़ मुखर होगी।
इस मौके पर जौहर एसोसिएशन के प्रदेश प्रवक्ता मोहम्मद शारिक मंत्री, हाफिज़ मोहम्मद फैसल जाफरी,रईस अन्सारी राजू, नदीम सिद्दीकी, मोहम्मद मुशीर, कुमैल अन्सारी, शहरोज, मोहम्मद ईशान आदि नज़रबन्द रहे।

भाजपा ने अम्बेडकर, पटेल और मुखर्जी के सपनों को किया साकार : योगी
कानपुर । देश की आजादी के बाद संविधान रचयिता डा. भीमराव आंबेडकर, लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल और श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी का सपना था कि देश में एक विधान और एक निशान हो। जिसको पिछली सरकारों ने कभी ध्यान नहीं दिया और कश्मीर मसले को उलझाये रखा। लेकिन केन्द्र की भाजपा सरकार ने एक ही झटके वह कर दिखाया जिससे इन सभी महापुरुषों का सपना साकार हो गया। यह बातें गुरुवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहीं। 
उन्होंने कहा कि किसी भी पार्टी के कार्यकर्ताओं के लिए पार्टी के मूल्यों और संस्कारों को आगे बढ़ाने के लिए उनका कार्यालय एक महती भूमिका अदा करता है। स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई जी ने पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए एक बात कही थी कि राजनीति मूल्यों और सिद्धांतों पर आधारित होनी चाहिए। जब राजनीति सिद्धांत विहीन हो जाती है तो वह स्वयं मौत का फंदा बन जाती है। ये व्यक्ति और समाज दोनों के लिए खतरनाक होती है। लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने आजादी के बाद जनसंघ के रुप में और फिर भारतीय जनता पार्टी के रुप में जो राजनैतिक यात्रा प्रारंभ की उस यात्रा में जिन आदर्शों और जिन मूल्यों की स्थापना का संकल्प लिया आज 16 राज्यों में सरकार होने और केंद्र में एक लोकप्रिय सरकार होने के बाद भी अपने मूल्यों से कभी विरक्त नहीं हुई, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी कैडर बेस्ड पार्टी है और विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी अपने कार्यकर्ताओं के बल पर ही बनी है। हम सब जानते हैं 1953 में श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी ने देश के अंदर एक संकल्प लिया था कि एक देश में एक प्रधान एक निशान एक विधान रहेगा। यह संकल्प पूरी शक्ति के साथ देश के सामने लाया गया कि एक देश में दो प्रधान दो निशान दो विधान नहीं रहेगा। 70 वर्षों बाद धारा 370 35 ए को हटाने का ऐतिहासिक काम जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और देश के गृह मंत्री अमित शाह किया उसका पूरा देश स्वागत कर रहा है। कश्मीर में धारा 370 हटाने से एक भारत श्रेष्ठ भारत का संकल्प पूरा हुआ है और आतंकवाद के ताबूत में आखिरी कील ठोक दी गई है। धारा 370 का हटना बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर और लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के सपने को भी पूरा करने वाला है। यह सब इसलिए संभव हुआ क्योंकि हम एक कैडर बेस्ट पार्टी हैं और एक कैडर बेस्ड पार्टी के लिए उसका कार्यालय बहुत महत्वपूर्ण स्थान होता है। अब हम सब कानपुर क्षेत्र के कार्यालय के माध्यम से संवेदनशील होकर जनता की और अच्छी सेवा कर सकेंगे। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, प्रदेश संगठन महामंत्री सुनील बजाज, राज्य मंत्री नीलिमा कटियार, महापौर प्रमिला पाण्डेय, सांसद सत्यदेव पचौरी, विधायक भगवती सागर, अभिजीत सिंह सांगा आदि मौजूद रहें।

टेण्डरफुट माॅडल स्कूल में 
शिक्षक दिवस धूमधाम से मनाया गया

कानपुर।  शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या के शुभ अवसर पर चमनगंज कानपुर स्थित टेण्डरफुट माडल स्कूल चमनगंज कानपुर में सर्वपल्ली डाॅ. राधा कृष्णन के जन्म दिन के अवसर पर षिक्षक दिवस समारोह मनाया गया। समारोह की शुरूआत मो. माज़ ने तिलावते कलाम पाक से की उसके बाद बारगाहे रिसालत में अलशिफा और फातिमा तसबिया ने नात पढ़ी। इस अवसर पर बच्चों ने वाद-विवाद प्रतियोगिता और डाॅ. राधा कृष्णन के ऊपर निबंध प्रतियोगिता में भाग लिया। प्रथम स्थान पाने वाले बच्चों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इसके बाद स्कूल के प्रबंधक सैयद खालिद रिजवान ने डाॅ. राधा कृष्णन की जीवनी पर रोशनी डाली। उन्होंने कहा कि वह एक अच्छे शिक्षक थे, शिक्षा के क्षेत्र में उनका योगदान हमेषा सराहा जायेगा। डाॅ. सर्वपल्ली राधा कृष्णन का जन्म 5 सितम्बर 1888 को एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। आपको भारत का सर्वोच्च पुरस्कार ‘‘भारत रत्न’’ से नवाजा गया था। 1913 में ब्रिटिश  सरकार द्वारा उनको ‘‘सर’’ की उपाधि प्रदान की गई। 1975 में आपको अमेरिका सरकार द्वारा (टेम्पलटन) पुरस्कार से नवाजा गया। यह पुरस्कार पाने वाले वह पहले गैर इसाई व्यक्ति थे। भारत के राष्ट्रपति के पद को भी उन्होंने सुशोभित किया था। उन्होंने अपने कार्यकाल में शिक्षकों के प्रति बहुत सी योजनायें चलाइ थी और राय दी थी, ताकि शिक्षक आने वाले समय में खुशहाल हो और बच्चों को अच्छी शिक्षा प्रदान करे। डाॅ. राधा कृष्णन की मृत्यु 17.04.1975 में एक लम्बी बीमारी के बाद हुई। 
समारोह में मुख्य अतिथि काजी-ए-शहर मौलाना आलम रजा नूरी साहब रहे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि स्कूल के बच्चों का कार्यक्रम देखकर मैं मंत्रमुग्ध हो गया और सभी अध्यापिकाओं को हार पहना कर कहा कि शिक्षा के प्रति ईमानदारी से आप लोग बच्चों को मेहनत के साथ पढ़ाए ताकि बच्चे आगे चलकर देश का नेतृत्व कर सकें साथ ही अध्यापिकाओं के उज्जवल भविष्य के लिये शुभकामनाएं दी। 
समारोह के विशिष्ट अतिथि (प्रबंधक भारतीय स्टेट बैंक) श्री राज नारायन सिंह थे उन्होंने सभी अध्यापिकाओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। समारोह का संचालन श्रीमती हेमा खान ने किया। इसके बाद समारोह की अध्यक्ष श्रीमती निशात फातिमा ने शिक्षिकाओं को माला पहनाकर उनका उत्साहवर्धन किया। सभी शिक्षिकाओं शबाना, खुर्षीदा, शबनम, साइस्ता, साइका, तंजीला, अर्षी, मरषला, जारा, सुम्बुल तत्पश्चात स्कूल की प्रधानाध्यापिका श्रीमती फौजिया रिजवान ने समारोह में आये हुए अतिथियों व शिक्षिकाओं व बच्चों को समारोह में उपस्थित होने पर धन्यवाद दिया।
समारोह के संयोजक स्कूल के पूर्व छात्र हयात जफर हाशमी (जौहर फैंस एसोसिएशन) थे। 
समारोह में विशेष तौर से मुनव्वर खां, सैयद जाहिद इरफान, मो. अकरम अंसारी, अरशद, मोहम्मद उमर, जमाल जुनैदी आदि लोग उपस्थित रहे। समारोह का समापन स्कूल के बच्चों द्वारा ‘‘राष्ट्रगान’’ गाकर किया गया।