जम्मू कश्मीर में शहीद हुआ कानपुर का लाल

कैबिनेट मंत्री पहुंचे शहीद के घर

 कानपुर । जम्मू कश्मीर में बुधवार को कानपुर का रहने वाला वायु सेना का जवान विमान दुर्घटना में शहीद हो गया। शहीद होने की खबर पर परिजनों में कोहराम मच गया। वहीं जिला प्रशासन से लेकर कैबिनेट मंत्री सतीश महाना सहित शहर के गणमान्य लोग शहीद के परिजनों को ढांढस बंधा रहे हैं। 
चकेरी थानाक्षेत्र के मंगला विहार के रहने वाले राम प्रकाश पाण्डेय का इकलौता बेटा दीपक पाण्डेय (27) 2012 में वायु सेना में भर्ती हुआ था और कारपोरल के पद पर तैनात था। मां रमा पाण्डेय ने बताया कि दीपक की जम्मू कश्मीर में दूसरी पोस्टिंग थी। मां के मुताबिक बुधवार को एमआई-17 विमान में सवार होकर निकला था। कश्मीर के बडगाम के पास विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। जिसके चलते वह शहीद हो गया। इधर शहर के लाल की शहादत की खबर पर जिलाधिकारी विजय विश्वास पंत, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनंत देव शहीद के घर पहुंच गये। पिता ने बताया कि दीपक हरजेंदर नगर के सरस्वती विद्या मंदिर से इंटर की परीक्षा उत्तीर्ण की थी और 2012 में वायु सेना में भर्ती हुआ था। बताया कि दोपहर तीन बजे श्री नगर के एयरबेस से एक फोन आया और बताया कि विमान दुर्घटनाग्रस्त में दीपक शहीद हो गया। कानपुर के लाल की शहीद होने की खबर पर शहरवासियों की उसके घर पर भीड़ जमा होने लगी और परिजनों को सांत्वना देने लगे। वहीं शहादत की खबर पाकर उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री सतीश महाना भी शहीद के घर पहुंचकर परिजनों को ढांढस बंधा रहे हैं। मंत्री ने कहा कि शहीद के परिजनों की हर संभव मदद की जाएगी। जिलाधिकारी ने बताया कि शहीद का शव शहर आने पर सैनिक सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी और उनके परिजनों का पूरी तरह से ख्याल रखा जाएगा।

चिकित्सा के क्षेत्र में केन्द्र सरकार के सहयोग से यूपी में हो रहे अभूतपूर्व कार्य : योगी 
कानपुर चिकित्सा का एक ऐसा क्षेत्र है जिससे लोगों के जीवन को बचाया जाता है और इसी को देखते हुए केन्द्र सरकार इस क्षेत्र को लगातार बढ़ाने का प्रयास कर रही है। पिछले दो वर्षों में उत्तर प्रदेश में इस क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य किये गये हैं और आगे भी होते रहेंगे। जबकि पूर्व की सरकारों ने इस इस ओर कतई भी ध्यान नहीं दिया है। जिससे आम जनमानस को स्वास्थ्य को लेकर भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। यह बातें बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मेडिकल कालेज में अपने संबोधन के दौरान कही।
गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कालेज के सभागार में बुधवार को प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (फेज-चर्तुथ) के अन्तर्गतसुपर स्पेशिलिटी ब्लाकका शिलान्यास समारोह आयोजित हुआ। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि के रुप में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिकरत की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि उत्तर प्रदेश में 2014 के बाद प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के अन्तर्गत 13 नये मेडिकल कालेजों का केन्द्र सरकार के सहयोग से निर्माण किया जा रहा है। जबकि आजादी के बाद से 2014 तक कुल 13 मेडिकल कालेज बने ही बन सके। दो मेडिकल कालेज उत्तर प्रदेश सरकार अपने स्तर से बना रही है। दो नये एम्स गोरखपुर एवं रायबरेली में बन रहे है तथा वाराणसी में एम्स के समकक्ष अस्पताल बनाया जा रहा है तथा कैंसर संस्थान का विकास किया गया है। प्रयागराज झांसी में सुपरस्पेस्लिटी अस्पाताल बने है तथा आगरा एवं कानपुर में भी सुपरस्पेस्लिटी अस्पाताल का निर्माण कार्य प्रारम्भ हो गया है। 53 जनपदों के नेशनल इम्पालाई यूनिट को जोड़कर एक चिकित्सक एवं एक पैरामेडिकल स्टॉफ चिकित्सा हेतु तैनात किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र और उत्तर प्रदेश सरकार चिकित्सा क्षेत्र को बेहतर करने के लिए बेहद गंभीर है। ऐसे में चिकित्सक अपनी जिम्मेदारियों का ईमानदारी एवं संवेदनशीलता के साथ अपने दायित्वों एवं कर्तव्यों का निर्वहन करें। आयुष्मान भारत योजना दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना है। इस योजना से प्रदेश में छह करोड़ लोग लाभान्वित होगें तथा इसके अतिरिक्त बचे हुये लोगों को उत्तर प्रदेश सरकार एक मार्च से पांच लाख रुपये की धनराशि से ईलाज एवं चिकित्सा सुविधा हेतु गोल्डन कार्ड जारी करेगी।
अपने दायित्वों को समझे डाक्टर्स
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में विगत दो वर्षों में स्वास्थ्य सुविधा में बड़ा परिवर्तन हुआ है। जिसके अन्तर्गत प्रदेश में 2014 के बाद प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के अन्तर्गत 13 नये मेडिकल कालेजों का केन्द्र सरकार के सहयोग से निर्माण किया जा रहा है तथा दो मेडिकल कालेज उत्तर प्रदेश सरकार अपने स्तर से बना रही है। उन्होंने कहा कि सरकार बेहतर एवं अच्छी चिकित्सा सुविधायें देने के लिए प्रतिबद्ध है। चिकित्सक बनकर अपने दायित्वों को समझे और चिकित्सा को पेशा बनाये। चिकित्सक मरीजों के साथ बेहतर संवाद रखते हुए पूर्ण संवेदनशीलता के साथ कार्य करें। उन्होंने कहा कि आवश्यक चिकित्सीय उपकरण एवं सुविधायें मेडिकल कालेज में उपलब्ध रहे। कानपुर एवं आगरा मेडिकल कालेजों की स्थिति को देखते हुए इनको ठीक करने के लिए ठोस विस्तृत कार्य योजना बनायी जाये। सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधाओं के लिए पी0एच0सी0 एवं सी0एच0सी0 खोले हैं लेकिन चिकित्सों की ग्रामीण क्षेत्रों में कार्य करने में रुचि लेने से जनता को असुविधा होती है। उन्हांने कहा कि प्रत्येक जनपद को दो-दो लाईफ सपोर्ट एम्बुलेन्स उपलब्ध करायी गयी है। जिनसे लगभग 78 हजार लोगों का जीवन समय पर ईलाज की सुविधा उपलब्ध कराकर बचाने का कार्य किया गया है। इस अवसर पर प्रदेश के प्राविधिक एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोश टण्डन, औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना, महापौर प्रमिला पाण्डेय, सांसद देवेन्द्र सिंह भोले, विधायक नीलिमा कटियार, मण्डलायुक्त सुभाष चन्द शर्मा, जिलाधिकारी विजय विश्वास पन्त, भारत सरकार के अपर सचिव स्वास्थ्य आर0के0 वत्स, उत्तर प्रदेश के महानिदेशक के0के0 गुप्ता, मेडिकल कालेज की प्रार्चाया आरती लाल दबे चंदानी सहित गणमान्य नागरिक मौजूद रहें।
इस अवसर पर शहर सांसद डा. मुरली मनोहर जोशी ने कहा कि चिकित्सा सेवाओं का सूर्य हमारे देश में उदय हुआ था। हमें इस सूर्य के प्रकाश को संजोकर रखना है। उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में अनुसंधान करने पर जोर देते हुए कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण नयी बीमारियों/रोगों का जन्म होता है। इनको ध्यान में रखते हुए चिकित्सा के क्षेत्र में नये अनुसंधान की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि भारत की पुरातन चिकित्सा पद्धति शोध होती थी। आयुर्वेद पर शोध करने की आवश्यकता बताते हुए कहा कि आयुर्वेद दीर्घायु का विज्ञान है। वहीं चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टण्डन ने साफ कर दिया कि कोई भी सरकारी डाक्टर्स निजी प्रैक्टिस नहीं करेगा। अगर कोई करता पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।