बी0बी0ए0 के छात्र/छात्राओं के लिए कार्यशाला का आयोजन 
छात्र में सर्वांगीण विकास होना बहुत जरूरी - सुनील गुप्ता

आज दिनांक 27.03.2018 को छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर के Institute of Business Management द्वारा ॅWorkshop on Empowering Management & Competitive Skills विषय पर बी0बी0ए0 के छात्र/छात्राओं के लिए एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। 
समारोह का उद्घाटन संस्थान के निदेशक प्रो0 संजय कुमार श्रीवास्तव ने किया उन्होंने छात्र/छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि छात्र के जीवन में समय के साथ प्रतिस्पर्धी कौशल का बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। सशक्तीकरण प्रबन्धन के द्वारा ही छात्र अपने जीवन के निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है। आज के युग में प्रतिस्पर्धी कौशल का होना बहुत जरूरी है। क्योंकि आपकी एक विभिन्नता ही आपकों दूसरो से अलग और सर्वश्रेष्ठ बनाती है। अतः छात्र/छात्राओं को अपने जीवन के लक्ष्य को निर्धारित करके उचित समय प्रबन्धन के द्वारा ही प्राप्त कर सकते है।
इस कार्यशाला के मुख्य अतिथि श्री सुनील गुप्ता, आई0आई0एम0 (इन्दौर) निदेशक, आई0एम0एस0 ने छात्र/छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि छात्र में सर्वांगीण विकास होना बहुत जरूरी है। प्रबन्धन कौशल में लीडरशिप योग्यता का होना सबसे महत्वपूर्ण है। उन्होंने लगान फिल्म के भुअन का उदाहरण देते हुए कहा कि श्रेष्ठ लीडर बनने के लिए चुनौतियों को स्वीकार करने तथा आत्म विश्वास के साथ मेहनत एवं लक्ष्य निर्धारित करके उन चुनौतियों का सामना करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रतिस्पर्धी कौशल को विकसित करने के लिए प्रतियोगिताओं के अलग-अलग पहलुओं को समझ कर लक्ष्य निर्धारित करने के बाद उपयुक्त रोड मैप एवं एक्शन प्लान से कोई भी मन पसन्द परिणाम पाया जा सकता है। यदि छात्र के मन मे यह लगन हो तो किसी भी प्रतिस्पर्धा में विजय प्राप्त कर सकता है। यदि छात्र अपनी क्षमताओं का आंकलन कर तैयारी में जुट जायें तो कोई भी कार्य असम्भव नहीं होता। छात्र जीवन में असम्भव कार्य को सम्भव बनाना ही इस कार्यशाला का उद्देश्य है।
इस कार्यशाला में संकाय सदस्य डा0 शाह मोहम्मद ने कहा कि इस कार्यशाला के द्वारा छात्रों में प्रबन्धन कौशल, समय प्रबन्धन एवं प्रतिस्पर्धी कौशल के द्वारा ही विभिन्न आयामों को सीखकर तथा अपने जीवन में लक्ष्य को निर्धारित कर सफलता प्राप्त कर सकते है।
इस अवसर पर समारोह के अन्त में डा0 के0के0 बाजपेयी ने कहा कि छात्र/छात्राओं में वैयक्तित्व विकास की बहुत उपयोगिता है। प्रतिस्पर्धी कौशल के द्वारा ही छात्र/छात्रायें सफलता को प्राप्त कर सकते है।   
इस कार्यक्रम का संचालन डा0 शाह मोहम्मद, डा0 श्रुति मिश्रा ने किया। 
इस अवसर पर संकाय सदस्य डा0 अन्शू यादव, डा0 अर्पणा कटियार, डा0 चारू खान, डा0 वारशी सिंह, डा0 श्रुति मिश्रा, प्रियंका प्रधान, शिवांगी अवस्थी, रिचा गुप्ता, डा0 जया शाही, शान मोहम्मद, शेर मोहम्मद, राकेश सिंह, अमितेश सिंह, एवं बी0बी0ए0 के सभी छात्र उपस्थित रहें। 

या अल्लाह मुल्क से दहशत गर्दी और फिरका परस्ती का खातमा फरमा 
और इराक मे शहीद हुए लोगो के घर वालों को धैर्य दे।
आॅल इण्डिया गरीब नवाज़ काउन्सिल के मरकजी कुल में मौलाना मुहम्मद हाशिम अशरफी ने 
हिन्दुस्तान समेत पूरी दुनिया में अमनो अमान और खुशहाली  के लिये दुआ करायी।

कानपुर। ऐ अल्लाह हमारी सुरक्षा फरमा आफतो और मुसीबतो से छुटकारा देदे। ऐ अल्लाह हम तेरे बन्दे हैं और तेरी बारगाह मे तौबा करते है। हमारी तौबा कबूल फरमा। हमें हर तरह के पाप और बुरे कामों से सुरक्षित फरमा ऐ अल्लाह तू जो चाहे छीन ले तू जो चाहे दे दे तू ही हाकिम तू ही मददगार तू ही जरूरतों को पूरा करने वाला है। पताल से लेकर आकाश तक तेरी ही बादशाहत हैं ऐ अल्लाह हमारी परीक्षा न ले। जिन बन्दों की परीक्षा तूने लिया है उनके सदके हमारी परीक्षा माफ फरमा दें। ऐ अल्लाह मुल्क से तहशतगर्दी और फिरका परस्ती को मिटा दे। और अमनो शान्ती का माहौल बना दे। ऐ अल्लाह हमारे वतन के जो लोग इराक में शहीद किये गये है। उनके घर वालों का धैर्य दे। ऐ अल्लाह हमारे मुल्क को हरा भरा करके खुशहाली प्रदान कर। ऐ अल्लाह तू हम सब से राजी हो जा। और हम से वो काम ले जिससे तू और तेरा नबी राजी हो। ऐ अल्लाह समाज में फैली हुई बुराईयों को खतम कर दे। ऐ अल्लाह हमारे समाज को अच्छा कर दें। ऐ अल्लाह जवान बेटीयों का रिश्ता देदे। ऐ अल्लाह जो निर्दाष लोग जेल मे हैं हजरत ख्वाजा गरीब नवाज के सदके में उन्हें रिहायी देदे। नमाज, रोज़ा, हज, जकात आदि की तौफीक देदें। आॅल इण्डिया गरीब नवाज़ के तत्वाधान में आयोजित मरकजी कुल शरीफ कंघी मोहाल बड़ा इमाम चैक में कौन्सिल के राष्ट्रिय अध्यक्ष मौलाना मुहम्मद हाशिम अशरफी ने नम आखों से दुआ की तो आमीन कहने वालो की आखों से आँसू बहने लगे। कुल में उपस्थित लोग भी दुआ में व्यस्त थे। हाथों को उठाये हुऐ थे। और गिड़गिड़ा कर मांग रहे थे। मौलाना अशरफी ने जब ख्वाजा गरीब नवाज की दुहायी देते हुए मुल्क की खुशहाली,तरक्की शांति की प्रार्थना की तो लोग जज़बाती होकर या ख्वाजा या ख्वाजा की गुहार लगाने लगे। और फिर प्यार भरा नारा ख्वाजा ख्वाजा कहते है हिन्दुस्तान में रहते है की आवाजें हर तरफ से आने लगी। इससे पूर्व दर्जनों ओलमा ने अपनी तकरीरों मे कहा कि हम माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी से अपील करते हैं कि ख्वाजा गरीब नवाज जो पूरे देश विदेश के लिए एक महान संत पुरूष है उनके उर्स 6 रजब की छुट्टी को राष्ट्रीय अवकाश घोषित करें मौलाना अशरफी ने कहा ख्वाजा गरीब नवाज का आस्ताना ऐसा आस्ताना है जहाँ मुगलिया बादशाह से लेकर अमरीकी राष्ट्रपति ओबामा तक सैकड़ों शासको ने अपनी उपस्थति दी। और मुहब्बत की चादर चढ़ा कर अपनी कामयाबी की प्रार्थना की पण्डित जवाहर लाल नेहरू ने कहा था कि दुनिया के अनेक भागों से ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह की सुरक्षा के संबध मे हजारो पत्र हमें प्राप्त हुऐ है। इसलिय में पूरी जिम्मेदारी के साथ ऐलान करता हूँ कि इस पवित्र दरगाह की सुरक्षा हर हाल में की जायेगी। और उसकी इज्ज़त आबरू पर कभी आँच नहीं आने दिया जायेगा। ये अमन का आस्ताना और शांति का केन्द्र हैं। मौलाना अशरफी ने ये भी कहा कि कौन्सिल के कार्य भारतीय स्तर पर चलाये जा रहें हैं। भारत के कौने-कौने से छुट्टी की मांग हो रही है। जब तक छुट्टी न होगी गरीब नवाज के चाहने वाले और गरीब नवाज कौन्सिल चुप ना बैठेगी। हजरत गरीब नवाज ने पूरी दुनिया को सच्चाई का मार्ग दिखाया। आज भी आप के आस्थाने पर हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी धर्मो के लोग बड़े प्रेम से आते है। आज जरूरी है कि गरीब नवाज के मिशन को पूरे भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में फैलाया जाये। ख्वाजा गरीब नवाज का मिशन माँ बाप का दिल न दुखाओं, धुम्रपान यानी शराब गांजा, अफीम, स्मैक, चरस से बचना और बेसहारा गरीबो, मोहताजों की मदद करना है। मौलाना अशरफी ने कहा कि रमज़ान का महीना करीब है कितने अफसौस की बात है कि रमजा़न में लोग खुल्मल खुल्ला खाते पीते है। इससे मुसलमानों को बचना चाहिए। औलमा ने कहा ख्वाजा गरीब नवाज़ ने मानवता, इन्सानियत मुहब्बत भाईचारा का सदेंश दिया। इसको फैलाने की जरूरत है। कि इसके जरिये दहशतगर्दी और फिरकापरस्ती खत्म होगी। ख्वाजा गरीब नवाज़ का संदेश अपने आप में एक उदाहरण है। बे सहारा मजबूरो और अपाहिजो को बिना भेद भाव के सुबहो शाम आप के लगंर से खाना खिलाया जाता है।  इससे पूर्व जलसे का आगाज़ कुरान पाक की तिलावत से कारी मुहम्मद अहमद ने किया।ं और कारी कलीम नूरी ने दरूद इ ताज पढ़ा इस जलसे का संचालन हाफिज़ नियाज़ अहमद ने किया। शायरों ने गरीब नवाज की बारगाह में मनकबत पढ़ी। कुल शरीफ का आयोजन बड़े ही हर्ष और उल्लास से प्रारम्भ हुआ। शब्बीर भईया, मुहम्मद समी कुरैशी मैराज वारसी, जु़बैर वारसी, सई उर्फ गुडडू, मुहम्म्द,शारिकए मुहम्मद फकरू, मुहम्मद वासिफ अशरफी ने मेहमानों का हार फूल से इस्तकबाल व स्वागत किया। इस अवसर पर खास तौर पर मौजूद रहें। मौलाना कासिम हबीबी सहाब, मौलाना मेहताब आलम मिसबाही शहरी सदर, मुहम्मद शाहआलम बरकाती, मिडिया प्रभारी डा. सैयद सुल्तान हाशमी, अतीक बरकाती असगर बिन याकूब, अब्दुल माबूद, हाजी मुज्मिल हुसैन, हाफिज कमरूद्दीन, हाजी मुमताज, हाफिस अब्दुल अहद, मास्टर नौशाद आलम मन्सूरी, मौलाना मोइन उद्दीन अशरफी, हाफिज मिन्हाजउद्दीन क़ादरी, कारी उस्मान बरकाती, हाफिज़ मुहम्मद अरशद अशरफी।

FMQ 25 MARCH 2018
(Year 26 Vol 6)