शिक्षक कुम्हार और छात्र गीली मिट्टी की तरह है - प्रो0 संजय कुमार श्रीवास्तव

व्यवसाय प्रबन्धन संस्थान में छः दिवसीय व्यक्तित्व विकास कार्यक्रम ¼Personality Development Program½  का आयोजन किया गया।  इस अवसर पर संस्थान के निदेशक प्रो0 संजय कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि एक शिक्षक ही छात्र के जीवन को अच्छी शिक्षा द्वारा परिवर्तित कर सकता है। उन्होंने शिक्षक को कुम्हार और छात्रों को गीली मिट्टी की तरह बताया। कुम्हार की तरह शिक्षक भी अच्छी शिक्षा देकर उन्हें सफल व्यक्ति बनाते हैं साथ ही साथ उन्होंने कहा कि छात्रों को अपने व्यक्तित्व के विकास के लिए साॅफ्ट स्किल को डेवलप करना नितान्त आवश्यक है। 
इस अवसर पर प्रथम दिवस पर आज के प्रवक्ता डा0 अरविन्द कुमार द्रवे ने बताया कि छात्रों को अपने व्यक्तित्व विकास को करने के लिए निम्न बिन्दुओं पर ध्यान देना चाहिए जो निम्न हैः- Soft Skills, Hard Skills, Industrial Skills, Problem Solving Skills, Career Planning Skills, 24 Values of Industrial behaviour, Key Skills Employee in industry etc.  
इस अवसर पर संस्थान के प्रो0 मुकेश रंगा जी ने छात्र/छात्राओं से कहा कि उन्हें अपने व्यक्तित्व विकास पर ध्यान देना चाहिए और आगे बढ़ना चाहिए। इस कार्यक्रम को सम्पादित करते हुए छात्र/छात्राओं को इस छः दिवसीय कार्यक्रम में भाग लेने के लिए प्रेरित किया।  
इस अवसर पर संस्थान के सभी शिक्षक डा0 शुधान्शू पाण्डिया, डा0 नीरज कुमार सिंह, डा0 अन्शू यादव, डा0 सुदेश श्रीवास्तव, डा0 मृदुलेश सिंह, डा0 सुधीर कुमार वर्मा, डा0 विवेक सिंह सचान, डा0 चारू खान, डा0 अखिलेश दीक्षित, डा0 अर्पणा कटियार, डा0 वारशी सिंह, डा0 सचिन शर्मा, डा0 के0के0 बाजपेयी, डा0 श्रुति मिश्रा, डा0 शाह मोहम्मद तथा भारी संख्या में आई0बी0एम0 के छात्र उपस्थित थे। 

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